कादमा (हरियाणा): धरा पर परमात्म प्रकाश किरण बन आध्यात्मिक व चारित्रिक मूल्यों का प्रकाश समूचे विश्व में फैलाया दादी प्रकाशमणि जी ने यह उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की झोझूकलां कादमा शाखा में ब्रह्माकुमारी संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका डॉ दादी प्रकाशमणि जी के 16 वें स्मृति दिवस विश्व बंधुत्व दिवस पर झोझूकलां सेवाकेंद्र में आयोजित कार्यक्रम में चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए क्षेत्रीय ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने व्यक्त किए।
गौरतलब है कि दादी प्रकाशमणि स्मृति दिवस कार्यक्रमों की कड़ी में विश्व बंधुत्व दिवस पर ब्रह्माकुमारीज के कादमा सेवाकेंद्र पर अध्यात्म से वसुधैव कुटुंबकम विषय पर भाषण प्रतियोगिता रखी गई जिसमें लगभग एक दर्जन बच्चों ने भाग लिया प्रतियोगिता में कुमारी ललिता प्रथम, साक्षी द्वितीय, प्रमिला व मोनिका ने तृतीय स्थान प्राप्त किया सभी विजेताओं को क्षेत्रीय प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया और कहा कि दादी जी की शिक्षाओं से समूचा विश्व वसुधैव कुटुंबकम की भावना से भरपूर होगा।
ब्रह्माकुमारी नीलम बहन ने कहा कि दादी जी का कहना था की निमित्त निर्माण और निर्मल वाणी के आधार से हम अपने आपसी संबंधों रिश्तो को मजबूत बना एक दिव्य श्रेष्ठ और सभ्य समाज का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम एक दूसरे का सम्मान करते हुए सहयोग करें तो समाज में सद्भावना शांति प्यार सहज ही आ सकती है। झोझूकलां सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी बहन ज्नेयोति ने कहा कि दादी मां ने अनेक ब्रह्मा वत्सों को अध्यात्म के आधार से साकार में पालना दे एक परमपिता परमात्मा से सर्व संबंध निभाने का सहज तरीका राजयोग मेडिटेशन बताया जिससे हम अपनी कर्मेंद्रियों के राजा बन उनको शांत और शीतल बना सकारात्मक चिंतन से वातावरण में एक पॉजिटिव वाइब्रेशन देने का काम कर सकते हैं।
इस अवसर पर सभी बच्चों व उपस्थितजनों को राष्ट्रपति भवन में आयोजित दादी प्रकाशमणि की स्मृति दिवस पर भारत सरकार द्वारा जारी किया गया डाक टिकट कार्यक्रम भी दिखाया गया।