कादमा (हरियाणा):शरीर को गति से तो मन को स्थिरता से लाभ मिलता है इसलिए शारीरिक व मानसिक विकास के लिए नियमित योगासन व राजयोग मेडिटेशन की आवश्यकता है जिससे मनुष्य मे मानवीय व आध्यात्मिक मूल्यों का विकास होता है जिससे उनके अंदर मानवता की भावना पैदा होती है यह उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की कादमा शाखा के तत्वावधान में आठवें अंतररष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में कादमा सेवाकेंद्र पर आयोजित ” मानवता के लिए योग” विषय पर क्षेत्रीय प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने व्यक्त किए। गौरतलब है कि “मानवता के लिए योग” विषय पर अंतर्रष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में पांच दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के युवा जिला प्रभारी प्रवीण योगी बेरला, ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन, शिवकुमार योगी, ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन, ईश्वर सिंह पूर्व मैनेजर, अशोक शर्मा पोस्ट मास्टर आदि ने दीप प्रज्वलन कर किया।
ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने कहा की हर रोज योग, प्राणायाम और मेडिटेशन को जीवन में अपनाकर खुशहाल बनाएं। उन्होंने कहा योग और राजयोग शरीर और आत्मा दोनों को स्वस्थ रखने का एकमात्र उपाय है। इस अवसर पर भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के युवा जिला प्रभारी एवं योग शिक्षक प्रवीन बेरला ने कहा कि योग हमें मानसिक, शारीरिक, सामाजिक व आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाता है जिससे हमारे विचार सकारात्मक होते हैं और हम समाज में एक सद्भावना का वातावरण बना सकते हैं। उन्होंने कहा की योग और प्राणायाम को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाना चाहिए तभी हमारे अंदर मानवता की भावना आएगी। मानवीय व आध्यात्मिक मूल्यों से ही हम भारत को सोने की चिड़िया पुनः बना सकतें है। योग शिक्षक प्रवीन ने योग और प्राणायाम पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए सभी को योगाभ्यास तथा अंतर्रष्ट्रीय योग दिवस प्रोटोकॉल का अभ्यास करवाया, कहा कि योग और प्राणायाम द्वारा भारत देश का नाम पूरे विश्व में चमका है इसको बनाए रखना अब हम सभी के हाथ में है।
ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने सभी को राजयोग का अभ्यास कराते हुए मन को एकाग्र, शांत करने की विधि बताई। उन्होंने पांच दिवसीय योगा कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कहा कि झोझू खुर्द, रामबास, झोझू कलां तथा कादमा मे मेडिटेशन राजयोग के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रोटोकोल व प्राणायाम का अभ्यास अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून तक नियमित करवाया जाएगा। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा इस अंतरराष्ट्रीय योग दिवस उत्सव में सभी भाग लेकर अपनी भारतीय संस्कृति के पुनर्निर्माण में सहयोग करें।