ITM वोकेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा ब्रह्माकुमारी अरुणा बहन को “डॉक्टरेट इन लिटरेचर” की उपाधि से सम्मानित किया गया।
इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ के सिवन जी के द्वारा यह उपाधि प्रदान की गई।
विगत 30 वर्षों से आध्यात्मिक एवं सामाजिक सेवाओं हेतु समर्पित जीवन में समाज के विभिन्न वर्गों की अनेक उत्कृष्ट सेवाओं के लिए आपको इस सम्मान के लिए चुना गया।
वडोदरा-अटलादरा: सामाजिक परिवर्तन के उत्कृष्ट प्रयासों की श्रेणी में दी गई इस उपाधि का यह दीक्षांत समारोह इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ के सिवन के अतिरिक्त प्रोफेसर आर एस एस मणि (वाइस प्रेसिडेंट इंस्टीट्यूशनल डेवलपमेंट- ITM ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस) एवं डॉ अनिल बिसेन जी (कुलपति ITM वोकेशनल यूनिवर्सिटी) एवं ब्रह्माकुमारी राज दीदी जी (इंचार्ज मंगलवाड़ी सब जोन बड़ोदरा) की उपस्थिति में आयोजित हुआ।
ब्रह्माकुमारी अरुणा बहन बाल्यकाल से ही ईश्वरीय ज्ञान से जुड़े परिवार के आध्यात्मिक वातावरण में पली बढ़ी हैं। बाल्यावस्था के इन्हीं संस्कारों की वजह से शुरू से ही आध्यात्मिकता में रुचि होने के कारण आज ब्रह्माकुमारी अरुणा बहन एक अनुभवी राजयोग प्रशिक्षिका हैं जो कि विगत 30 वर्षों से राजयोग के माध्यम से सकारात्मक चिंतन शैली द्वारा मानसिक विकास एवं खुशनुमा व्यवहार कला प्रशिक्षण द्वारा हजारों लोगों के जीवन में परिवर्तन की प्रेरणा स्रोत बनी हैं। आपकी विशेषता रही है की समाज का साधारण वर्ग हो या उच्च वर्ग दोनों ही क्षेत्र में आपने संतुलित रूप से मूल्यनिष्ठ सेवाएं प्रदान की। ब्रह्माकुमारीज संस्थान में 30 वर्षों से समर्पित रूप से सेवाएं देते हुए आपके नेतृत्व में संस्था के बिल, चापड़, चांसद एवं कलाली क्षेत्रों में स्थित उप सेवाकेन्द्रों एवं आसपास के गांव में स्थित लगभग 20 ब्रह्माकुमारीज पाठशालाओं के द्वारा जन-जन तक राजयोग प्रशिक्षण सेवाएं प्रदान की गईं और अनेक सामाजिक नैतिक संदेश देने के कार्यक्रम आयोजित करते हुए सामाजिक परिवर्तन की लहर फैलाने के कार्यक्रम आयोजित हुए जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से आध्यात्मिक जागृति और व्यसन मुक्ति कार्यक्रम एवं किसानों के लिए कृषि सुधार संबंधी सेवाएं व्यापक रूप से की गईं।
सामाजिक सेवाओं में उल्लेखनीय रूप से विभिन्न वर्गों में पुलिस कर्मियों की सेवा, आंगनबाड़ी महिलाओं, छात्रों, वृद्धजनों, कलाकारों, नारी सशक्तिकरण एवं बच्चों की सेवा कार्यक्रमों में आध्यात्मिक-नैतिक उन्नति एवं स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधी अनेक कार्यक्रम वर्षों से निरंतरता पूर्वक आपके कुशल नेतृत्व में आयोजित किए जा रहे हैं जिनमें से विशेष रूप से पुलिस वर्ग एवं आंगनबाड़ी महिलाओं की सेवा की सराहना पुलिस डिपार्टमेंट और वडोदरा म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के साथ-साथ मीडिया के द्वारा भी फ्रंट पेज पर विशेष समाचार के रूप से की गई। जिनमें राजयोग सत्र के बाद पुलिस कर्मियों और आंगनबाड़ी महिलाओं के तनाव स्तर में काफी कमी आने और क्रोध पूर्ण स्वभाव और अपशब्दों के स्थान पर सभ्य सौम्य शब्दों में बातचीत करने के सकारात्मक परिवर्तन के अनुभवों का विशेष जिक्र किया गया और सभी के द्वारा सराहा गया। और इस सेवा के अंतर्गत शहर के 3000 पुलिस कर्मियों एवं 800 आंगनबाड़ी महिलाओं की सेवा के 50-50 की संख्या में राजयोग सत्र आयोजित किए जाने के कार्यक्रम वर्तमान में भी निरंतर रूप से सेवा केंद्र पर चल रहे हैं।
सामान्य जनमानस के अतिरिक्त समाज के उच्च वर्ग में आध्यात्मिक रुचि और विश्वास जगाने के निरंतर कई प्रोग्राम आयोजित किए जिसमें इंडस्ट्रियलिस्ट, उच्च शासकीय अधिकारी, डॉक्टर्स एवं व्यापारियों की सेवाएं उल्लेखनीय है जिससे उनके निजी जीवन में कार्य प्रबंधन एवं तनाव प्रबंधन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए और समाज के अनेक प्रबुद्ध और अग्रणी लोग ईश्वरीय आध्यात्मिक सेवाओं में विशेष सहयोगी बने।
कार्यक्रम में उपाधि सम्मान पत्र स्वीकार करते हुए अरुणा बहन ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कियह सम्मान एक ईश्वरीय आशीर्वाद है जिसका उद्देश्य मुझे आगे और भी श्रेष्ठ सेवाओं के लिए निमित्त बनने की प्रेरणा एवं परमात्म योजना है। जितना बड़ा यह सम्मान है उतनी ही हमारी जिम्मेवारी भी बड़ी हो जाती है तो इस अवसर पर मैं यही शुभ संकल्प करती हूं कि आपके और परमात्मा पिता के विश्वास को कायम रखने का पूर्ण प्रयास करूंगी और पूरी निष्ठा और सच्चाई के साथ आगे और भी समाज की सेवा में अपना श्रेष्ठतम योगदान ईश्वरीय सेवा में अर्पित करूंगी।
उक्त सामाजिक परिवर्तन के उत्कृष्ट प्रयासों के लिए प्राप्त उपाधि के दीक्षांत समारोह में यूनिवर्सिटी कमेटी के अतिरिक्त छात्र, छात्र अभिभावक एवं अटलादरा सेवाकेंद्र के वरिष्ठ भाई बहन भी विशेष रूप से सम्मिलित हुए।