सुन्नी,हिमाचल प्रदेश: प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी राज्य स्तरीय वार्षिक आध्यात्मिक सम्मेलन का आयोजन ओम शांति भवन के हाल में किया गया जिसमे प्रदेश के विभिन्न स्थानों से तथा शिमला ग्रामीण के 118 गाँव के लगभग 350 भाई- बहनों से भाग लिया l
इस सम्मेलन की खास विशेषता यह रही कि पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री स्व० वीरभद्र सिंह के सपुत्र भ्राता विक्रमादित्य सिंह माननीय लोक निर्माण, युवा एवं खेल मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार ब्रह्मकुमारीज के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए l उनके साथ शिमला ग्रामीण के मंडल अध्यक्ष भ्राता गोपाल शर्मा, नगर पालिका सुन्नी के अध्यक्ष भ्राता प्रदीप शर्मा तथा तहसीलदार सुन्नी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की l
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि किसी देश की समृद्धि, उन्नति अथवा विकास का आकलन वहां की सड़कें, बड़ी 2 बिल्डिंगें, अथवा बिजली-पानी की अच्छी व्यवस्था से नहीं किया जाता अपितु इस बात से किया जाता है कि वहां के लोग कितने खुश, शान्त और सभ्य है l आज ऐसे मानवीय मूल्य हमारे समाज से ओझल हो रहे हैं और अल्पकाल की ख़ुशी के लिए लोग नशा का सेवन करके अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं l उन्होंने ब्रह्माकुमारी बहनों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ब्रह्माकुमारी बहने समाज को सही दिशा प्रदान करके गाँव2 में जा कर लोगों को जागरूक कर रही हैं जो आज के युग की सबसे बड़ी सेवा है l
इस वार्षिक सम्मलेन की शोभा बढ़ाने विशेष पंजाब ज़ोन की निदेशिका ब्रह्माकुमारी प्रेम बहन तथा उत्तरा बहन पहली बार सुन्नी पधारी l उनके साथ फरीदकोट सर्किल की वरिष्ठ राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी संगीता बहन भी इस सम्मलेन में भाग लेने पहुंची l ब्रह्माकुमारी प्रेम बहन ने अपने संबोधन में उपस्थित जनसमूह को जीवन जीने की कला और सदा खुश रहने की प्रसंग सहित मनमोहक बातें सुना कर उमंग उत्साह से भर दिया l ब्रह्माकुमारी उत्तरा बहन ने अपने आशीर्वचन में सभी को अपना तन मन धन और समय सफल करने की प्रेरणा दी l ब्रह्मा कुमारी संगीता बहन ने गहन योग की अनुभूति करा कर सबको शांति का अनुभव कराया l
अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू से पधारे वरिष्ठ राजयोगी बी के प्रकाश की उपस्थिति ने इस वार्षिक सम्मलेन को शिखिर सम्मलेन में परिवर्तित कर दिया l उन्होंने मुख्य अतिथि को सम्मान पट्टिका, माला तथा पगड़ी पहना कर सम्मानित भी किया और मधुवन का प्रशाद दे कर मधुवन आने का निमंत्रण भी दिया l सुन्नी उप सेवा केंद्र के वरिष्ठ राजयोगी भ्राता बी के रेवा दास ने संस्था की गतिविधियों तथा ईश्वरीय सेवा का वार्षिक समाचार सुनाते हुए कुछ चयनित भाई- बहनों को प्रोत्साहन स्वरुप प्रतिष्ठा प्रमाण पत्र भी मुख्य अतिथि के कर कमलो द्वारा वितरित करवाए l
सम्मलेन के मध्य में मंच पर विराजमान सभी अतिथियों ने कैंडल लाइट जला कर आत्म ज्योति जलाने का संकेत दिया l इस कार्यक्रम में पंख तो तब लग गए जब हिमाचली गीत पर कोटगढ़ से आई हुई माताओं-बहनों ने पहाड़ी ड्रेस में नृत्य किया और उसमे मुख्य अतिथि को भी सम्मलित किया तो जोरदार तालियों से सभागार गूंज उठा l किसी भी सम्मलेन की सफलता का उतरदायित्व उसके संचालनकर्ता पर निर्भर होता है l इस सम्मलेन की सफलता का सारा श्रेय फिल्लौर [पंजाब] से पधारे वरिष्ठ राजयोगी भ्राता बी के राकेश को जाता है जिन्होंने अति सुन्दर और रमणीक ढंग से सभी को अंत तक बांधे रखा l कार्यक्रम की समाप्ति पर सभी को ब्रह्मा भोजन भी कराया गया l