कुरुक्षेत्र,हरियाणा: ब्रह्माकुमारीज सेवाकेंद्र पर सभी बी. के. भाई बहनो के लिए ज्ञान योग भट्टी का आयोजन किया गया।इस ज्ञान योग भट्टी करवाने के लिए दिल्ली से बी. के. पियूष भाई जी को आमंत्रित किया गया।सबसे पहले सेंटर प्रभारी बीके आदरणीय सरोज दीदी ने तिलक लगाकर तथा गुलदस्ता व सौल देकर भ्राता बीके पियूष भाई जी को सम्मानित किया। इस उपरांत भाई जी ने सभी भाई बहनों को बताया कि हमें सदा खुश रहना है जिसका आधार है शुक्राना और मुस्कराना। इसके लिए हमें देवताओं कि तरह सदा हर्षितमुख रहना है तथा छोटे बच्चे की तरह मुस्कराते रहना है तथा दूसरों को न देख खुद को देखना है। हमें कब, क्यों, कैसे, मे नहीं फंसना है। उन्होंने बताया कि खुशियां बटोरने से नहीं बल्कि बाँटने से बढ़ती है। साथ ही उन्होंने बताया कि सेवा से ज्यादा सेवभाव का महत्व होता है। अत हमें किसी भी प्रकार की सेवा को बड़े ही ख़ुशी ख़ुशी से करना चाहिए।उन्होंने मोबाइल का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें साधना करने के लिए ज्यादा साधन का उपयोग नहीं करना चाहिए। साथ साथ उन्होंने परमार्थी, स्वार्थी, पुरुषार्थी का अर्थ स्पष्ट कर सभी भाई बहनो में आत्मिक बल भर दिया। इस दौरान उन्होंने अमृतवेला,नियमित मुरली क्लास करने के लिए सभी को प्रेरणा दी।इसके बाद भाई जी ने सभी भाई बहनों को योग करवाया।
शाम के सेशन मे भाई जी ने सभी भाई बहनो को धरत परिये धर्म न छोड़िये का अर्थ बताते हुए सम्पूर्ण पवित्र बनने का लक्ष्य पक्का करवाया तथा कमेंट्री द्वारा सभी भाई बहनों को परमात्मा प्यार का अनुभव करवाया।