कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए
महू,मध्य प्रदेश। राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी विजय लक्ष्मी दीदी ने कहा की जो भी हम सेवा करते हैं वह निस्वार्थ होना चाहिए उसे निस्वार्थ सेवा के लिए हमें अपने जीवन में मूल्य समाहित करना होंगे उसकी विधि है परमपिता परमात्मा शिव से शक्तियां लेकर आत्म जागृति लाकर जीवन में मूल्यों को समाहित करें मूल्य निहित सेवा से ही हम समृद्ध समाज की स्थापना कर पाएंगे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर दीपमाला रावत ने कहा कि हमारे पूर्वजों के पारंपरिक संस्कारों को ध्यान से देखें तो उसमें हमें मूल्य दिखाई देंगे आज हम अपने को सब समझते हैं लेकिन व्यावहारिक जीवन में मूल्य विहीन होते जा रहे है पुराने समय में जो विधि विधान बनाए जाते थे, उससे स्वास्थ्य पर्यावरण एवं संस्कृति सुरक्षित रहती थी।
विशेष अतिथि के रूप में पधारे एडवोकेट विक्रम दुबे जी ने बताया की जीवन में मूल्य के लुप्त होने से किस प्रकार से हम अन्य लोगों के लिए परेशानी खड़ी करते हैं, अगर हमें व्यवस्थित तरीके से समाज में रहकर सुखी रहना है तो मूल्य का समावेश करना ही होगा। बीरेंद्र भाई जी (मधुबन कोऑर्डिनेटर, समाज सेवा प्रभाग) द्वारा की जा रही सेवाओं से सभी को अवगत कराया। कार्यक्रम में पधारे सभी समाजसेवियों का सेवा केंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी पुनीता दीदी एवं जया बहन ने बिंदी चुनरी एवं गुलदस्ते से स्वागत किया।