असली खुशी की पहचान

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हम हमेशा ऐसी चीज़ों के पीछे भागते हैं जो हमें तत्काल खुशी दे। इसी वजह से असली खुशी हमसे काफी पीछे छूट जाती है। इस नये साल में आप ऐसी चीज़ों के पीछे न भागकर सही की पहचान करें।

व्यक्ति खुशी को ढूंढऩे व उसे प्राप्त करने के लिए दिन-रात दौड़ता है। कई बार त्वरित खुशी के लिए शॉर्ट कट रास्ता अपनाता है। ये कर लूं, ये खरीद लूं, ये पहन लूं तो मैं खुश होऊंगा। इसी आपाधापी में वो असली खुशी से वंचित रहता है। तारीफ सुनने की चाह जैसे आपने नये कपड़े पहने और दोस्त ने आपकी तारीफ कर दी तो आप कोशिश करेंगे कि अगली बार भी तारीफ हो। अगर नहीं होगी तो आपको बुरा लगेगा। इसलिए इस बात पर ध्यान दें कि आप जो कर रहे हैं उसमें खुद अपनी तारीफ कर पा रहे हैं या नहीं? सीखने के लिए शॉर्ट कट लेना हम कोशिश करते हैं कि किसी भी काम को कम समय में ही सीख लें। ऐसी आदतों से हम न तो उस काम को सही तरह से सीख पाते हैं, न ही उसमें बेहतरी हासिल कर पाते हैं। भले समय अधिक लगे, पर हमेशा सिलसिलेवार तरीके से सीखने की कोशिश करें। सीखने का भी सही तरीका अपनायें। नहीं तो वो सीख हमें संतुष्टता नहीं देगी। किसी से अधिक प्रभावित होना किसी से बहुत अधिक प्रभावित होने पर, उसका हमेशा सही रहना ही हमें खुशी देता है। इसके कारण हमें उसकी बुराइयां दिखनी बंद हो जाती हैं। कोई अच्छा काम कर रहा है तो उसे स्वीकारें, पर ये भी न भूलें कि आपके विचार भी आपके लिए अहम हैं। उसका प्रभाव आपकी योग्यता को पंगु बना सकता है। आपकी रचनात्मक शक्ति को क्षीण कर सकता है। प्रभाव का दबाव आपकी एबिलिटी को प्रभावित करेगा।

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