नवापारा,राजिम छत्तीसगढ़: फरवरी पवित्र धार्मिक नगरी त्रिवेणी संगम राजिम में प्रतिवर्ष माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक 15 दिनों का मेला लगता है ।यहां मुख्य तीन नदियां महानदी पेरी नदी तथा सोडू नदी के संगम स्थल पर कुलेश्वर महादेव विराजमान है। इसी महानदी पर छत्तीसगढ़ शासन धर्मस्य एवं पर्यटन विभाग एवं स्थानीय आयोजन समिति के तत्वाधान में मेले व महानदी की आरती का आयोजन होता है। इस आयोजन समिति के सदस्य ब्रह्माकुमारी नवापारा सेवा केंद्र भी है। इस महा नदी की पवित्रता को कायम रखने के लिए यहां प्रतिदिन 7:30 बजे महानदी की आरती की जाती है। इसमें इंदौर से पधारे धार्मिक प्रभाग के जोनल कोऑर्डिनेटर ब्रह्माकुमार नारायण भाई ने महानदी की आरती करने के पश्चात बताया की जल के बिना जीवन अधूरा है जो चीज हमारे पास नहीं है उसकी कीमत नहीं है लेकिन अस्पताल में वेंटिलेटर पर रहो तो हम चार-पांच लाख का बिल भर देते हैं हम पानी की वैल्यू नहीं करते हैं आज पूरे विश्व में जल के द्वारा प्रकृति और मानव का जीवन निर्वाह होने में 70% भूमिका होती है हमें नदियों की पवित्रता को कायम रख करके ही हम एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। इस अवसर पर महानदी आयोजन के संयोजक भ्राता अशोक राजपूत ने कहा की ब्रह्माकुमारी के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर जल जन अभियान से जल संरक्षण की दिशा में एक नई ताकत मिलेगी जो की सराहनीय है ।इसी दिशा में स्थानीय कमेटी के द्वारा प्रतिवर्ष मेले में जल संरक्षण के लिए महान नदी की आरती का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी पुष्पा बहन ब्रह्माकुमारी पूजा बहन व अनेक भाई बहन मौजूद रहे। इस महा आरती में हजारों की संख्या में प्रतिदिन भाग लेते हैं। कार्यक्रम के पश्चात धर्मस्य राजस्व व शिक्षा मंत्री बृजमोहन जी को ब्रह्मा कुमार नारायण भाई व ब्रह्माकुमारी पुष्पा बहन ने मोमेंटो प्रदान किया।
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