मन की बातें

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प्रश्न : मैं जबलपुर से सिल्की हूँ और मैंने दो साल पहले अपनी स्टडी कम्प्लीट की थी। अभी तक मुझे कोई जॉब नहीं मिली है, मुझे जॉब क्यों नहीं मिल रही, इसके लिए मुझे क्या करना होगा कृपया बतायें?

उत्तर : मनुष्य को एक तो ये छोड़ देना चाहिए कि शुरू में उसे वैसे ही मिले जैसी उसकी क्वालिफिकेशन हो या जैसी उसकी एक्सपेक्टेशन्स हैं। ये बात देखिए मनुष्य की कड़ी मेहनत पर भी डिपेंड करता है लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है बहुत प्रयास करने के बाद भी नहीं मिलती तो लोग कहीं न कहीं भाग्य को भी इसका रेस्पॉन्सिबल मानते हैं। मैं देखता हूँ कि जिन युवकों की मनोस्थिति बहुत ही अच्छी है। उन्हें फटाफट नौकरी मिल जाती है, और जिनकी मनोस्थिति अच्छी नहीं होती मानो वो परेशान रहते हैं, उनका जीवन अच्छा नहीं गुज़रा है, चरित्र उनका अच्छा नहीं रहा, बुरे संग में रहे थे। एग्ज़ाम उन्होंने पास तो कर लिए लेकिन उस तरह की नॉलेज उनके पास नहीं है। रट लिया था, या कुछ ले-दे के काम कर लिया। जैसे एक बहुत अच्छी चीज़ मुझे सुनने को मिली। किसी ने बीएड का एग्ज़ाम दिया तो जब पेपर आया तो जो एक्सपेक्टेड क्वेश्चन थे वो कोई भी नहीं थे। तो विद्यार्थियों को जो कुछ बताया गया था ना कि ये-ये तैयार कर लो। उसमें से कुछ भी नहीं आया। उसने क्या किया, जो क्वेश्चन पेपर था ना उसको ही बार-बार लिखा और बीच-बीच में दो-चार ज्ञान की बातें लिख दीं। और उसके नम्बर आये 100 में से 88। तो इसको भाग्य कहें, कुछ भी नाम दे दें। ये भी आजकल बहुत होता है। लेकिन मैं एक बात आपको कहूंगा, राजयोग मेडिटेशन आप अवश्य करते होंगे। 21 दिन तक एक घंटा रोज़ बहुत अच्छा एकाग्रता के साथ जिसे हम पॉवरफुल मेडिटेशन कहते हैं वो आप टाइम फिक्स करके रोज़ करेंगी। इसको एक भी दिन मिस नहीं करेंगे। योग अभ्यास शुरू करने से पहले दो संकल्प करेंगे, कम से कम पाँच-पाँच बार, इसको हम स्वमान कहते हैं, मैं मास्टर सर्वशक्तिवान हूँ, सफलता मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है। तो इससे क्या होगा, एक बार हम याद करेंगे फिर दूसरी बार, तीसरी बार मैं मास्टर सर्वशक्तिवान हूँ। इससे हमारी शक्तियां एक्टिवेट हो जायेंगी, जग जायेंगी। फिर संकल्प किया सफलता मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है। तो वो सफलता दिलाने में लग जायेंगी। ये फिलॉसफी है इसके पीछे। फिर एक घंटा योग करेंगे तो हमारे संकल्पों में बहुत पॉवर होगी। और हमसे उसी तरह के वायब्रेशन्स चारों ओर फैलने लगेंगे। और वो पहुंचेंगे वहाँ जहाँ से सफलता मिलनी है। उसको प्रभावित करके सफलता दिलायेंगे। ये मैंने बहुत केसेज़ में देखा जिन्होंने ये अभ्यास बहुत अच्छे से 21 दिन कर लिया उनको बहुत अच्छी सर्विस मिल गई। उसके साथ-साथ सवेरे उठते जब आँख खुले सात बार यही संकल्प फिर करेंगे रोज़ मैं मास्टर सर्व शक्तिवान हूँ, सफलता मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है। सम्पूर्ण आशाओं के साथ, कॉन्फिडेंस के साथ अपनी इस इच्छा को प्रभु अर्पण करते हुए कि तुम मेरे परमपिता हो, तुमको मेरी ये श्रेष्ठ इच्छा अर्पित। मुझको जॉब चाहिए अब आप भी मेरे लिए अच्छा कार्य करें। बहुत अच्छा मेडिटेशन करेंगे और बहुत अच्छा विज़न बनायेंगे। मान लो इंटरव्यू दिया है, जो भी रिज़ल्ट आपका आना है वो देखेेंगे मेरा अपॉइंटमेंट हो गया, अपॉइंटमेंट लेटर हाथ में आ गया। ऐसा एक विज़न बनायेंगे सात दिन तक, तो ऐसी चीज़ें अपनाते हुए यदि बहुत दृढ़ता से आत्म विश्वास के साथ इस कार्य में चलेंगे तो निश्चित रूप से दोनों केसेज में आपको अच्छी जॉब मिल जायेगी। और तैयारी भी अपनी अच्छी करें ये नहीं कि बिना तैयारी हो जायेगा। मुझे जॉब मिलनी ही है, अपॉइंटमेंट लेटर जैसे मेरे हाथ में आ गया है और मैं देखकर बहुत आनंदित हो गया/गयी हूँ। उस आनंद को फील करें कि ये होने जा रहा है बस। तो निश्चित रूप से सफल हो जायेंगे।

प्रश्न : मैं छत्तीसगढ़ से विजयलक्ष्मी साहू हूँ। मेरी बेटी 25 साल की है उसको स्किन प्रॉब्लम है सात साल से। बहुत से स्किन डॉक्टर्स से ट्रीटमेंट भी करवा चुके हैं और रिज़ल्ट कुछ भी नहीं। हम लोग पूरी फैमिली पिछले 6 साल से इस ईश्वरीय विश्व विद्यालय से जुड़े हुए हैं, कृपया कुछ सुझाव दें कि क्या किया जाना चाहिए?

उत्तर : स्पिरिचुअल प्रैक्टिस मैं आपको सुझा रहा हूँ। इसका बहुत अच्छा प्रयोग करें। देखिए मेडिकली तो आपने सबकुछ कर ही लिया है। एक तो बहुत अच्छा प्रभाव होता चार्ज वॉटर का। जो हम करा रहे हैं। पानी लें गिलास में उसको दृष्टि देकर सात बार संकल्प करेंगे मैं परम पवित्र आत्मा हूँ… अब ये पानी में पवित्र वायब्रेशन चले गये और ये सबको जानना चाहिए कि पवित्रता के जो वायब्रेशन्स हैं, उसकी जो शक्ति है वो रोगों को ठीक करने में सबसे बड़ी भूमिका निभाती है। तो पानी पवित्र वायब्रेशन्स से चार्ज हो गया। अब आधा गिलास तो आप पी लें और आधा लगा दें जहाँ-जहाँ हैं प्रॉब्लम हैं, पानी ज्य़ादा चार्ज कर लें। और अगर मान लो पूरी ही बॉडी में हो गया है तो एक-आधी बाल्टी को चार्ज करके पूरा ही स्नान कर लें। एक तो ये काम आपको करना है। क्योंकि स्किन डिजीज बहुत परेशान करती है। और यंग एज में बुद्धि की जो सारी एकाग्रता है उस तरफ चली जाती है। कहीं खुजली होगी, कहीं इरिटेशन होगा तो ये बहुत बुरी चीज़ है। दूसरा, सोते समय हमें क्या करना है जब हमें नींद आने को हो तो हमारा सब्कॉन्शियस माइंड एक्टिव हो जाता है। तब आप पाँच बार संकल्प कर लें कि मैं बिल्कुल स्वस्थ हूँ। मेरी स्किन डिजीज बिल्कुल ठीक हो गई है। मैं स्किन डिजिज से मुक्त हूँ। मैं परफेक्टली हेल्दी हूँ। पाँच बार इस तरह के विचार करते-करते सो जाना है। तो सारी रात में सबकॉन्शियस माइंड हीलिंग का काम करता है। और इस बीमारी का निदान करने में बहुत बड़ी भूमिका निभायेगा। लेकिन जो कुछ भी हमारे साथ होता है कहीं न कहीं पास्ट के कर्मबन्धन से वो जुड़ा रहता है। मेडिकली तो जानते ही हैं कि वर्तमान कारण कहीं ब्लड इम्प्युअर हो गया, कहीं कोई ग्लैंड ठीक से काम नहीं कर रहा, कई कारण होते हैं। इसलिए 21 दिन तक एक घंटा एक अच्छा मेडिटेशन निश्चित कर लें। रोज़ एक घंटे का टाइम फिक्स करके, इस स्वमान के साथ मैं परमपवित्र आत्मा हूँ, और इस देह रूपी प्रकृति की मालिक हूँ अभ्यास करेंगे। इसमें एक अभ्यास और कर लेंगे कि मैं आत्मा यहाँ हूँ। और मुझसे प्युअर एनर्जी, सफेद वायब्रेशन्स ब्रेन में और पूरे शरीर में फैल रहे हैं, जैसे वो सबकुछ अन्दर में क्लीन कर रहे हैं। इसका बहुत ही सुन्दर इफेक्टिव रिज़ल्ट रहेगा। चौथी चीज़ कि हम सवेरे उठकर उन लोगों से क्षमा-याचना करें जिनको हमने कष्ट दिए हैं पूर्व जन्मों में, या इस जन्म में, सच्चे मन से केवल सात दिन। मैंने गलती से अज्ञान वश, क्रोध वश, अहंकार वश, आप सबको कष्ट पहुंचाया, मैंने रियलाइज़ कर ली अपनी गलती, मैं आप सबसे हाथ जोड़कर क्षमा याचना करता/करती हूँ। इससे वो उनकी जो निगेटिव एनर्जी आ रही है वो नहीं आयेगी। और शारीरिक व्याधियों को ठीक करने में बहुत मदद मिलेगी। और कई ऐसे ज्वलंत उदाहरण माना कई ऐसे पॉवरफुल बीमारियों से मुक्त होने के प्रैक्टिकल उदाहरण हमारे पास हैं। जिनको देखकर हम कंविन्स हो गए कि क्षमा याचना बहुत ही अच्छी चीज़ है। सफलता प्राप्त करने के लिए भी और देह के रोगों से मुक्त करने के लिए भी।

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