शुरुआत दिन की भली तो सब भला…

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यह एक ऐसी रूपरेखा है जो व्यक्तिगत विकास और सफलता के लिए कारगर है, जो आपके अरमान पूरे करेगी।

ये करतूत जानी-पहचानी है ना!
हम अलार्म की आवाज़ से उठते हैं। उसे बंद करते हैं। करवट लेकर सो जाते हैं। अलार्म फिर बजता है। आप सुस्ती से उठते हैं और जल्दी से तैयार हो जाते हैं। जाना-पहचाना लगता है ना! क्योंकि एक औसत व्यक्ति यही करता है। सुबह जागो और पूरे दिन को अपने ऊपर हावी हो जाने दो, यही होता है ना!

अगर टॉप फाइव परसेंट में आना है तो…
लेकिन क्या आप औसत व्यक्ति बनना चाहते हो? याद रखें कि अगर आप टॉप फाइव में आना चाहते हैं, टॉप फाइव लोगों की तरह बनना चाहते हैं तो आपको शेष 95 परसेंट लोगों की तरह व्यवहार करना बंद करना होगा। अपने दिन की शुरुआत एक लक्ष्य और ऊर्जा के साथ करने का भी तरीका है, एक पैटर्न है जो आपको अधिक हासिल करने में मदद करेगा। अधिक प्राप्ति और संतुष्टता आपके पास जमा होगी।

डिस्टिंक्शन्स नहीं, फोकस
हमारे दिमाग में सीमित मात्रा में बैंडविड्थ होती है। जब हम अपने दिन को सोशल मीडिया, आस-पास के लोगों के साथ बातचीत टीवी आदि से लाद देते हैं तो हम इस बैंडविड्थ को इस हद तक भर देते हैं कि दिन खत्म होने से पहले हम उसमें और कुछ नहीं ग्रहण कर सकते। लेकिन अगर आप सुबह ब्रह्ममुहूर्त में साढ़े तीन-चार बजे उठते हैं तो आप पायेंगे कि आप इन डिस्टिंक्शन्स के बिना ही चीज़ों पर ज्य़ादा ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।

एक प्रभावी मॉर्निंग रूटीन
अगर हम अपने जीवन को अगले स्तर पर ले जाना चाहते हैं और सफल होना चाहते हैं तो इसकी शुरुआत एक प्रभावी मॉर्निंग रुटीन से ही होगी। कहावत है कि अंत भला तो सब भला। जबकि सच्चाई यह है कि शुरुआत अच्छे से हो तो ही सब अच्छा हो सकता है। जो मॉर्निंग-पर्सन नहीं हैं वे भी ये कोशिश कर सकते हैं। इस अच्छी आदत को अपने से जोड़ें।
20/20/20 रूल का पालन
20/20/20 रूल का पालन करें। यानी तीन मूल्यवान गतिविधियों को नियमित 20-20 मिनट का समय दें। ये है कसरत- जिसका सरोकार शरीर की तंदुरुस्ती से है। मेडिटेशन- जिसका सरोकार मन की शांति से है। और सीखना- जिसका सरोकार जीवन की बेहतरी से है। आज तक जो भी सफलतम व्यक्ति रहे हैं, उनमें सीखने की प्रबल भावना थी।

सुबह के समय की शांति
सुबह के समय हमारे मस्तिष्क की कैमिस्ट्रिी थोड़ी अलग होती है। मस्तिष्क को प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स(मस्तिष्काग्र की बाह्य परत) या वह हिस्सा जो आपको बार-बार चिंता करने या चीज़ों का विश्लेषण करने पर मजबूर करता है, भोर के शांति पूर्ण घंटों में कुछ समय के लिए बंद हो जाता है। यह भी देखा गया है कि सुबह के समय की शांति डेपामाइन और सेरोटोनिन को बढ़ाती है। जिससे आपको ऊर्जावान, शक्तिशाली और शांत महसूस करने में मदद मिलती है।

सफलता के लिए मन के अलावा तीन और चीज़ें हैं
सफलता के बारे में एक और मूल्यवान सबक ग्रहण योग्य है कि केवल मानसिकता पर ही ध्यान केंद्रित न करें। ये सच है कि आशावादी विचार मदद करते हैं लेकिन संतुलन खोजने की कोशिश करें और जानें कि आपके पास तीन और आंतरिक साम्राज्य हैं। आपके पास मन के अलावा स्वास्थ्य, दिल और आत्मा भी है।

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