आबू रोड: सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने ब्रह्माकुमारीज मुख्यालय का दौरा किया

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ब्रह्माकुमारीज़ जैसा समर्पण भाव दुनिया में आ जाए तो स्वर्ग बन जाए: मुख्यमंत्री
– सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग पहुंचे शांतिवन
– मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी से मुलाकात कर लिया आशीर्वाद
– शिव भोलानाथ का भंडारा और थर्मल पावर प्लांट का किया भ्रमण

आबू रोड,राजस्थान। सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग अपने दो दिवसीय पारिवारिक दौरे पर शुक्रवार को ब्रह्माकुमारीज़ के मुख्यालय शांतिवन पहुंचे। मुख्यमंत्री के आगमन पर संस्थान की ओर से मनमोहिनीवन स्थित पीस कॉटेज में कोलकाता की प्रभारी बीके कानन, सिक्किम की प्रभारी बीके सोनम, पीआरओ बीके कोमल ने स्वागत किया। इसके बाद सीएम तमांग ने सपरिवार मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया।

थर्मल सोलार पावर प्लांट के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री तमांग ने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में यह अद्भुत माडल है। देशभर में ऐसी तकनीक को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। मेरा प्रयास रहेगा कि सौर ऊर्जा की इस देशी तकनीक को अपने राज्य में भी स्थापित किया जाए। इस दौरान वरिष्ठ बीके सदस्यों से चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रह्माकुमार भाई-बहनों जैसा समर्पण भाव यदि दुनिया के लोगों में आ जाए तो यह दुनिया स्वर्ग बन जाएगी। बिना समर्पण भाव के कोई संस्थान इतने विशाल रूप में सेवा नहीं कर सकता है।

सेवा के भाव से राजनीति में आया हूं-
मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं सेवा करने के भाव से राजनीति में आया हूं क्योंकि राजनीति ही वह माध्यम है जिसके द्वारा हम बड़े बदलाव कर सकते हैं। लोगों की सेवा और मदद कर सकते हैं। मेरा प्रयास रहता है कि जितना हो सके जनता की सेवा करुं। मुझे लोगों की सेवा करके खुशी मिलती है। मेरे जीवन का उद्देश्य ही सेवा है। राजनीति में मूल्य जरूरी हैं।  

पूरे राज्य में ब्रह्माकुमारीज़ की सेवाएं जारी-
उन्होंने कहा कि मैंने सिक्किम में ब्रह्माकुमारी बहनों से आग्रह किया कि आप सभी स्कूल और गांवों में लोगों में नैतिक मूल्य की शिक्षा पर जोर दें तो इन बहनों ने उम्मीद से अधिक सेवा भाव से बदलाव कर दिखाया। ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा सिक्किम राज्य के प्रत्येक शहर में सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। सेवाकेंद्र से जुड़कर अनेक लोगों का जीवन बदला है। मेरी धर्मपत्नी भी रोजाना राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास करती हैं। मेरी दिनचर्या भी सुबह 4 बजे शुरू हो जाती है। रोजाना कुछ समय ध्यान करता हूं।

दादी से लिया आशीर्वाद-
मुख्यमंत्री सपरिवार राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी से मिलने पहुंचे, जहां दादी ने माला पहनाकर और परमात्मा का स्मृति चिन्ह भेंट कर मुख्यमंत्री का सम्मान किया। इस दौरान अतिरिक्त महासचिव बीके राजयोगी बृजमोहन भाई ने कहा कि आप सभी बहुत भाग्यशाली हैं कि परमात्मा के घर में आए हैं। परमात्मा को पाने के बाद जीवन में कुछ पाना शेष नहीं रह जाता है। हम सभी आत्माओं के परमपिता शिव परमात्मा से योग लगाने से आत्मा की सोई हुई शक्तियां जाग्रत हो जाती हैं। मुख्यमंत्री ने अध्यात्म से जुड़े कई सवाल भी किए।

रिट्रीट सेंटर के उद्घाटन का दिया आमंत्रण-
दादी कॉलेज में संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मुन्नी दीदी और मीडिया निदेशक बीके करुणा भाई, बीके प्रकाश भाई ने सीएम का सम्मान किया। सीएम ने कहा कि खुद को भाग्यशाली समझता हूं कि परमात्मा का छोटा सा घर बनाने का मौका मिला। गंगटोक में राजयोग मेडिटेशन रिट्रीट सेंटर का निर्माण कार्य किया जा रहा है, जल्द ही इसका उद्घाटन किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने सभी को गंगटोक आने का आमंत्रण दिया।

शाम कोे माउंट आबू के लिए रवाना-
दो दिवसीय प्रवास पर पहुंचे मुख्यमंत्री शाम को सपरिवार माउंट आबू के लिए रवाना हो गए। जहां संस्थान के ज्ञान सरोवर परिसर, पांडव भवन में विजिट करेंगे।

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