जो हद से निकल कर बेहद में जाते हैं वही प्रजापिता ब्रह्मा बन जाते हैं
ब्रह्माकुमारीज की द लाइट मूवी देखने के लिए छतरपुर के जेपी सिनेमा में उमड़ा जन सैलाब
छतरपुर,मध्य प्रदेश। श्री रामचरितमानस में एक बहुत चर्चित चौपाई है, कि कर्म प्रधान विश्व रचि राखा, जो जस करे सो तस फल चाखा अर्थात इस मृत्यु लोक का यह सिद्धांत ही है, यहां जो जैसा करता है, उसे वैसा ही फल मिलता है। जो लोग केवल अपने और अपने परिवार के लिए जीते हैं, वे लोग संसारी मनुष्य बनकर रह जाते हैं, किंतु जो जिस अनुपात में संसार के लिए जीते हैं, वे ऋषि, महर्षि, ब्रह्मर्षि तथा देव ऋषि ही नहीं बनते अपितु सीधे ब्रह्म बन जाते हैं, भगवान बन जाते हैं।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी के संस्थापक श्री लेखराज जी कृपलानी जब तक अपने और अपने परिवार के लिए जी रहे थे, वे न केवल सिंध के अपितु भारतवर्ष के एक प्रतिष्ठित हीरा व्यापारी मात्र थे, किंतु जैसे ही उनका अहम, वयम की ओर अग्रसर हुआ और पूर्णतः वयम ही हो गया, तब उनके हाथों प्रजापिता ब्रह्माकुमारी जैसा महान मिशन सृजित हो गया, जो आज मानवता की सेवा तथा मानव मूल्यों की स्थापना न केवल भारत में अपितु विश्व के अनेक देशों में कर रहा है।
यह भावनाएं छतरपुर के पेप्टिक टाउन स्थित जेपी सिनेमा में द लाइट मूवी देखने के बाद नौगांव के तक्षशिला विद्यालय प्रिंसिपल मनीषी रमाशंकर मिश्रा जी नें व्यक्त की।
जेपी सिनेमा में इस फिल्म को देखने के लिए दर्शकों का सैलाब उमड़ पड़ा और तीनों ही शो हाउसफुल रहे ब्रह्मा बाबा की जीवन कहानी पर आधारित इस फिल्म को देखने छतरपुर जिले की अनेक तहसीलों से दर्शकों का आगमन हुआ।
आम जनता से लेकर बड़ी-बड़ी हस्तियां भी इस फिल्म को देखने के लिए आई जिसमें छतरपुर विधायक ललिता यादव, पूर्व विधायक उमेश शुक्ला, खजुराहो मिनरल्स के मालिक अजयपाल सिंह , समाजसेवी लोकपाल सिंह, शंकर लाल सोनी, गरौली स्टेट रानी साहिबा पूर्णिमा सिंह, नौगांव रानी साहिबा माया सर्वांणी, कपड़ा व्यापार संघ अध्यक्ष आनंद अग्रवाल, नौगांव एसबीआई मैनेजर अमरेंद्र कुमार, दोरिया एसबीआई मैनेजर दीपक कुमार, छतरपुर एक्सीलेंस स्कूल प्राचार्य एस के उपाध्याय, पलेरा सीएमओ शिवी उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार न्यू राष्ट्र भ्रमण संपादक सुरेंद्र अग्रवाल, छतरपुर भ्रमण संपादक हरि अग्रवाल, खजुराहो से पत्रकार संघ अध्यक्ष गौरव मिश्रा, पत्रकार राजीव शुक्ला, देवेंद्र चतुर्वेदी, सुनील पांडे सहित अन्य वरिष्ठ नागरिक शामिल रहे। लोगों के चेहरे की मुस्कुराहट बता रही थी कि उन्हें संस्था के बारे में और प्रजापिता ब्रह्मा बाबा के बारे में जो भी भ्रम थे वह सारे दूर हो गये। सभी ने संस्था को ऐसी फिल्म बनाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद ज्ञापित किया।