धमतरी,छत्तीसगढ़: माननीय अतिथियों भ्राता सी.के.वाही जी, सेवानिव्रत सहायक अभियंता जल संसाधन विभाग , भ्राता एन.एस.निर्मलकर जी सेवानिव्रत सहायक अभियंता जल संसाधन विभाग , सरिता दीदी जी , नवनीता दीदी ,प्राजक्ता दीदी , सरस दीदी की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया | सर्वप्रथम बच्चो ने प्रक्रति एवम पाच तत्वों को लेकर बहुत सुन्दर शिक्षाप्रद नृत्य नाटिका प्रस्तुत की | अतिथियों ने अपने उदबोधन में वर्तमान समय की चिंता जताकर प्रक्रति के संरक्षण की बात की |अपने मुख्य वक्तव्य में नवनीता दीदी ने कहा हमें गर्मी लग रही है तो हम तुरंत ac खरीदकर लाते है लेकिन ये नहीं सोचते की हम कम से कम आने वाले कल को सुरक्षित रखने के लिए तो पेड़ लगाये | लेकिन आने वाले समय में हम ac लगाकर भी सुरक्षित नहीं रह सकेंगे | हमें धरती को बचाना है तो पेड़ लगाने ही होंगे |
सरिता दीदी ने कहा आध्यात्म और प्रक्रति दोनों का आपस में बहुत गहरा सम्बन्ध है | प्राचीन काल से समय प्रति समय हम प्रक्रति को देवतुल्य मानकर उनकी पूजा करते आ रहे है | लेकिन आज हमारी भावानये शून्य हो गई है | हम आधुनिकरण के लिए जंगल के जंगल काटते जा रहे है लेकिन नए पौधे नहीं लगा रहे है | प्रक्रति पुरुष और परमात्मा का बहुत गहरा सम्बन्ध है | पर्यावरण प्रदुषण को रोकने के लिए सबसे पहले हमें अपने मन के प्रदुषण को रोकना पड़ेगा | आगे दीदी ने कहा ब्रह्माकुमारीज द्वारा जल जन अभियान भी चलाया जा रहा है | इस वर्ष विशेष योगिक गृह वाटिका को बढ़ावा देने के लिए इच्छुक भाई बहनों की एक ट्रेनिंग रखी जाएगी | जिसमे इसकी शुरवात कुछ गमलो में सब्जी के बीज या पौधे लगाकर भी कर सकते है | या थोडीसी जमीन में भी लगाकर कर सकते है | कार्यक्रम की इसी कड़ी में तपोवन में भी माननीय भ्राता डॉ. ईश्वर चंद जी वरिष्ठ वैज्ञानिक एवम प्रमुख कृषि विज्ञानं केंद्र संबलपुर ,सरिता दीदी के उपस्थिति में नीम के पोधे का पौधारोपण किया गया गया |
कार्यक्रम के अंत में सरस बहन ने सभी से पर्यावरण सुरक्षा के लिए प्रतिज्ञा करवाए ,जाग्रति बहन ने नारे लगवाए | कार्यकर्म का संचालन प्राजक्ता बहन ने किया |