मटर एक दलहन है, जिससे आप लोग अच्छे से परिचित होंगे। मटर का इस्तेमाल कई प्रकार के खाद्य पदार्थों में किया जाता है। ठंड के मौसम में तो मटर के बिना शायद ही कोई सब्जी बनाई जाती होगी। सच यह है कि मटर सभी लोगों को पसंद होता है और लोग इसेे बहुत पसंद से खाते हैं। मटर से सिर्फ सब्जी ही नहीं बनाई जाती बल्कि मटर का सेवन दाल, पराठे आदि अन्य आहार में भी किया जाता है। इसके अलावा और भी मटर के फायदे हैं। क्या आपको पता है कि आप मटर का इस्तेमाल बीमारियों की रोकथाम में भी कर सकते हैं? नहीं ना! आयुर्वेद में ऐसा ही बताया गया है। मटर में अनेक प्रकार के पौषक तत्व होते हैं। जो आपके शरीर के लिए फायदेमंद साबित होते हैं। मटर कई बीमारियों में उपयोगी हैं। आइए जानते हैं कि आप मटर का प्रयोग किस-किस रोग में कर सकते हैं।
मटर के फायदे…
आइए जानते हैं कि मटर का औषधीय प्रयोग कैसे कर सकते हैं, औषधीय प्रयोग की मात्रा क्या होनी चाहिए और इसकी विधियां क्या हैं :-
सौंदर्य बढ़ाने के लिए मटर का इस्तेमाल
कई लोग, या फिर महिलाएं प्राय: अपना सौंदर्य बढ़ाने के लिए पता नहीं कितने प्रकार के उपायों को आजमाती हैं। ऐसे में आप मटर का प्रयोग कर सौंदर्य लाभ ले सकते हैं। भुनी हुई मटर तथा नारंगी के छिलकों को दूध में पीस लें। आपको इस उबटन को शरीर पर लगाना है। इससे आपकी त्वचा में निखार आता है।
भूख को बढ़ाने के लिए मटर का उपयोग
कई लोग भूख की कमी होने की शिकायत करते हैं। ऐसे लोग हरी मटर का लाभ ले सकते हैं। हरी मटर में अरहर, दालचीनी तथा इलायची मिला लें। इसका जूस बना लें। इसका सेवन करने से भूख बढ़ जाती है।
घाव सुखाने के लिए मटर का प्रयोग
घाव को सुखाने के लिए भी मटर का इस्तेमाल बहुत लाभ पहुंचाता है। आप मटर, मसूर, गेहंू तथा हरेणु(छोटी मटर) को बराबर मात्रा में मिला लें। इसे पीस लें, और लेप के रूप में घाव पर लगाएं। इससे घाव से होने वाली पीड़ा तो ठीक होती ही है, साथ ही कच्चा घाव जल्दी पक जाता है, तथा घाव का मवाद या पीव आसानी से बाहर निकल जाता है।
त्वचा रोग में फायदेमंद मटर का इस्तेमाल
आप त्वचा रोग में भी मटर का उपयोग कर लाभ ले सकते हैं। सबसे पहले आप मटर का काढ़ा बनाएं, फिर इससे त्वचा पर जहाँ विकार हैं, वहाँ धोएं। इससे त्वचा के विकारों में फायदा होता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करने में मटर के फायदे
पाचन तंत्र स्वस्थ न होने के कारण शरीर में अत्यधिक आम की उत्पत्ति होती है जोकि कोलेस्ट्रॉल जैसी परेशानियों को भी बढ़ावा देती हैं। मटर में रेचक गुण होने के कारण यह शरीर में जमे आम या अन्य विशुद्धियों को बाहर निकालने में मदद करता है जिससे कोलेस्ट्रॉल को सामान्य बनाये रखने में सहयोग मिलता है। साथ ही इसमें फाइबर अधिक पाए जाने के कारण भी यह पाचन को स्वस्थ कर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
हड्डियों की बीमारी में मटर के लाभ
हड्डियों की बीमारी में मटर लाभदायक होती है, क्योंकि इसमें कैल्शियम की भरपूर मात्रा उपस्थित होती है।
चेहरे से झाइयां हटाने के लिए मटर का उपयोग
एक रिसर्च के अनुसार मटर में एंटी रिंकल और एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जोकि चेहरे की झाइयों को हटाने में मदद करते हैं। साथ ही इसमें कषाय गुण होने के कारण यह त्वचा के लिए लाभदायक होती है।
स्मरण शक्तिको बढ़ाने में मटर के फायदे
एक रिसर्च के अनुसार मटर में अल्फा लिनोलीक एसिड, पायसमसैपोनिन्स और विटामिन बी, सी और ई पाये जाते हैं। जिसके कारण यह स्मरण शक्ति बढ़ाने में भी मदद करते हैं।
आग से जलने पर दे फायदा
अगर कोई व्यक्ति आग से जल गया है और उसे जलन तथा पीड़ा हो रही है तो उसे जले हुए अंग पर मटर का उपयोग करना चाहिए। हरी कोमल मटर को पीस लें, और इसे जले हुए अंग पर लगाएं। इससे लाभ होता है।
सूजन की समस्या में मटर का उपयोग
सूजन का उपचार करने के लिए भी मटर का उपयोग किया जाता है। ठंड के मौसम में जिस किसी व्यक्ति की अंगुलियों में सूजन आ जाती है, वे सबसे पहले मटर का काढ़ा बना लें। इस काढ़े में सरसों का तेल मिला लें। इससे सूजन वाली अंगुलियों को धोएं। सूजन ठीक हो जाती है।
पित्तज और कफज विकारों में मटर का उपयोग
पित्तज और कफज विकारों में मटर का इस्तेमाल करना लाभदायक होता है। सूखी मटर, सोयाबीन, चना, गेहूं, यव(जौ) लें। इसमें थोड़ी मात्रा में तिल को मिला लें। इसका आटा बनाकर प्रयोग करें। यह बहुत ही पौष्टिक होता है। इससे पित्तज और कफज विकारों में लाभ होता है।
मटर का सेवन पाचनतंत्र विकार में फायदेमंद
जो लोग पाचनतंत्र विकार से परेशान रहते हैं और भोजन के ठीक से नहीं पचने की समस्या रहती है तो वो लोग भी मटर का प्रयोग कर सकते हैं। हरी मटर में अरहर, दालचीनी तथा इलायची मिलाओ। इसका जूस बना लें और इसका सेवन करें।



