जिस तरह से फैक्ट्री में इस्तेमाल होने वाली मशीन में जंग न लगे, उसके पुर्जे अच्छे से काम करें तो उसमें समय प्रति समय ऑयल डालना इन सबका ध्यान रखा जाता है। ठीक उसी तरह हमारा जो शरीर है वो भी एक मशीन है और दिमाग उस मशीन में सबसे महत्वपूर्ण पुर्जा, जिसको सक्रिय रखने के लिए कुछ न कुछ टास्क देना बहुत ज़रूरी है। इसी के लिए हम आपको हाथों से होने वाले ये व्यायाम जिन्हें दिन के सिर्फ दो मिनट करना भी काफी होगा।

सांप की चाल…
हाथों को जोडें और अंगुलियों को आपस में फंसा लें। अब कलाइयों को घुमाते हुए इन बंधे हाथों को दाएं से बाएं और बाएं से दाएं घुमाएं (एक सांप की तरह)। इसमें आपको हाथ आगे जाते हुए प्रतीत होंगे। इब इसे बाएं से दाएं और दाएंं से बाएं घुमाएं। ऐसे लगेगा जैसे हाथों वाला सांप वापस आ रहा हो।
हाथ से चुगें…
बाएं हाथ की पांचों अंगुलियों का आपस में मिलाकर चित्रानुसार चोंच जैसा बना लें। दांए हाथ की हथेली को फैलाएं और बाएं हाथ की चोंच को झटके से दाईं हथेली पर लगाएं। फिर दाएं हाथ से चोंच बनाकर बाएं हाथ की हथेली पर लगाएं। दोनों क्रियाओं को जितनी जल्दी हो सके, बारी-बारी से करें।


वर्ग का निर्माण…
इस व्यायाम में आपको अपनी अंगुली और अंगूठे से वर्ग बनाना है। इसे बनाने के लिए दाएं हाथ के अंगूठे को बाएं हाथ की तर्जनी से मिलाएं और बाएं हाथ के अंगूठे को दाएं हाथ की तर्जनी से। हालांकि पहली बार जो जोड़ा ऊपर रहेगा। दूसरी बार वो चित्रानुसार नीचे आ जाएगा।


अंगुलियों को घुमाएं…
पांचों अंगुलियों के पोरों को आपस में चित्रानुसार मिलाएं और फिर चारों अंगुलियों को मिलाए रखते हुए अंगूठों को एक-दूसरे के आस-पास करें। गोल-गोल 8-10 बार घुमाना है। फिर अंगूठों को जोड़ लें और तर्जनी को अलग करके उसे घुमाएं। इसके बाद एक-एक करके सारी अंगुलियों को घुमाते जाएं और पहली वाली को जोड़ते जाएं।






