नोएडा ,उत्तर प्रदेश: ब्रह्माकुमारीज़ सेक्टर 46, नोएडा केंद्र द्वारा गार्डेनिया ग्लोरी सेक्टर 46 क्लब हॉल में “आध्यात्मिक शक्ति के चमत्कार” विषय पर एक प्रेरक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता लंदन की प्रसिद्ध प्रेरक वक्ता व सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) बीके रुचि थीं, जिन्होंने आध्यात्मिक जागरूकता के माध्यम से आंतरिक शक्ति को जगाने पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की शुरुआत आत्मा की यात्रा को दर्शाते एक सुंदर नृत्य प्रस्तुति से हुई, जिसके बाद सभी उपस्थित लोगों के लिए हल्के स्ट्रेचिंग व्यायाम कराए गए। मुख्य वक्ता बीके रुचि ने अपने संबोधन में बताया कि “आध्यात्मिकता हमें अपने दिव्य अस्तित्व की पहचान कराती है और परमात्मा से जुड़कर बाहरी प्रभावों सेसुरक्षित रहने की शक्ति प्रदान करती है।” उन्होंने समझाया कि आत्म-प्रेम, ईश्वर प्रेम और वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को अपनाकर ही हम वास्तविक आंतरिक शक्ति प्राप्त कर सकते हैं।एक समूह गतिविधि के माध्यम से उन्होंने इस भावना को विश्वव्यापी बनाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “आध्यात्मिकता तभी सार्थक होती है जब हम इसे दैनिक जीवन में उतारते हैं।”
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज़ सेक्टर 46,51 व 15 की केंद्र प्रभारी बीके कीर्ति ने उपस्थित लोगों के लिए एक निर्देशित राजयोग ध्यान सत्र आयोजित किया। उन्होंने सकारात्मक विज़ुअलाइज़ेशन और परमात्मा से जुड़कर बाहरी नकारात्मक प्रभावों से बचने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने कहा, “राजयोग ध्यान मन को शांत करता है और हमें भावनात्मक रूपसे स्थिर बनाता है।दूसरों को दोष देने के बजाय आत्म मूल्यांकन करना चाहिए।”
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर प्रदीप माथुर (मीडिया गुरु व पूर्व संपादक, नेशनल हेराल्ड, पायनियर, द ट्रिब्यून) ने “सर्विस बिफोर सेल्फ” के सिद्धांत पर बल देते हुए कहा कि सीमित ज़रूरत ,सादा जीवन-उच्च विचार और ध्यान का दैनिक अभ्यास ही हमें बाहरी प्रभावों से मुक्त रख सकता है। वहीं, प्रख्यात पत्रकार व समाचार एंकर श्री रशीद हाशमी ने ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के विश्व शांति के लिए 89 वर्षों के योगदान की सराहना की।
क्लियरमेडी हेल्थकेयर के सीईओ कमांडर नवनीत बाली ने वर्तमान में जीने और ईश्वरीय योजना पर विश्वास रखने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “ईश्वर के मास्टर प्लान में कोई त्रुटि नहीं होती, हमें बस उस पर भरोसा रखना चाहिए।”
ब्रह्माकुमारीज़ सेक्टर 46, नोएडा केंद्र ने सभी अतिथियों और उपस्थित जनसमूह का आभार व्यक्त करते हुए राजयोग ध्यान के नियमित अभ्यास और आध्यात्मिक जीवनशैली अपनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम का समापन सभी को प्रसाद वितरण के साथ हुआ।












