इलेक्ट्रॉनिक साधन हमारे मस्तिष्क को कमजोर बनाते हैं। ब्रह्मा कुमार नारायण भाई
अलीराजपुर, मध्य प्रदेश। इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में छात्र-छात्राओं के लिए मेडिटेशन कैसे मेडिसिंस का कार्य करता है कार्यशाला का आयोजन। आज इलेक्ट्रॉनिक साधनों का उपयोग ज्यादा होने के कारण मस्तिष्क कमजोर होता जा रहा है। दैनिक दिनचर्या हमारी जैविक घड़ी के विपरीत होने के कारण शारीरिक स्वास्थ्य बिगड़ता जा रहा है। अच्छी नींद नहीं होने से शरीर में अच्छे हारमोंस का स्राव नहीं होने के कारण डर, भय ,चिंता, तनाव बढ़ता जा रहा है। मन कमजोर होने से परिस्थितियों छोटी-छोटी बड़ी अनुभव होने लगती है, हमारी याददाश्त शक्ति कमजोर ,सफलता हमारे जीवन से दूर होती जा रही है। यह विचार इंदौर से पधारे जीवन जीने की कला के विशेषज्ञ ब्रह्मा कुमार नारायण भाईने शासकीय औद्योगिक इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट मैं छात्र छात्राओं व स्टाफ के लिए मेडिटेशन कैसे मेडिसिंस का कार्य करता है और हमारे कार्य क्षेत्र में कैसे सफलता प्रदान करता है इस विषय पर संबोधित करते हुए बताया कि मेडिटेशन हमारे मन की चलने वाली स्पीड को कम व शांत करता है। प्रत्येक मिनट होने वाले नकारात्मक विचारों की संख्या को कम करके सकारात्मक संकल्प पैदा होने लगते हैं जिससे हमारे विचारों में शक्ति पैदा होती है। यह शक्ति चारों तरफ एक ऊर्जा में रूपांतरित होती है जो हमारे जीवन के उज्जवल भविष्य के दरवाजे खोल देती है। सफलता में चार चांद लगा देती है ।कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रोफेसर सीताराम ने कार्यक्रम का संचालन किया ।ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने बताया कि युवाओं को अनेक नसों से दूर रहना चाहिए। आजकल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का प्रयोग ज्यादा होने से पढ़ाई और उसकी गुणवत्ता के ऊपर खराब प्रभाव पड़ रहा है। शारीरिक जीवन स्तर गिरता जा रहा है। कार्यक्रम के अंत में प्रिंसिपल अजय तलवाड़ ने बताया की जीवन में राजयोग को शामिल करने से हमारा मन शांत रहता है जिससे हमारी बुद्धि शक्तिशाली बनती है। हमारी याददास्त शक्ति बढ़ने लगती है और हमारी सफलता नजदीक आ जाती है। मेडिटेशन एक वैज्ञानिक पद्धति है जिससे हमारे जीवन का सर्वांगीण विकास होता है। कार्यक्रम में पुष्पेंद्र कनाडे,प्रोफेसर दीपमाला व अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।



