श्री राजेंद्र प्रसाद मिश्र जी, उप जेल अधीक्षक पन्ना को रक्षासूत्र बांधकर रक्षाबंधन का आध्यात्मिक रहस्य समझाते हुए बीके सीता बहन जी, प्रभारी, पन्ना उप सेवाकेंद्र।
पवित्रता का बंधन ही सच्चा रक्षाबंधन” : “विश्व रक्षा का पुण्य पर्व रक्षाबंधन” : “मर्यादाओं की रक्षा करना ही सच्चा रक्षाबंधन” :
जेल में सभी कैदी भाइयों तथा महिला कैदियों के साथ मनाया गया रक्षाबंधन का पर्व।
पन्ना,मध्य प्रदेश। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय पन्ना द्वारा जिला जेल पन्ना में सभी कैदी भाइयों तथा महिला कैदियों के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया। बीके सीता बहन जी ने सभी कैदी भाइयों तथा महिला कैदियों को रक्षा सूत्र बांधा तथा उन्हें संस्कारों को परिवर्तन करने की प्रतिज्ञा कराई।
बहन जी ने सभी को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए एवं रक्षाबंधन का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि, यह रक्षाबंधन एक विशाल ह्रदय वा विशुद्ध भावनाओं के धागों से जुड़ा त्यौहार है, परंतु आज छोटी–सी सीमा में बंधकर रह गया है। केवल बहन अपने सगे भाई और भाई अपनी सगी बहन के लिए ही सोचता है। रक्षाबंधन हम सभी सदियों से मनाते आ रहे हैं फिर भी यह रक्षाबंधन सुरक्षा नहीं कर पा रहा है जब विश्व पिता परमात्मा धरा पर आते हैं तब सर्व मानव आत्माओं के कल्याण हेतु हम सभी से प्रतिज्ञा कराते हैं कि विश्व एक परिवार है, हम सब एक पिता की संतान आपस में भाई बहन है। अतः हम विश्व शांति एवं विश्व एकता का नारा तभी ला सकेंगे जब सभी में यह भावना अंतःकरण में समाई हो कि एक–दो नहीं हम सब भाई–बहन हैं।
रक्षाबंधन का आध्यात्मिक महत्व
आगे आपने कहा कि, रक्षाबंधन अर्थात हमें अपनी रक्षा विकारों से , बुराइयों से करनी है। मुख मीठा करना अर्थात हमें सदैव मधुर बोल बोलने हैं, तिलक लगाना अर्थात हमें सदैव आत्म स्मृति का तिलक लगाना है। इस प्रकार रक्षाबंधन का आध्यात्मिक रहस्य सभी भाई बहनों ने समझा और उसे अपने जीवन में धारण करने का दृढ़ संकल्प किया।
इसी तारतम्य में बीके सीता बहन जी ने श्री राजेंद्र प्रसाद मिश्र जी, उप जेल अधीक्षक पन्ना को रक्षासूत्रबांधकर रक्षाबंधन का आध्यात्मिक रहस्य समझाया।
श्री पुनीत सोनकर जी,IFS ( डिविजनल फॉरेस्ट ऑफीसरDFO), दक्षिण वन मंडल पन्ना एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों को भी रक्षा सूत्र बांधा गया।