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नरसिंहपुर : गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरुजनों,वरिष्ठ जन परिषद एवं पेंशनर समाज का किया सम्मान

नरसिंहपुर, मध्य प्रदेश। गुरु पूर्णिमा पर्व प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा  दिव्य संस्कार भवन में गुरुवार को संध्या 6 बजे से मनाया गया।

कार्यक्रम के आरंभ में कु सृष्टि ने परम सद्गुरु शिव बाबा के लिए समर्पित “मेरे गुरु बराबर कोई नहीं” गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया ।इसके बाद अतिथि गण भ्राता गणेश कुमार चतुर्वेदी अध्यक्ष वरिष्ठ जन परिषद,भ्राता एस के चतुर्वेदी प्रांतीय अध्यक्ष पेंशनर समाज,भ्राता अनिल राय तहसील अध्यक्ष पेंशनर समाज, ओज कवि भ्राता अशोक त्रिपाठी,बहिन श्रीमती चित्रा द्विवेदी  रिटा. प्रो.,प्रो.वर्मा जी, ब्र कु कुसुम दीदी जिला संचालिका , वरिष्ठ जन परिषद एवं पेंशनर समाज के अन्य सदस्यों ने दीप प्रज्वलित कर कार्य क्रम का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर  दीदी जी ने गुरु महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि  एक गुरु ही है जो समाज की दिशा और दशा बदलने में सक्षम है। भारत ही एक ऐसा देश है जिसकी संस्कृति सर्वोच्च और महान है। भारत की संस्कृति ने ही इसे विश्व गुरु का दर्जा दिया है। जहां हमारी देव और वैदिक संस्कृति  है, तप,साधना,त्याग, तपस्या,और अतिथि देवो भव की संस्कृति है। यहां गुरु को भगवान से भी बढ़कर दर्जा दिया जाता है । भारतीय संस्कृति को बनाए रखने में गुरु व वरिष्ठ जनों का ही हाथ है जो अपने चरित्र से इस kसंस्कृति का आदर्श प्रस्तुत करते हैं। जिस घर में गुरु और वरिष्ठ जनों का सम्मान और आशीर्वाद बना होता है वह घर मंदिर बन जाता है। मुक्ति व  सद्गति को पाना है तो गुरु की आवश्यकता होती  है। गुरु बिना ज्ञान नहीं । गुरु के बिना ईश्वर से मिलन नहीं हो सकता। देखा जाए तो कला सिखाने वाले , मात पिता व शिक्षा देने वाले भी गुरु होते है। इसी तरह समाज सुधारक, धर्म स्थापक भी गुरु होते हैं जो गुरु बनकर हमें मार्गदर्शन देते हैं।

किंतु परम पिता परमात्मा शिव गुरुओं को भी सत्य मार्ग दिखाने वाले परम सद्गुरु हैं जो वर्तमान में इस धरा पर अवतरित होकर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के माध्यम से सत्य ज्ञान और राजयोग की शिक्षा देकर समग्र विश्व की सद्गति कर रहे हैं। यहां हर धर्म जाति उम्र वर्ग की मनुष्य आत्माएं निशुल्क ईश्वरीय शिक्षा प्राप्त कर अपना जीवन दिव्य गुणों से संपन्न बना सकते हैं।

भ्राता अनिल राय ने कहा कि अच्छे और सच्चे गुरु से सदा कल्याण होता है। भ्राता अशोक गुप्ता ने कहा मैंने दीदी  के मार्गदर्शन में अपने जीवन में राजयोग के द्वारा सच्चे सुख और शांति का अनुभव पाया है। 

भ्राता आर डी वर्मा  ने कहा कि मैंने पिछले 5 वर्षों मैं ब्रह्माकुमारी संस्था से जुड़कर राजयोग के द्वारा जीवन में इतना भौतिक व आध्यात्मिक सुख प्राप्त किया है जिसका मैं मुख से वर्णन नहीं कर सकता।

श्रीमती पदमा देवी ने परम सतगुरु को समर्पित “मेरे सद्गुरु प्यारे का दरबार बड़ा सोणा है”। गीत पर सुंदर  नृत्य  प्रस्तुत किया।

संस्थान के वरिष्ठ सदस्य भ्राता मुकेश नेमा ने सभी का आभार व्यक्त किया।  कार्यक्रम के अंत में  दीदी जी ने सभी को ईश्वरीय वरदान व प्रभु प्रसाद प्रदान किया। इस कार्यक्रम में लगभग 100 लोग उपस्थित रहे।

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