यहाँ जो प्रजापिता ब्रह्मा बाबा के माध्यम से बनाई गई व्यवस्था में जो राजयोग है वो अतुलनीय है। इसके माध्यम से समाज के हरेक वर्ग को सुधारने का कार्य किया जा रहा है और उनके जीवन को ऊंच स्तरीय बनाने का जो तरीका है ये अनुपम है। यहाँ त्याग, सेवाभाव व समर्पण से किया जाने वाला कार्य निश्चित ही समाज को बल प्रदान करेगा, ये कहना है आदि शंकराचार्य त्रिकाल भवंता सरस्वती जी महाराज का। उन्होंने आबू रोड स्थित ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान मुख्यालय के डायमंड हॉल में त्रि-दिवसीय अखिल भारतीय साधू-संत महासम्मेलन में व्यक्त किया अपना अनुभव। उनके अनुभव के कुछ अंश उन्हीं के शब्दों में यहाँ प्रस्तुत हैं…
ब्रह्माकुमारीज़ के प्रांगण में आयोजित अखिल भारतीय साधु-संत महासम्मेलन में जो राजयोग का, परमात्म ज्ञान का, अपने को पहचानने का, अपने जीवन को सरल बनाने का, अपने जीवन को आंनदमय सफल बनाने का, अपने जीवन को सफल बनाकर दूसरों के जीवन सफल बनाने का, इसकी अति सुन्दर व्यवस्था है। भाषा, भोजन जो भी यहाँ पर संस्थान के अलग-अलग 19-20 विंग्स हैं, सभी अपनी-अपनी जगह पर सेवा, समर्पण और प्रेम से परमात्मा के बताए हुए मार्ग पर चल कर रहे हैं। ये मुझे अति सुन्दर अनुभव हुआ, इस अनुभव के मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं, जिसको मैं बयां कर सकूं।
यहाँ ब्रह्माकुमारीज़ बहनों की जो त्याग, तपस्या, सेवा, सर्मपण और प्रेम का भाव है, वो अतुलनीय है। परमपिता परमात्मा ने जो नारियों को इतना ऊँचा स्थान दिया है, ये भी अतुलनीय है। ब्रह्मा बाबा का त्याग, तपस्या, संघर्ष, सेवा और समर्पण का प्रत्यक्ष रूप यहाँ देखने को मिल रहा है। मेरा भी जीवन आदि शक्ति की पुनस्र्थापना के लिए है जो बाबा का मिशन है, वही मिशन बाबा की कृपा से मेरा भी है। बस फर्क इतना है, बाबा ने श्वेत वस्त्र में बताया, मैं भगवा वेष में हूँ।
यहाँ समाज के प्रत्येक वर्ग के व्यक्तियों को जो सुधारने व चरित्रवान बनाने का कार्य चल रहा है ये सिर्फ सराहनीय ही नहीं बल्कि अनुकरणीय भी है। जो यहाँ आयेगा वो निश्चित रूप से अपना जीवन सफल करेगा और खुद के कल्याण के साथ-साथ पूरे मानव समाज की आत्माओं का कल्याण कर उनका जीवन सफलता की ओर प्रेरित करेगा। यहाँ शान्तिवन के मुख्यालय के मनमोहिनीवन परिसर में जो गॉडलीवुड स्टूडियो है उसके माध्यम से बनाई हुई ब्रह्माबाबा के पूरे जीवन की कहानी को डेढ़ घंटे की डॉक्यूमेन्ट्री के माध्यम से हमने देखा। अति सुन्दर व्यवस्था है यहाँ, संस्थान का जो पीस ऑफ माइंड चैनल है, उसके माध्यम से पूरे विश्व में परमात्म ज्ञान व शान्ति फैलाने का कार्य हो रहा है।
राजयोगिनी ब्र.कु. उषा दीदी, राजयोगिनी ब्र.कु. गीता दीदी, राजयोगिनी ब्र.कु. आशा दीदी एवं राजयोगिनी ब्र.कु. मनोरमा दीदी व अन्य सभी जो हमारी समर्पित बहनें हैं, जो मानव कल्याण की सेवा में लगे हुए हैं उन सभी के लिए मैं कोटि-कोटि भगवान से, परमपिता शिवबाबा से प्रार्थना करती हूूँ कि उनकी दीर्घ आयु हो, स्वस्थ रहें और मानव मात्र को देवतुल्य बनाने का ऐसे ही प्रेरणादायी कार्य करती रहें।



