जूनागढ़,गुजरात: परमादरणीय, त्यागी, तपस्वीमूर्त, बेहद की सेवा में सदा तत्पर, उमंग-उत्साह से सभी को बाबा की सेवा में अग्रसर करने वाली परम श्रद्धेय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी दमयंती दिदीजी ने आज दिनांक 13 नवम्बर 2025, प्रातः 6 बजे अपना भौतिक शरीर त्याग कर वतन निवासी होकर बापदादा की गोद में समा गए।
आपने अपने आध्यात्मिक जीवन की शुरुआत मुंबई से की और साकार बाबा की प्रेरणा अनुसार गुजरात में सेवाओं का आरम्भ किया। अहमदाबाद और सौराष्ट्र के विभिन्न स्थानों पर जाकर आपने सेवाएँ दीं। अपनी धारणामूर्त, त्यागी और तपस्वी जीवन से अनेक आत्माओं को लाभान्वित किया।
आपके अथक सेवाओं से जूनागढ़ सबज़ोन का निर्माण हुआ, जहाँ आपने 150 कुमारियों का जीवन समर्पित करवाया और 55 सेवा केंद्रों की स्थापना के निम्मित बनें। आप सदा बाबा और यज्ञ की फरमानबरदार और प्रेरणामूर्त रही हैं।
हम समस्त ब्राह्मण परिवार, विशेषकर जूनागढ़ सबज़ोन की ओर से, ऐसी महान आत्मा को अपनी श्रद्धांजलि एवं श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं।






