बगीचे की सुरक्षा के लिए फेंसिंग और शरीर की सुरक्षा के लिए यातायात उपकरण और उनके नियमों के पालन की आवश्यकता है- बीके शैलजा
गाड़ी की स्पीड से ज्यादा मन के संकल्पों की स्पीड अनेक दुर्घटनाओं का कारण बन जाती है- ब्रह्माकुमारीज़यह दिन सिर्फ सड़क दुर्घटना में दिवंगत आत्माओं की स्मृति का नहीं है बल्कि हमारी सजगता का है- सीएमओ शिवी उपाध्याय

छतरपुर, मध्य प्रदेश। किसी बात पर किसी से बहस हो जाती है या कोई बहुत बड़ी जिम्मेदारी अचानक हमें मिलती है और हमारा पूरा चिंतन उस पर चलने लगता है और इस हड़बड़ी में हम घर से निकलते हैं तो कई बार जो हमारा मन है वह कुछ और सोचता है और कई बार तो हमारे गाड़ी की स्पीड से ज्यादा मन के संकल्पों की स्पीड हो जाती है और हम दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। जिस प्रकार हम बगीचे को सुरक्षित रखने के लिए फेंसिंग का उपयोग करते हैं ताकि कोई आवारा पशु अंदर ना चला जाए ठीक इसी प्रकार हमें शरीर की सुरक्षा हेतु भी यातायात के सभी उपकरणों एवं उनके नियमों का पालन करना चाहिए।
उक्त उद्गार ब्रह्माकुमारीज़ किशोर सागर में सड़क दुर्घटना पीड़ितों प्रति विश्व स्मृति दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शैलजा दीदी ने व्यक्त किए।

बीके रीना ने कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा की संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित सड़क दुर्घटना पीड़ितों प्रति विश्व स्मृति दिवस को ब्रह्माकुमारीज़ का यातायात प्रभाग नवंबर माह के तीसरे रविवार को हर वर्ष मनाता है। इसका उद्देश्य सड़क दुर्घटना में दिवंगत आत्माओं को सामूहिक श्रद्धांजलि देना और साथ ही उनके परिवार वालों को भावनात्मक संबल देना एवं नशे के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं से सबको बचाना और यातायात के नियमों के प्रति जागरूकता फैलाना है।

इस मौके पर पलेरा सीएमओ शिवी उपाध्याय ने कहा कि यह दिन सिर्फ दिवंगत आत्माओं की स्मृति का नहीं बल्कि हमारी सजगता का है कि क्या हम यातायात के सभी नियमों का पालन करते हैं यह अपने अंदर जांच करने का दिन है।
प्रोफेसर जीपी शाक्य जी ने कहा कि जब हम अपने ट्रैक पर सही नहीं चलते हैं तो दुर्घटनाओं के शिकार होते हैं इसीलिए हमें इस बात का बहुत ध्यान रखना चाहिए।
न्यू राष्ट्र भ्रमण के संपादक सुरेंद्र अग्रवाल जी ने सड़क दुर्घटना में दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी साथ ही अपनी न्यूज़ पेपर में फ्रंट पेज नो नेगेटिव न्यूज़ के संकल्प के बारे में भी बताया।
प्रभु स्मरण कराते हुए शुद्ध वाइब्रेशन के प्रकंपन के साथ सामूहिक श्रद्धांजलि
कार्यक्रम के अंत में बीके कल्पना ने मेडिटेशन कमेंट्री के माध्यम से प्रभु स्मरण कराते हुए शुद्ध वाइब्रेशन के प्रकंपन के साथ सामूहिक श्रद्धांजलि देने हेतु सभी से मामबत्तियां प्रज्वलित करवाई और शुद्ध संकल्पोंके माध्यम से सभी ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर अजय अग्रवाल जिन्होंने सड़क दुर्घटना में अपने बेटे और न पोती को खोया है और ऐसे ही कई अन्य परिवार भी सम्मिलित हुए।





