वीरगंज, नेपाल। ब्रह्माकुमारीज द्वारा नेपाल के तीन जिले बारा, पर्सा, राैतहट तथा नेपाल भारत सीमावर्ती क्षेत्र में अपनी आध्यात्मिक एवं सामाजिक सेवाओं की स्वर्ण जयंती हर्षोल्लासपूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर नेपाल के राजधानी पशुपतिनाथ की नगरी काठमाण्डु से पधारीहुइ नेपाल, काठमाण्डु जाेन प्रभारी तथा निर्देशक राजयाेगिनी डा. राजदिदी जी ने मुख्य अतिथि ताैर पर स्वर्ण जयन्ती विशेष भव्य समुद्घाटन समाराेह का दीप प्रज्वलन एवं शिव ध्वज फहरातेहुये विधिवत शुभारंभ किया।
यह सेवायात्रा वर्ष 1974 में वीरगंज से आरंभ हुई थी, जब साकार बाबा की पालना और दादी चन्द्रमणी जी की विशेष आध्यात्मिक प्रशिक्षण में पल्लवित राजयाेगिनी डा राजदिदी दीदीजी ने वीरगंज में स्थित मारवाडी धर्मशाला पर ईश्वरीय सेवाओं का बीजाराेपण किया । समय के साथ यह सेवा तीन जिले बारा पर्सा और राैतहट में एक विशालकाय वटवृक्ष के रूप में विकसित हुई, जिसकी शाखाएं भारतनेपाल के कुछ सिमाक्षेत्र रक्साैल आदापुर वैरगनिया तथा घाेडासहन तक भी फैल गईं । राजयोग ध्यान एवं आध्यात्मिक शिक्षाओं के माध्यम से लाखाें लाेगाें काे आंतरिक शांति, स्व-परिवर्तन एवं श्रेष्ठ जीवनशैली का ईश्वरीय वरदान दिलाया। एकता भाईचारा अहिंसाका पथ प्रदर्शित कर मूल्यनिष्ठ समाज स्थापना में अहाेरात्र तत्पर रहा ।
इस वर्ष नेपाल काठमाण्डु अन्तर्गत वीरगंज क्षेत्र ने अपनी स्वर्ण जयंती वर्ष में प्रवेश किया, जिसका भव्य शुभारंभ 15 नवम्वर 2025 को विश्वदर्शन भवन, छपकैया में बहुत हि धुमधाम के साथ मनाया गया।
अपने शुभाशिष वचनाें में नेपाल की निर्देशक राजयाेगिनी डा. राजदिदी जी ने नेपाल तथा वीरगंज में सेवा स्थापना काल के अविस्मरणीय पलाें का जिक्र किया, उन्हाेने किस तरह एक अलग जगह, संस्कार, भिन्न परिवेश, भाषा हाेने पर भी बाबा ने सभी की सहयाेग से कैसे इश्वरीय ज्ञान, राजयाेग ध्यानका अभ्यास, त्याग एवं तपस्या से लाेगाे के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पडा तथा किन किन परिस्थितियाें का सामना करतेहुये इश्वरीय सेवाका वृद्धि एवं विस्तारहुअा, इस विषयाें में चर्चा किया साथ मे सभी सहयाेगियाें का अाभार किया । उस दाैरान उन्होंने बताया कि कैसे स्वयं नवयुगका सर्जक परमात्मा शिव इस धरा पर दिव्य अवतरित हाेकर विगत 89 सालाें से सतयुगी स्वर्णिम युग लानेका महान दिव्य कर्तव्य कररहे हैं ।
विशिष्ट अतिथियों के रूप में माैजुद हरि गाैतम, अध्यक्ष, वीरगंज उद्याेग वाणिज्य संघ एवं श्री राजकुमार सिन्धी जी, पूर्व अध्यक्ष, नेपाल भारत मैत्री संघ तथा लायन्स कल्ब, प्रदेश सांसद माननीय देवनारायण चाैधरी, जयप्रकाश थारू, संविधान सभा सदस्य, जय प्रकाश यादव, संविधान सभा सदस्य, निजामुद्दीन समानी, वरिष्ठ समाजसेवी, पशुपति विक्रमशाह, मधुराणा, रेडक्रस साेसायटी पर्सा के उपाध्यक्ष, ठाेरी गाउँपालिका अध्यक्ष लाल बहादुर श्रेष्ठ, पकाहा मैनपुर गाउँ पालिका अध्यक्ष सुरेश प्रसाद, प्रसाैनी गाउँपालिका अध्यक्ष विनाेद जैसवाल, ग्यासुद्दीन ठकुराइ, सामुदायिक सेवाकेन्द्रका अध्यक्ष जैसे विशिष्ठ जनाे ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति दी। उन्होंने ने ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा वीरगंज क्षेत्र में किए जारहे आध्यात्मिक एवं सामाजिक सेवाओं की उत्कृष्ट योगदान की भूरि-भूरि सराहना की।
उक्त सुखद् अवसर पर ब्रह्माकुमारीज़ नेपाल के वरिष्ठ राजयोगीगणों ने अपने दिव्य अनुभवों और उत्कृष्ट विचारों से उपस्थितजनों को लाभान्वित किया। नेपाल जाेन की सहनिर्देशक ब्रह्माकुमारी किरण दिदी जी, वरिष्ठ राजयाेग प्रशिक्षक ब्रह्माकुमार रामसिंह जी, नेपाल विराटनगर सवजाेन प्रभारी गीता दिदी जी, वीरगंज सवजाेन प्रभारी ब्रह्माकुमारी रविना दिदी जी, राजयाेग प्रशिक्षक ब्रह्माकुमार राजु घले, राजयाेगी गुणराज जी लगायत के कुशल वक्ताजन ने भी अपनी प्रेरणास्पद वाणी से सबको गहन रूप से अभिभूत एवं कृतार्थ किया।
इस आयोजन में लगभग 2000 लोगों ने भाग लिया एवं आध्यात्मिक लाभ प्राप्त किया । समुद्घाटन समाराेह के साथ ही भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमाें का भी आयाेजन किया गया जहा करिब 25-30 उत्कृष्ठ कलाकार भाइबहनाें ने अलग अलग संदेशमूलक गीत, नृत्य एवं फ्युजन डान्स में सुरम्य मनमाेहक प्रस्तुति देकर समाराेह में चारचांद लगवा दिए ।
उस माैके पर मधुवन के ज्ञान सराेवर से राजयाेगी ब्रकु जीवन भाइजी, ब्रकु राम भाइजी, देल्ली ORC से रमेश भाइजी, नेपाल अधिराज्य भर के विभिन्न जगह से पधारेहुये १०८ समर्पित ब्रह्माकुमारी बहने एवं भाइ के साथ इश्वरीय सेवा में भूमि दान करने वाले भूमिदाता महानुभावाें का भी सम्मान किया गया । बाहर प्रांगण में एल.इ.डी. लगाया गया था जिसका लाभ बडे पैमाने में नेपाल एवं भारत से आये हुए महानुभावाें ने लिया ।











