मुख पृष्ठराज्यराजस्थानजयपुर : त्रिदिवसीय गीता ज्ञान शिविर का सफल एवं प्रेरणादायी समापन

जयपुर : त्रिदिवसीय गीता ज्ञान शिविर का सफल एवं प्रेरणादायी समापन

राजयोग, कर्म सिद्धांत एवं विश्व ध्यान दिवस के संदेश से हजारों नागरिक हुए लाभान्वित

जयपुर,राजस्थान। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, जयपुर सबज़ोन के अंतर्गत वैशाली नगर एवं बनीपार्क केंद्र द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय गीता ज्ञान शिविर का आयोजन अत्यंत सफल, प्रेरणादायी एवं आध्यात्मिक वातावरण में संपन्न हुआ। यह शिविर वैशाली नगर स्थित प्रभु निधि सभागार एवं बनीपार्क स्थित जनोपयोगी भवन में आयोजित किया गया, जिसमें जयपुर शहर के हजारों गणमान्य नागरिकों, साधकों एवं भाई-बहनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

प्रथम दिवस : गीता ज्ञान से जीवन की दिशा

शिविर के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी एवं गौ-सेवा के प्रति समर्पित व्यक्तित्व नवीन कुमार भंडारी उपस्थित रहे। उन्होंने दीप प्रज्वलन कर शिविर का शुभारंभ किया।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि गीता केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन को सही दिशा देने वाली व्यवहारिक जीवन-पद्धति है। आज के तनावपूर्ण समय में राजयोग और गीता ज्ञान आत्मिक शांति, सकारात्मक सोच एवं नैतिक मूल्यों को जाग्रत करने का प्रभावी माध्यम है।
इस अवसर पर उन्होंने जयपुर सबज़ोन प्रभारी राजयोगिनी सुषमा दीदी एवं मुख्य वक्ता राजयोगिनी बीके वीणा दीदी से आशीर्वाद प्राप्त कर गीता ज्ञान को जीवन में उतारने का संकल्प व्यक्त किया।

मुख्य वक्ता राजयोगिनी बीके वीणा दीदी ने गीता के गूढ़ रहस्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि राजयोग के माध्यम से आत्मा परमात्मा से जुड़कर अपने वास्तविक स्वरूप की पहचान करती है, जिससे आत्म-परिवर्तन संभव होता है।

द्वितीय दिवस : जीवन उपयोगी ज्ञान से प्रेरणा

दूसरे दिन के कार्यक्रम में पूर्व विधायक एवं जयपुर के प्रथम महापौर मोहनलाल गुप्ता, ज्योति कुमार सतिजा (IG, Railway Protection Force, NWR), डॉ आशा लता (दुर्गावाहिनी, विश्व हिंदू परिषद) सहित अनेक विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
राजयोगिनी सुषमा दीदी एवं मुख्य वक्ता राजयोगिनी बीके वीणा दीदी ने गीता ज्ञान को दैनिक जीवन में अपनाने, सकारात्मक दृष्टि विकसित करने तथा आत्मिक सशक्तिकरण पर सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए।
ज्योति कुमार सतिजा ने कहा कि राजयोग ध्यान व्यक्ति को मानसिक संतुलन, निर्णय क्षमता और आत्मविश्वास प्रदान करता है, जो आज के समय की आवश्यकता है।

तृतीय दिवस : कर्म सिद्धांत एवं विश्व ध्यान दिवस का विशेष आयोजन

शिविर के तृतीय एवं समापन दिवस पर कर्मों के सिद्धांत को विस्तार से समझाया गया। राजयोगिनी बीके वीणा दीदी ने बताया कि मन, वचन और कर्म की शुद्धता से ही जीवन में सुख-शांति एवं सफलता प्राप्त होती है
इस अवसर पर विश्व ध्यान दिवस के उपलक्ष्य में वैशाली नगर स्थित प्रभु निधि सभागार में विशेष ध्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें संस्थान से जुड़ी बहनों ने उपस्थित भाई-बहनों को राजयोग ध्यान का गहन अनुभव कराया।

कार्यक्रम में सुभाष गोयल (अध्यक्ष, जयपुर व्यापार महासंघ) एवं वीरेंद्र परवाल (सचिव, बनीपार्क धर्मार्थ संस्थान) भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

वैशाली नगर केंद्र प्रभारी राजयोगिनी चंद्रकला दीदी एवं बनीपार्क केंद्र प्रभारी राजयोगिनी लक्ष्मी दीदी ने बताया कि त्रिदिवसीय गीता ज्ञान शिविर के माध्यम से नागरिकों ने आत्मिक शांति, जीवन परिवर्तन एवं श्रेष्ठ कर्मों की प्रेरणा प्राप्त की। उन्होंने बताया कि शिविर में बड़ी संख्या में लोगों की सहभागिता रही और सभी ने इसे अत्यंत लाभकारी अनुभव किया।

तीनों दिनों तक चले इस शिविर में राजयोग ध्यान, गीता के व्यावहारिक पक्ष, सकारात्मक जीवन-शैली एवं आत्मिक सशक्तिकरण पर गहन चर्चा हुई। शिविर ने समाज में आध्यात्मिक चेतना, नैतिक मूल्यों एवं शांति संदेश को प्रभावी रूप से प्रसारित किया।

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