आबू रोड, राजस्थान। ब्रह्माकुमारीज़ के साइंटिस्ट, इंजीनियर और आर्किटेक्ट विंग द्वारा 12 से 16 अगस्त 2022 तक ‘अनिश्चितताओं से मुकाबला’ (Coping with Uncertainties) विषय पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन शांतिवन के मनमोहिनीवन परिसर में किया गया। 5 दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में भारत और नेपाल से आए 500 से अधिक वैज्ञानिकों और इंजिनियरों ने भाग लिया. सम्मेलन का उद्घाटन संस्था की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतन मोहिनी जी ने दीप प्रज्वलित कर के किया और अपने आशीर्वचन प्रदान किये.
उतराखंड से आये टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन भ्राता आर के विश्नोई ने अपने उद्भोदन में कहा कि मैंने इस संस्था में आकर ये सीखा है कि हमें हर परिस्थिति में एक समान रहना चाहिए तभी हम आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकते है. हमें अपने मन को शांत व स्थिर रखने की कला सीखनी चाहिए. राजयोग के अभ्यास से हम किसी भी समस्या का समाधान बड़ी आसानी से खोज सकते हैं.
ब्रह्माकुमारीज़ के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन भाईजी ने कहा कि हम याद रखें कि ये सृष्टि एक नाटक है और यहाँ हर पार्टधारी अपना पार्ट बहुत सही रीति से बजा रहा है. भय और चिंता का कारण ये है कि हम जीवन की सच्चाई से विमुख हो गए हैं. हम सुख लेना और सुख देना सीख जाएँ, किसी के लिए भी अशुभ न सोचें और सबको आत्मा समझ कर व्यवहार में आयें तो जीवन में सब ठीक हो जायेगा.
राजयोगी भ्राता मोहन सिंघलजी, अध्यक्ष, साइंटिस्ट, इंजीनियर और आर्किटेक्ट विंग ने सम्मलेन का उद्देश्य बताते हुए कहा कि हम जीवन में आने वाले हर परिवर्तन को ख़ुशी से स्वीकार करें, बदलाव से डरें नहीं तो हम आगे बढ़ सकते हैं. जीवन में आने वाली अनिश्चितताओं और समस्याओं का कारण इंसान खुद है. हम बीती बातों को भूलना सीखें और याद रखें कि जो होगा अच्छा ही होगा. हम ये भी याद रखें की हजार भुजाओं वाला परमात्मा जब मेरे साथ है तो फिर डरने की क्या बात है.
इस मौके पर प्रभाग के राष्ट्रीय संयोजक बी के भारत भूषण ने सभी अतिथियों का स्वागत किया. नेपाल से आये जल आपूर्ति मंत्रालय के पूर्व उप महानिदेशक विनोद अग्रवाल, डॉ गोबिन्द पोखरेल और नई दिल्ली से क्षेत्रीय संयोजक ब्र.कु. पीयूष भाई ने भी अपने विचार रखे. वीडियो संदेश के माध्यम से संस्थान के महासचिव बीके निर्वैर ने शुभकामनाएं प्रेषित कीं। प्रभाग के कार्यकारी सदस्य बी के नरेंद्र पटेल ने आभार व्यक्त किया। बीके माधुरी बहन नें सफलता पूर्वक मंच संचालन किया। मधुर वाणी ग्रुप के बीके सतीश भाई जी एवं सहयोगियों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। वड़ोदरा से आई कुमारियों ने मनमोहक स्वागत नृत्य की प्रस्तुति दी।
सम्मेलन में 4 राजयोग मेडिटेशन सत्र, 4 प्लेनरी सत्र, 3 इनसाइट सत्र, पैनल डिस्कशन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और समापन सत्र सहित कुल 15 सत्र आयोजित हुए.