बेतिया सेंट्रल जेल में अलौकिक रक्षाबंधन

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“मनुष्य के अंदर अध्यात्मिकता, नैतिकता की कमी।”, बीके अंजना दीदी जी

बेतिया,बिहार: आजादी के 75वी अमृत महोत्सव एवं रक्षाबंधन के पावन पर्व के शुभ अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बेतिया शाखा के द्वारा  बेतिया ( मनुआ पुल ) सेंट्रल जेल में अलौकिक रक्षाबंधन का कार्यक्रम किया गया। इस कार्यक्रम में बेतिया शाखा की मुख्य संचालिका बी. के अंजना दीदी जी ने कहा कि समाज में अत्याचार, पापाचार, भ्रष्टाचार, क्राइम, दुःख अशांति, दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है। आखिर यह क्यों बढ़ रहा है ? इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि मनुष्य के अंदर अध्यात्मिकता, नैतिकता का ज्ञान नहीं है। अगर दुःख, अशांति, एवम भ्रष्टाचार इत्यादि से बचना है तो हमें अध्यात्म से जरूर जुड़ना चाहिए। अध्यात्म हमें जीवन जीने की कला, समाज में रहने की कला, जीवन में खुशियां कैसे लाएं इसकी कला एवं एक नई दिशा प्रदान करती है। और रक्षाबंधन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रक्षाबंधन का अर्थ ही होता है कि भगवान के प्रेम के बंधन में बंधना। बंधन में बंधने से परमात्मा हमारी सदा बुराइयों से, नकारात्मक सोच से रक्षा करते रहते हैं। तत्पश्चात वहां पर उपस्थित जेल अधीक्षक अमरजीत सिंह, जेलरनीतीश कुमार भाई जी को राखी बांधकर मिठाई खिलाई साथ ही साथ वहां पर उपस्थित सभी कैदी भाइयों को भी राखी बांधा और मिठाई खिलाई। इस कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज के अन्य सदस्य बीके ललिता बहन, बीके पुष्पा बहन, बीके रंजन भाई, बीके संजय भाई, बीके राकेश भाई एवं बीके गौरव भाई उपस्थित थे।

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