दादी प्रकाशमणि जी स्मृति दिवस पर जिला उपायुक्त ने किए पुष्प अर्पित

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कादमा (हरियाणा) :नैतिक व मानवीय मूल्यों से संपन्न बेटी ही वास्तव में संस्कृति की अमूल्य धरोहर है  बेटी घर का श्रृंगार जहान की दीपक होती है दादी प्रकाशमणि जी आध्यात्मिक मूल्यों की मशाल थी जिन्होंने अध्यात्म के बल पर विश्व भर में भारतीय संस्कृति व मूल्यों को फैलाया यह उदगार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की कादमा शाखा के तत्वावधान में दादी प्रकाशमणि जी के 15वें स्मृति दिवस व विश्व बंधुत्व दिवस पर  “संस्कृति की धरोहर बेटियां” विषय पर  रामबास गांव में स्थित ब्रह्माकुमारीज पाठशाला  में आयोजित कार्यक्रम में जिला उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि आज हर क्षेत्र में बेटियां हिस्सा लेकर आगे बढ़ रही है लेकिन आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प और निर्भीकता के साथ हर क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए।  उपायुक्त ने कहा की बेटी अपनी आंतरिक शक्तियों को पहचान ले तो वह कोई भी असंभव काम को संभव कर सकती है।    कार्यक्रम का शुभारंभ जिला उपायुक्त श्यामलाल पूनिया , ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन, ब्रह्माकुमारी ज्योति, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट  जिला अध्यक्ष विकास राणा आदि ने ब्रह्माकुमारी संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका डॉ दादी प्रकाशमणि जी के चित्र पर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्ज्वलित कर किया।    अपने अध्यक्षीय संबोधन में स्थानीय क्षेत्रीय प्रभारी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने दादी प्रकाशमणि जी के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए एक सशक्त महिला का वर्णन किया और कहा कि  आज बेटियां बेटों से कम नहीं है बेटियों में दया, करुणा, सहनशीलता, सरलता आदि गुण कूट-कूट के भरे हुए होते हैं। उन्होंने कहा कि मन की एकाग्रता के साथ हमारी सोच भी सकारात्मकता की ओर चलती है । इसके साथ ही उन्होंने बेटियों को आगाह करते हुए कहा कि अध्यात्म ही एक ऐसा सुरक्षा कवच है जिससे हम अपनी आत्मरक्षा कर सकते हैं। इसलिए अपने सब स्कूली पढ़ाई के साथ-साथ आध्यात्मिक पढाई को जीवन में अवश्य धारण करना चाहिए। तभी हम अपने घर परिवार व समाज का नाम रोशन कर सकते हैं। इस अवसर पर गांव में गत वर्ष में जन्मी 12 बेटियों को सुकन्या समृद्धि योजना के तहत डाकघर में खाता खुला कर पासबुक, एक पौधा व कपड़े का थैला भेंट कर सम्मानित किया। साथ साथ गांव के सरकारी विद्यालय में दसवीं कक्षा में हरियाणा बोर्ड की परीक्षा में अधिकतम अंक प्राप्त करने वाली छात्राओं को भी सम्मानित किया गया।्भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष विकास राणा ने कहा कि आज भी बेटा बेटी में भेदभाव समाज में व्याप्त है और यह तभी खत्म हो सकता है जब हम आध्यात्मिक मूल्यों को जीवन में धारण करेंगे। उन्होंने ब्रह्माकुमारी संस्था की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा की पूरे विश्व भर में अनोखा उदाहरण है की ब्रह्माकुमारी संस्था की कमान माताओं बहनों बेटियों के हाथ में है यह हम सभी के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि  ब्रह्माकुमारी बहनों की त्याग, तपस्या और सेवा अवश्य ही समाज में बेटा बेटी का भेदभाव समाप्त कर बेटियों को सशक्त बनाने का काम करेंगे।  ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने सभी को राजयोग का अभ्यास करवाया। इस अवसर पर सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।

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