ग्वालियर,लश्करलश्कर,मध्य प्रदेश। नवरात्री के पावन अवसर पर अजयपुर कॉलोनी में देवियों की झांकी लगायी गयी तथा कार्यक्रम का आयोजन हुआ l
इस कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज़ लश्कर की मुख्य इंचार्ज ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी जी, बी के रोशनी, बी के सुरभि के साथ साथ अजयपुर कॉलोनी के अनेकानेक भाई एवं बहने उपस्थित रहे l
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी जी सभी को नवरात्री के पावन पर्व की शुभकामनाएं दीं तथा सभी को आध्यात्मिक रहस्य भी समझाया l
लश्कर ग्वालियर : आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की सहयोगी संस्था राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन द्वारा नवरात्री के पावन अवसर पर सिंध विहार कॉलोनी में देवियों की झांकी लगायी गयी तथा कार्यक्रम का आयोजन हुआl
इस कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज़ लश्कर की मुख्य इंचार्ज ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी जी, ब्रह्माकुमार डॉ. गुरचरण भाईजी और सिंध विहार कॉलोनी के अनेकानेक भाई एवं बहने उपस्थित रहेl
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी जी, ब्रह्माकुमार डॉ. गुरचरण भाईजी सभी को नवरात्री के पावन पर्व की शुभकामनाएं दीं तथा सभी को आध्यात्मिक रहस्य भी समझायाl
माधौगंज में लगाई गई चैतन्य देवियों की झांकी
लश्कर ग्वालियर : नवरात्री के पावन पर्व पर माधौगंज क्र 2 नवरात्रि दुर्गा मंडल महोत्सव के द्वारा पिछले 33 वर्षो से नवरात्री के पावन अवसर पर देवी की प्रतिमा को विराजित किया जाता है इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान के द्वारा द्वारा चैतन्य देवियों की झांकी लगायी गयी इसी के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया l
इस कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज़ लश्कर ग्वालियर की मुख्य इंचार्ज ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी जी, ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन उपस्थित रहे l
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी जी ने नवरात्री के पावन पर्व की शुभकामनाएं देते हुए सभी को नवरात्री का आध्यात्मिक रहस्य समझाते हुए बताया कि जितने भी पावन त्यौहार आते है यह हमें कुछ ना कुछ सिखाने के लिए आते है जैसे नवरात्री पर माँ की पूजा के साथ साथ हमें भी देवियों जैसे श्रेष्ठ गुणों को स्वयं में धारण कर अपने जीवन को गुणवान बनाना है तथा हमारे संपर्क में आने वाले हर मनुष्य की अच्छाईयां एवं विशेषता को देखने का गुण धारण करना चाहिए l
इसी के साथ दीदी जी ने देवी माताओं को दिए गए अलंकारों को भी स्पष्ट किया l उन्होंने बताया कि –
1. तलवार – ज्ञान चिंतन द्वारा तेज़ बुद्धि का प्रतीक है
2. स्वदर्शन चक्र – स्व की पहचान का प्रतीक है
3. धनुष – ज्ञान का तीर लगाने की निशानी
4. गदा – आसुरी वृत्ति का विनाश
5. कमल – न्यारापन अर्थात संसार में रहते हुए भी सबसे अलग
6. माला – परमात्मा पिता की स्मृति की निशानी
7. शंख – मधुर बोल का प्रतीक
8. लाइट का ताज – पवित्रता की निशानी
आगे ब्रह्माकुमारी ज्योति दीदी ने सभी को बताया कि आज हम सभी के मन में एक दुसरे के प्रति बैर की भावना, आपसी मन मुटाव तो मानो बहुत आम बात हो गयी है l परन्तु अब इन संस्कारों को ख़त्म कर एक दूसरे के प्रति प्रेम, स्नेह का भाव उत्पन्न करना है l क्योंकि प्यारे पिता परमात्मा स्वयं अभी इस धरा पर अवतरित होकर हम सभी आत्माओं रुपी शक्तियों को ज्ञान – गुणों से सजा रहे हैं और इस धरा को स्वर्ग बनाने का कार्य कर रहे हैं तो हम सभी को ज्ञान गुणों से सजकर परमात्मा का पूरा – पूरा सहयोग करना है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को ज्ञान गुणों से सजने का सन्देश देना है l
इस कार्यक्रम में बी के पवन, आशीष, सुरभि, रोशनी के साथ साथ अन्य भाई एवं बहने भी सहयोगी रहे l