नींबू से सब परिचित हैं। लोग नींबू का इस्तेमाल कर कई व्यंजन बनाते हैं। नींबू की चटनी को बहुत ही पसंद से खाई जाती है। नींबू की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि जहाँ दूसरे फल पकने पर मीठे हो जाते हैं, वहीं नींबू का स्वाद हर समय खट्टा ही रहता है। नींबू विटामिन सी का मुख्य स्रोत है। नींबू के सेवन से स्कर्वी रोग भी ठीक होता है। इतना ही नहीं नींबू का प्रयोग कर कई और भी बीमारी ठीक की जा सकती हैं। आयुर्वेद में नींबू के बारे में बहुत सारी अच्छी बातें बताई गई हैं। तो अब हम बात करेंगे इससे होने फायदों के बारे में….
रक्तस्राव होने पर
एक कप पीने लायक गर्म दूध में आधा नींबू निचोड़ कर दूध फटने से तुरन्त पहले पी जायें। यह रक्तस्राव को तुरन्त बंद कर देता है। इस प्रयोग को एक या दो से अधिक न करें।
अधिक प्यास लगने पर
अधिक प्यास लगने की परेशानी में नींबू का शर्बत बनाकर पींए। इससे अधिक प्यास लगने की समस्या ठीक हो जाती है। और 5 मिली फल के रस में मधु, नारिकेलोदक और नमक मिलाकर सेवन करें। इससे अधिक प्यास लगने की परेशानी ठीक होती है।
छालों की परेशानी में
जीभ पर हुए छालों और मसूड़ों पर नींबू का छिलका रगड़ें। इससे जीभ के छालों और मसूड़ों की परेशानी में लाभ होता है।
मुहांसे और चेहरे की झुर्रियों में नींबू के रस में शहद मिलाकर चेहरे पर लगाएं। इससे चेहरे के कील मुहांसे और झुर्रियां ठीक हो जाती हैं।
नींबू द्वारा चर्म का इलाज
दाद, खाज, चमड़ी पर काले दाग आदि रोगों पर नींबू को काटकर रगडऩे से लाभ होता है।
नींबू फल के रस को एक गिलास उबले दूध में डालें। इसमें ग्लिसरीन मिलाकर आधे घंटे तक रख दें। उसे शरीर पर लगाने से रूखी त्वचा सहित अन्य त्वचा की बीमारी में फायदा होता है।
आँखों के दर्द में
नींबू के रस को लोहे की खरल(कुंडी) में, लोहे के दस्ते से घोटें। जब रस काला पड़ जाये, तब आँखों के आस-पास पतला-पतला लेप करें। इससे आँखों का दर्द ठीक हो जाता है।
टायफाइड में लाभ
नींबू के दो भाग कर लें। एक भाग में पिसी हुई काली मिर्च और सेंधा नमक भरें। दूसरे भाग में मिश्री भरें। दोनों को गर्म कर चूसें। इससे वर्षा-ऋतु के बाद होने वाला टायफाइड ठीक होता है।
भूख बढ़ाने के लिए
नींबू को काटकर काला नमक बुरक लें। इसे चाटने से भी भूख न लगने की समस्या ठीक हो जाती है।
एक नींबू के रस में थोड़ी अदरक एवं थोड़ा काला नमक मिलाकर सेवन करने से भूख बढ़ती है।
पेट दर्द में नींबू से लाभ
1-2 ग्राम कच्चे नींबू के छिलके को पीसकर खाने से पेट के दर्द से राहत मिलती है।
दस्त पर रोक
30 मिली कागजी नींबू के रस को दिन में 2-3 बार सेवन करने से दस्त पर रोक लगती है।
मूत्र रोग में लाभदायक
नींबू के रस में खीरे का रस या नारिकेलोदक या फिर गाजर का रस मिलाएं। इसका सेवन करने से कम पेशाब आने की समस्या ठीक हो जाती है। इसके साथ ही इससे किडनी विकार और सूजन ठीक हो जाती है।
किडनी स्टोन से राहत पाने में
नींबू किडनी स्टोन को बनाने से रोकता है, क्योंकि एक रिसर्च के अनुसार नींबू एक्सट्रेक्ट कैल्शियम ऑक्सलेट के कणों को किडनी में जमा नहीं होने देता।
नींबू से जोड़ों के दर्द का उपचार
1-2 मिली नींबू के रस को 4-4 घंटे के अंतर पर सेवन करने से जोड़ों के दर्द में लाभ होता है।
एक नींबू के रस में थोड़ी अदरक एवं थोड़ा काला नमक मिलाकर सेवन करने से गठिया या जोड़ों के दर्द में फायदा होता है।