सुबह की शुरुआत हो जीत से…!

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हम एक बात जानते हैं, बहुत लोग पूछते तो नहीं, कहते तो नहीं, कइयों से सवेरे उठा नहीं जाता, बारह बजे तक सोते हैं, उठना संभव नहीं होता। कोई बिना काम ही बारह-एक बजे तक सोते हैं, फोन पर लगे रहते हैं, वे भी सवेरे नहीं उठेंगे। उनको तो बहुत ज्य़ादा नुकसान होगा। सवेरे छ: बजे तक अपने को चार्ज अवश्य कर लें। अपनी दिनचर्या को ठीक से सेट कर लें, क्योंकि ये सुंदर समय अब के बाद कभी नहीं आयेगा। रोज़ सवेरे आता है। सोच कर देखो, बाबा खुली ऑफर देता है, मुझसे जो चाहो ले लो। अगर ये समय हम बिताते रहे, सवेरे उठते ही यदि किसी की हार हो जाये तो जीत कैसे होगी! दिन की शुरुआत ही हार से हो गई। आँख खुली, संकल्प आया और सो जाऊँ, हार हो गई ना! एक संकल्प ने हरा दिया। पाँच बजे उठे फिर। निराशा होगी, प्रभु मिलन मिस हो गया। तो सवेरे से ही अपने को विजयी बनाना है।
अमृतवेले बाबा से विजय का तिलक
अमृतवेले का महत्त्व ज्ञान के द्वारा जानते हुए बाबा से बहुत कुछ प्राप्त कर लें। नहीं तो फिर कहते हैं, बाबा हमें मदद नहीं करता। बाबा की मदद बहुत मिलती है और बहुत मिल रही है। तो रोज़ सवेरे उठकर, मैं मास्टर सर्वशक्तिवान हूँ और विजयी रतन हँू, ये तिलक बाबा से ले लेंगे, ये वरदान ले लेंगे। उसके लिए ये संकल्प करें… एक सेकण्ड में अनुभव करें कि मैं आकाश के ऊपर सूक्ष्म लोक में हूँ…इस सूक्ष्म लोक में चारों ओर ऐसा सफेद प्रकाश है, सफेद चांदनी है कि मानो अनेक पूर्णिमा के चंद्रमा एक साथ उदय हो गये हों… देखें अपने को इस परम आनंद के वायब्रेशन्स के बीच में। सामने देखें बापदादा हैं… उनके चारों ओर एक बहुत तेजस्वी आभामंडल है। बाबा दृष्टि दे रहे हैं…मस्तक पर तिलक लगाया… और याद दिलाया, स्मृति दिलाई… बच्चे, तुम ईश्वरीय शक्तियों से भरपूर मास्टर सर्वशक्तिवान हो… विजयी रत्न हो… स्वीकार कर लें दोनों को… मैं बहुत शक्तिशाली हूँ… माया पर विजयी हूँ… बाबा ने अपनी दुआओं भरे हाथ मेरे सिर पर रख दिये… और मैं वापिस आ गई।

कल्प-कल्प के विजयी हैं
एक बहुत सूक्ष्म चीज़ पर सभी ध्यान दें… बाबा ने बहुत बार कही हैं, उसको प्रैक्टिकल में अपने अनुभवों में लाना है। बाबा ने कहा, तुम कल्प-कल्प के विजयी हो। कल्प-कल्प तुमने इस माया को जीता है। हम केवल सुनकर खुश न हो जायें। चिंतन में लायें इसको। बाबा भी कह देते हैं रोज़ मुरली में। माया बहुत दुस्तर है, बड़ी पॉवरफुल है, इसको जीतना सहज नहीं है। परंतु उसने हमको इसे जीतने के लिए शक्तियां भी दे दी हैं। जीतना तब तक कठिन था जब तक जीतने का ज्ञान नहीं था और शक्तियां नहीं थीं। सर्वशक्तिवान से कनेक्शन जुट जाये तो उनकी शक्तियां आ जायेंगी। माया को जीतने का बल प्राप्त हो जायेगा। तो सभी अभ्यास करके देखें ज़रा, मैं कल्प-कल्प की विजयी आत्मा हूँ। अपने को एक-दो बार रोज़ याद दिला दें, इस शक्तिशाली माया को मैंने हर कल्प में जीता है। अब भी मेरी जीत निश्चित है। आप देखेंगे क्या होगा… इसको जीतने की शक्ति आ जायेगी।

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