– बड़े हर्षोल्लास से मनाया ओम शांति रिट्रीट सेंटर का 21 वां वार्षिक उत्सव
– उमंगों की तरंगें विषय पर आयोजित हुआ कार्यक्रम
– केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर मुख्य अतिथि के रूप में हुए सम्मिलित
– अधिकार के साथ कर्तव्यों का बोध जरूरी – अनुराग ठाकुर
– 5000 से भी अधिक लोगों ने लिया कार्यक्रम में हिस्सा
भौरा कलां, गुरुग्राम,हरियाणा:
अधिकारों के साथ अपने कर्तव्यों का बोध भी जरूरी है। युवा पीढ़ी को इस बात का अहसास कराना होगा। उक्त विचार भारत सरकार के केंद्रीय खेल, युवा और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ब्रह्माकुमारीज के गुरुग्राम स्थित ओम शांति रिट्रीट(ओआरसी) सेंटर में व्यक्त किए। माननीय मंत्री ओआरसी सेंटर के 21 वें वार्षिकोत्सव पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। उमंगों की तरंगें विषय पर बोलते हुए माननीय मंत्री ने कहा कि दुनिया में महिलाओं को उचित सम्मान नहीं मिलता है। लेकिन भारत में महिलाओं की देवियों के रूप में पूजा होती है। ब्रह्माकुमारीज का तो नेतृत्व खुद मातृशक्ति के हाथों में है।
– जाति, धर्म और संप्रदाय से ऊपर उठकर ब्रह्माकुमारीज कर रही है महान कार्य
माननीय मंत्री ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज जाति, धर्म और संप्रदाय से ऊपर उठकर एक महान कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को विश्व में साझा किया। आज योग के लिए दुनिया के देशों में जुनून है। जब विज्ञान समाधान देने में असफल होता है, तब आध्यात्म की शुरुआत होती है। उन्होंने कहा वर्षों पूर्व ही ब्रह्मा बाबा ने आध्यात्मिक संगठन की विशालता का स्वप्न देख लिया था।
– नशे और बुराइयों के खिलाफ लड़नी है सबसे बड़ी लड़ाई
माननीय मंत्री ने कहा कि हमें एक दूसरे से नहीं लड़ना है। अगर सबसे बड़ी लड़ाई लड़नी है तो नशे और बुराइयों के खिलाफ लड़नी है। उन्होंने कहा कि नशे के कारण अनेक घर बर्बाद हो हो रहे हैं। युवा शक्ति गलत दिशा में जा रही है। अगर हमें अपने गौरवशाली इतिहास पर गर्व करना है तो एक साथ मिलकर चलना पड़ेगा।
– अपने संस्कारों से ही मानव देव भी बन सकता है तो दानव भी बन सकता है
निरंजनी अखाड़ा, हरिद्वार के महामंडलेश्वर स्वामी हरिओम ने कहा कि आज हर व्यक्ति को सुख शांति और सौहार्द की आवश्यकता है। ब्रह्माकुमारीज इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। उन्होंने कहा की अपने संस्कारों से ही मानव कभी देव बन जाता है तो कभी दानव।
– ब्रह्माकुमारीज विश्व का सबसे अनूठा संगठन
जैन मुनि लोकेश ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब मन की ममता चेतना से जुड़ती है तो भगवान पैदा होता है। ब्रह्माकुमारीज विश्व का सबसे अनूठा संगठन है। पूरे विश्व में ब्रह्माकुमारीज शांति की पुनर्स्थापना का कार्य कर रही है। ब्रह्माकुमारीज में आकर लगता है कि मैं अपने परिवार में आ गया। उन्होंने कहा कि त्याग तपस्या और सेवा के क्षेत्र में संस्था को भारत रत्न तो क्या नोबेल पुरस्कार भी कम है। बल्कि पुरस्कार भी स्वयं को कृतार्थ समझेगा।
– आध्यात्मिक शक्ति से ही होगी विश्व बंधुत्व का स्वप्न साकार
ब्रह्माकुमारीज के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन ने कहा कि ओआरसी एक परिवार है। यहां पर अलग-अलग प्रांत के होते हुए भी आपस में सब बड़े प्यार से रहते हैं। वास्तव में ये आध्यात्मिक शक्ति की ही करामात है। बाहर से चाहे हम भिन्न हों, लेकिन आध्यात्मिक रूप से हम एक जैसे हैं। आध्यात्मिकता ही हमें एकता के सूत्र में बांध सकती है। विश्व बंधुत्व का स्वप्न आध्यात्मिक सशक्तिकरण से ही साकार होगा।
– ओम शांति रिट्रीट सेंटर आध्यात्मिकता और विज्ञान का एक बेजोड़ उदाहरण
ओआरसी की निदेशिका आशा दीदी ने अपने स्वागत वक्तव्य में कहा कि ओम शांति रिट्रीट सेंटर, शांति कुंड का कार्य कर रहा है। यहां पर आने वाला हर व्यक्ति आध्यात्मिक शक्ति का अनुभव करता है। उन्होंने कहा कि ये परिसर वैज्ञानिक दृष्टि से भी काफी विकसित है। यहां पर आध्यात्म और विज्ञान का बेहतर संतुलन नजर आता है। 21 वर्षों में ओआरसी ने एक अद्भुत उड़ान भरी है। हमारा यही उद्देश्य है कि मानव जीवन में सच्चे सुख का अनुभव कर सके। उन्होंने ब्रह्माकुमारीज के अनेक अभियानों की भी जानकारी दी।
कार्यक्रम में आए हुए अनेक धर्म गुरुओं ने भी अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की। संस्था के वरिष्ठ वक्ताओं और सदस्यों ने ओम शांति रिट्रीट सेंटर द्वारा की जाने वाली सेवाओं पर खुशी जाहिर की। साथ ही आने वाले समय में ओआरसी द्वारा अधिक से अधिक सेवाओं के लिए अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में गुरुग्राम के विधायक सुधीर कुमार सिंगला, फादर फेलिक्स जॉन, निर्देशक इंटरफैथ, दिल्ली एवं शीला काकडे, अध्यक्ष, अखिल भारतीय महिला सम्मेलन ने भी कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर केक काटकर भी ओआरसी का 21 वां वार्षिक जन्मदिन मनाया गया।
कार्यक्रम का संचालन बीके मधु ने किया। कार्यक्रम में 5000 से भी अधिक लोगों ने हिस्सा लिया।
– झलकियां
कार्यक्रम में दिल्ली, सिरी फोर्ट के कलाकारों ने बहुत ही सुंदर नाटक का मंचन किया। जिसके द्वारा मानव को सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने का संदेश दिया गया। बीके हीरल ने नृत्य के द्वारा सबका स्वागत किया। पंजाबी भंगड़े के द्वारा भी कलाकारों ने सबका मनोरंजन किया।ओम शांति रिट्रीट सेंटर के सदस्यों ने सामूहिक नृत्य के द्वारा भी सबका अभिनंदन किया।
वार्षिक उत्सव के उपलक्ष में आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता में विजेताओं को माननीय मंत्री जी ने पुरस्कृत किया।