विंटर कार्निवाल में जुटे देशभर से एक हजार बच्चे, पांच दिवसीय होगा आयोजन
आबू रोड,राजस्थान । ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मानसरोवर में इन दिनों नौनिहालों का जमघट लगा है। ये नन्हे मुन्ने बच्चे सर्दी की छुट्टियां मनाने नहीं बल्कि अपने जीवन में सर्वांगीण विकास के लिए इस कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे हुए है।
पांच दिवसीय विन्टर कार्निवाल में आये बच्चों को सम्बोधित करते हुए शिक्षा प्रभाग के अध्य़क्ष बीके मृत्युंजय ने कहा कि आज के दौर में बच्चों के अंदर संस्कार भरना जरुरी होता है। ये बच्चे ही आने वाले नये भारत की तस्वीर पेश करेगे। आज कल की युवा पीढ़ी कई तरह की चुनौतियों से गुजर रही है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि हम उनकी संभाल करें उनका ख्याल रखें। इसमें माता पिता की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। इसके लिए इनके बचपन को संवारने का प्रयास करना चाहिए। ब्रह्माकुमारीज संस्थान में नन्हें मुन्हें बच्चों को सर्वागिण विकास के साथ-साथ राजयोग ध्यान और नैतिक मूल्यों के लिए भी प्रेरित किया जाता है।
कार्यक्रम में दिल्ली से आयी मशहूर आर्टिस्ट संगीता राज ने कहा कि जैसे हम किसी कला के लिए बड़े ध्यान से दिनरात मेहनत कर एक चित्र तैयार होता है। उसी तरह से इन बच्चों पर दिन रात मेहनत करने की जरुरत है। ताकि वे एक श्रेष्ठ और सुन्दर इंसान बन सके। उनके अन्दर मूल्यों को भी ऐसे ही गढ़ना चाहिए। जैसे कि हम कला के माध्यम से रंग भरते है।
महिला प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बीके डॉ सविता ने कहा कि बच्चे दिल के सच्चे होते हैं। जो उनके दिल पर इस समय लिख दिया जायेगा वे हमेशा अमिट हो जाता है। वे ही उनके जीवन का हिस्सा हो जाता है। शिक्षा प्रभाग की मुख्यालय संयोजिका बीके शिविका तथा बीके नेहा ने कहा कि हम भी जब बच्चे थे तब इस तरह के कार्यक्रमों में आते थे। इससे ही हमारे श्रेष्ठ जीवन की नींव पड़ी। आज के बच्चे कल के भविष्य है। इनपर बहुत ध्यान देने की जरूरत है। अजमेर से आयी बीके योगिनी, जयपुर से आयी बीके एकता, बीके राजीव समेत कई लोगों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये।
इस विंटर कार्निवाल में पांच दिनों तक अलग अलग गतिविधियां करायी जायेगी। जिसमें खेलकूद, सांस्कृतिक प्रतियोगिता, बौद्धिक प्रतियोगिता, वाक प्रतियोगिता, जलेबी रेस, सेक रेस तथा राजयोग ध्यान प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जायेगा। बच्चों को दो ग्रुप इस कार्निवाल में आये बच्चों को दो ग्रुपों में बांटा गया है। 11 से 14 साल तक एंजिल तथा 14 से 16 साल तक के बच्चों को डायमंड ग्रुप में बांटा गया है। जिसमें अलग अलग ग्रुप के बच्चों के लिए अलग अलग प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी।