खरगोन,मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय खरगोन के द्वारा शनिवार महाशिवरात्रि पर कलश यात्रा निकाली गई। इस दौरान भगवान शिव का संदेश प्रचारित किया गया। यात्रा का शुभारंभ राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी किरण दीदी ने शिव ध्वज फहराकर किया।
राजयोगिनी ब्र.कु. किरण दीदी ने बताया कि जब-जब धरा पर अज्ञानता का अंधकार छा जाता है तब-तब निराकार परमपिता परमात्मा शिव का दिव्य अवतरण होता है। इस अवसर पर अतिथियों ने कहा कि ब्रह्मकुमारियों द्वारा विश्व में जिस तरह शांति का संदेश दिया जा रहा है इसकी हम तुलना नहीं कर सकते। कलश यात्रा गुरूद्वारा मार्ग से शुरू होकर, पोस्टम ऑफिस चौराहा, श्रीकृष्णि टाकिज तिराहा, बस स्टैयण्डा, सनावद रोड़ भोकले कॉलोनी होते हुए अन्नेपूर्णा नगर स्थित प्रभु चिंतन भवन पर पहुंची। इस मौके पर एक भव्यन सुंदर झांकी भी निकाली गई जो जन सामान्यत के आकर्षण का केन्द्र् रही। ब्रह्मकुमारी किरण दीदी ने सभी कोशिवजयंती की प्रतिज्ञाए भी दिलवाई
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ध्वजारोहण से मुख्य अतिथि पूर्व विधायक बाबूलाल महाजन, उद्योगपति नरेन्द्र गाँधी जी, वार्ड पार्षद श्वेता महाजन, दन्त चिकित्सक डॉ पालीवाल जी, राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी किरण दीदी, ब्रह्मकुमार प्रभाकर भाई जी ने किया। इस अवसर पर अतिथियों ने कहा कि यहॉं आकर जो सुख व शांति मिती है वो अद्भुत है। आपने बताया कि यह 87 वीं शिव जयंती है तथा विगत 87 वर्षो से यह संस्था विश्वन कयाण अर्थअपना कार्य कर रही है।रैली के दौरान बीच-बीच में लोगों ने जब छोड़ेंगे पांच विकार, तभी मिटेगा भ्रष्टाचार… जिस घर नारी का सम्मान, उस घर वास करें भगवान… सब देवों में देव महान, शिव हैं गीता के भगवान जैसे नारे लगाए। रैली जिधर से भी गुजरी वातावरण भक्तिमय हो गया।
इस अवसर पर परमात्मा के दिव्य कर्त्तव्य स्वरुप तीन देवताओ की झांकी ने सभी को मोहित किया जिसमे दिखाया गया की परमपिता परमात्मा के तिन कर्तव्य जिसमे सर्वप्रथम ब्रह्मा द्वारा देविकुल की स्थापना, विष्णु जी द्वारा इसी देविकुल की पालना एवं शंकर जी द्वारा असुरी दुनिया का विनाश सजीव झांकी के स्वर बताया गया, इसी का यादगार स्वरुप ही शिवलिंग पर त्रिपुन अर्थात तीन रेखाए दिखाई गई है ।