छतरपुर: ब्रह्माकुमारीज में आयोजित पांच दिवसीय समर कैंप का समापन

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आने वाले कल का भविष्य हैं बच्चे इनके विचारों की गुणवत्ता से ही दिव्य गुणों वाली वाली दुनिया बनेगी

छतरपुर,मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में आयोजित पांच दिवसीय समर कैंप का आज समापन किया गया इस समापन समारोह में बच्चों के मात पिता को भी आमंत्रित किया गया।
इस आयोजन में विशेष तीन प्रकार की प्रतियोगिताएं कराई गई जिसमें बोतल आर्ट, ड्राइंग, वेस्ट से बेस्ट बनाने एवं थैंक्स कार्ड मुख्य रूप से शामिल थी बच्चों ने बहुत ही रचनात्मकता से इन सभी एक्टिविटीज में भाग लिया। किसी ने खराब सीडी से साइकिल बनाई, किसी ने कागज के गत्ते से टैक्सी बनाई, किसी ने फ्लावर पॉट तो किसी ने पंखा बनाया।
गुजरात से पधारी बीके सोनम ने सभी बच्चों के माता-पिता से कहा कि हमने तो यहां बच्चों को वेस्ट से बेस्ट कैसे करना है साथ ही अपनी सोच को अपने कार्यों को वेस्ट से बेस्ट कैसे बनाना है यह सिखाने का प्रयास किया उनकी सोच को बदलने का प्रयास किया। इस कच्ची मिट्टी को 5 दिनों में जो भी मूल्य दे सकते थे उसे देने का प्रयास किया लेकिन अब हम आपके हाथ में आपका बच्चा सौंप रहे हैं अब आगे की जवाबदारी आपकी है क्योंकि यह बच्चे आने वाले कल का भविष्य है इनके विचारों की क्वालिटी से ही क्वालिटी वाली दुनिया का निर्माण होना है यह छोटे-छोटे लिटिल स्टार हैं इन्हीं के द्वारा चमकती दुनिया का निर्माण होगा।
 प्रतियोगिताओं में विजेता बच्चों को गोल्ड मेडल, सिल्वर मेडल पहनाया गया साथ ही सभी बच्चों को सर्टिफिकेट के साथ गिफ्ट, चॉकलेट और ईश्वरीय प्रसाद प्रदान किया गया। तत्पश्चात छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शैलजा बहन जी ने सभी बच्चों के मात पिता को धन्यवाद दिया कि आपने अपने अनमोल रत्नों को इतने समय तक विश्वास करके हमारे संरक्षण में भेजा इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। अपने बच्चों को रोज मेडिटेशन कराएं उसके लिए पहले आपको मेडिटेशन सीखना होगा क्योंकि वेस्ट विचारों को बेस्ट बनाना ही राजयोग है। यह बच्चे हमसे जुड़े रहे इसके लिए  हम प्रत्येक रविवार को बच्चों को बुलाएंगे ताकि बच्चे इन सभी बातों को अपनी दिनचर्या का एक अंग बना लें।
इस मौके पर नवयुवक प्रताप संघ एवं पर्यावरण वाहिनी सदस्य, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद मास्टर ट्रेनरसमाजसेवी प्रदीप सेन ने बच्चों को मेडल एवं सर्टिफिकेट प्रदान किए।
समापन समारोह में सभी बच्चों ने कल्चरल कार्यक्रम, इस कैंप के प्रति उनकी जो भावनाएं थी उन्होंने जो अनुभव किए उनको शेयर किया-
इस मौके पर बच्चों के पेरेंट्स ने भी अपने अनुभव सांझा किए-
 होम्योपैथी डॉक्टर पूनम पाठक ने कहा कि समर कैंप जिसका कोई चार्ज नहीं लेकिन बच्चों को इतनी अच्छी सुविधाएं बीच-बीच में ब्रेक देकर शरबत देना रोज बच्चों को कुछ ना कुछ नया बना कर खिलाना काबिले तारीफ है। मेरा बच्चा लगातार इस कैंप में आया उसने बहुत कुछ सीखा मैं भी अपने बच्चे के बहाने रोज यहां पर आई मैंने भी यहां आकर बहुत कुछ सीखा है ।

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