महेसाना: सेवा केन्द्र द्वारा गोडली पैलेस में तीन दिवसीय शाश्वत यौगिक खेती के राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण

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भारत भर से पधारे सैकड़ों ब्रह्माकुमारी बहनों ने लिया प्राकृतिक यौगिक खेती का प्रशिक्षण 

“ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा प्रशिक्षण ले पूरे भारत वर्ष की प्रदूषित हुई खेती को शुद्ध बनाने का प्रयास सराहनीय है” – भरत भाई पटेल डायरेक्टर, आत्मा प्रोजेक्ट, महेसाणा 

महेसाना,गुजरात: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के महेसाना सेवा केन्द्र द्वारा  गोडली पैलेस में आयोजित तीन दिवसीय शाश्वत यौगिक खेती के राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण के उद्घाटन अवसर पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए आत्मा प्रोजेक्ट के महेसाणा के डायरेक्टर भरत भाई पटेल ने आगे कहा कि ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा किसानों को भूमि संतुलन करने की पद्धति सिखाई जाये जिससे भूमि शुद्ध बनें। खेती में प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल कर हम भूमि को बचा सकते है। किसानों को रासायनिक दवाइयों के दुष्प्रभावों से जाग्रत करें। इस संसार में सभी को अन्न की पूर्ति धरती मां ही करती है। आज हमारा आहार अशुद्ध बना हुआ है। अन्न का प्रभाव मन पर भी पडा है। रासायनिक खाद के द्वारा उगाए गए अन्न से बीमारियों की वृद्धि भी हो रही है। शुद्ध अन्न होगा तो दवाईयों का खर्चा भी कम हो जायेगा। 

महेसाना की अर्बन बैंक के जनरल मैनेजर प्रकाश भाई पटेल ने कहा कि बहनें एक अच्छा संकल्प लेके समाज में जा रही है। सही अर्थ में यह प्रशासन का कार्य है परन्तु आप यह महान कार्य कर रहे है। आप एक शुद्ध अन्न पैदा करने का संकल्प लेकर चल रहे है। एक महान कार्य द्वारा समाज का परिवर्तन होगा। शिवबाबा ने आपको बहुत शक्ति दें। समाज के उत्थान के लिए आप श्रेष्ठ कार्य कर रहे है इस के लिए मेरी शुभ कामनयें। 

ब्रह्माकुमारीज़ के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग द्वारा, पूरे भारत से पधारे हुए बाल ब्रह्मचारी बहनों के लिए, दिनांक 16 से 18 जुलाई 2023 तक आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य मेहमान माउंट आबू से पधारे प्रभाग के उपाध्यक्ष ब्र.कु. राजू भाई ने कहा कि वर्तमान समय शुद्ध अन्न पैदा करने के लिए यह प्रशिक्षण आवश्यक है। आज मानव विकास के साथ प्रकृति के साथ छेड़ छाड़ कर प्रकृति को क्षतिग्रस्त कर रहा है। इस क्षति को दूर करने के लिए प्रभाग के द्वारा अनेक प्रयोग किये जा रहे है। ब्रह्माकुमारी बहनों के पास दो शक्तियां है। एक है पवित्रता का बल दूसरा है योग बल। इन दोनों शक्तियों द्वारा असंभव कार्य को भी संभव कर सकते हैं। सर्व सम्बन्ध सर्वशक्तिवान प्रकृति पति परमात्मा के साथ जोड़ कर खेती करने से शुद्ध अन्न पैदा कर सकते है। यौगिक खेती से शुद्ध अन्न पैदा करने वाले अनेक किसानों के अनुभव भी उन्होंने सुनाये एवं बहनों को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर किसानों को यौगिक खेती प्रति प्रेरित करने के लिए अनुरोध किया। 

कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के अध्यक्ष एवं ब्रह्माकुमारीज़ के महेसाना उपक्षेत्र के संचालिका, इस प्रशिक्षण के आयोजक, आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरला दीदी ने आशीर्वचन देते हुए समग्र भारत से पधारे हुए बहनों को इस इस प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए बहुत-बहुत बधाइयाँ दी। उन्होंने कहा कि किसान देश की शान है। किसान को कर्मठ एवं चरित्रवान बनाने का कार्य यह बहनें कर रही है। भौतिक एवं पराभौतिक सत्ता के समन्वय द्वारा सात्विक एवं पौष्टिक अन्न पैदा करना यही है शाश्वत यौगिक खेती। इसके अलावा गोधरा से पधारे प्रभाग के गुजरात ज़ोन संयोजक राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सुरेखा बहन, प्रभाग के कार्यकारी सदस्य एवं फार्म ब्रीज फाउंडेशन, गुजरात के डायरेक्टर ब्रह्माकुमार राजेश दवे जी ने भी अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की। 

कार्यक्रम के प्रारंभ में शाहपुर, गांधीनगर से पधारे प्रभाग के कार्यकारी सदस्य ब्रह्माकुमारी जयश्री बहन ने अपने शाश्वत यौगिक खेती के अनुभव साझा किये। मंचासिन महेमानों द्वारा दीप प्रज्वलन कर प्रशिक्षण का शुभ उद्घाटन किया गया। ब्रह्माकुमारीज़ महेसाना के बी.के. कलाकारों द्वारा प्रकृति की रक्षा का संदेश देती हुई सुंदर नृत्य नाटिका ने सब में प्रकृति प्रेम जाग्रत कर दिया। कुमारिकोओं ने प्रस्तुत किये स्वागत नृत्य एवं किसानों के लिए प्रेरण रूप सुंदर नृत्य ने सब में उमंग-उत्साह भर दिया। 

तीन दिन तक चले इस प्रशिक्षण में शाश्वत यौगिक खेती की पद्धति, मिश्रित फसल एवं फसल सुरक्षा, यौगिक गृह वाटिका, खेती में योग के प्रयोग, यौगिक खेती का मॉडल आदि विषयों पर भारत भर से पधारे विभिन्न वक्ताओं जैसे कि शाश्वत यौगिक खेती के प्रणेता एवं प्रगतिशील किसान बाला सौ रूगे, इचलकरंजी, शाश्वत यौगिक खेती के प्रेरक ब्रह्माकुमारी मनिषा बहन, शिरोल, फार्म ब्रीज फाउंडेशन, गुजरात के डायरेक्टर ब्रह्माकुमार राजेश दवे, गोल्डन एरा ईको सर्विसीस (इंटरनेशनल रिजनरेशन सर्विस फर्म) के फाउंडर एवं सी.ई.ओ. ब्र.कु. प्रियंका बहन, आबूरोड, इफको कोरडेट कलोल के ट्रेनिंग ऑफिसर एवं P & A ब्रह्मकुमार जिग्नेश आदि द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। 

प्रशिक्षण के अंतिम दिन मेहसाणा के नजदीक विसनगर सेवा केन्द्र द्वारा रालिसणा गांव में प्रकृति की गोद में बने हुए विशाल, नयनरम्य “एन्जल पार्क” में सब ने छोटे बच्चे बन पीकनीक कर नई ऊर्जा प्राप्त की।पुरे ट्रेनिंग के विडियो देखने के लिए लिंक : https://youtube.com/playlist?list=PLiS3Sg26riNCPkRtiw74kj_bjfAMfkget

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