वाराणसी: काशी की संस्कृति  संगीत और योग का अप्रतिम समंवय “सुबह-ए-बनारस”

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काशी की साँस्कृतिक विरासत को वैश्विक पहचान देने वाली अनुपम अनुष्ठान “सुबह-ए-बनारस” के नौं वें वार्षिकोत्सव में काशी एवं हरिद्वार के विशिष्ट संतों, महामण्डलेश्वर आदि के साथ ब्रह्माकुमारीज़ सारनाथ के सदस्य विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित ।

हरिद्वार जूना अखाडा के पूज्य आचार्य महामण्डलेश्वर कैलाशानंद गिरी जी महाराज, वाराणसी का सुप्रसिद्ध अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पूरी जी महाराज, पातालपूरी मठ के महंत बालकनाथ जी महाराज, पद्मश्री प्रो. सरोज चूडामणी जी, शहर दक्षिणी के विधायक एवं पूर्व संस्कृति मंत्री उ.प्र. सरकार भ्राता नीलकंठ तिवारी जी, काशी के विश्वनाथ मंदिर के डी.सी.पी. सूर्यकांत त्रिपाठी जी,  पद्म श्री प्रो. डा. सरोज चुडामणि जी, सुबह-ए –बनारस के संस्थापक एवं  सचिव डा. रत्नेश वर्मा जी के साथ ब्रह्माकुमारीज़ की ओर से मोटिवेशनल एवं राजयोगा ट्रेनर बी के तापोशी, राजयोग शिक्षिका बी के राधिका एवं राजयोगी बी के विपिन भाई व बी के संदीप रहे उपस्थित ।

वाराणसी,उत्तर प्रदेश। दुनियाभर में काशी की संस्कृति, संगीत और योग को एक नई पहचान देने हेतु अग्रसर ख्याति प्राप्त नाम “सुबह-ए-बनारस” दवारा काशी का सुप्रसिद्ध गंगा तट अस्सी घाट में 24 नवम्बर को नौंवा स्थापना दिवस मनाया गया ।

“सुबह-ए-बनारस” द्वारा काशी के साथ हरिद्वार के महामण्डलेश्वर, काशी की विभिन्न क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियां और ब्रह्माकुमारीज़ को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। प्रात:काल 5:45 बजे से आयोजित कार्यक्रम का आरम्भ वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ।

तत्पश्चात् भव्य गंगा आरती का आरम्भ कार्यक्रम में शामिल संतो, ब्रह्माकुमारी परिवार के सदस्य एवं जानी-मानी हस्तियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित के साथ हुआ। जिसके बाद आमंत्रित संतों और बी के विपिन, बी के तापोशी, बी के राधिका के साथ विशिष्टजनों के द्वारा हवन कुण्ड में विशेष हवन-पूजन कराया गया ।

कार्यक्रम के अंत में काशी की साँस्कृतिक पहचान प्रात:कालीन दिव्य संगीत की प्रस्तुति हुई जिससे बाद हरिद्वार जूना अखाडा के पूज्य आचार्य महामण्डलेश्वर कैलाशानंद गिरी जी महाराज, वाराणसी का सुप्रसिद्ध अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पूरी जी महाराज, पातालपूरी मठ के महंत बालकनाथ जी महाराज, पद्मश्री प्रो. सरोज चूडामणी जी, शहर दक्षिणी के विधायक एवं पूर्व संस्कृति मंत्री उ.प्र. नीलकंठ तिवारी जी, काशी विश्वनाथ मंदिर के डी.सी.पी. सूर्यकांत त्रिपाठी जी, सुबह-ए –बनारस के संस्थापक एवं  सचिव डा. रत्नेश वर्मा जी के साथ ब्रह्माकुमारीज़ की ओर से मोटिवेशनल एवं राजयोगा ट्रेनर बी के तापोशी, राजयोग शिक्षिका बी के राधिका एवं राजयोगी बी के विपिन भाई और बी के संदीप भाई आदि को आयोजक समिति के पदाधिकारी और पूर्व मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी जी, पूर्व कुलपति पद्म श्री डा. सरोज चूडामणि आदि  ने शाल, माला के साथ मोमेण्टो भेट कर सम्मानित किया ।

“सुबह-ए-बनारस” के प्रेसीडेण्ट भ्राता अजय वर्मा जी के विशेष निमंत्रण पर ब्रह्माकुमारीज़ क्षेत्रीय कार्यालय  सारनाथ की ओर से क्षेत्रीय निदेशिका राजयोगिनी बी के सुरेंद्र दीदी और प्रबंधक राजयोगी बी के दीपेन्द्र की ओर से बी के तापोशी बहन, बी के राधिका बहन, बी के विपिन भाई के साथ बी के संदीप भाई ने कार्यक्रम मे विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की ।

उक्त अवसर पर ब्रह्माकुमारी तापोशी बहन, बी के राधिका बहन एवं बी के विपिन भाई  ने महामंडलेश्वर, संतों एवं विशिष्ट जनों के साथ ज्ञान चर्चा कर उन्हें संस्था की विश्वव्यापी गतिविधियों से अवगत कराते हुए उन्हें संस्था के मुख्यालय माउंट आबू पधारने का निमंत्रण दिया । कार्यक्रम में डी डी न्यूज ने मोटीवेशनल एवं राजयोगा ट्रेनर बी के तापोशी बहन का कार्यक्रम के प्रति संदेश भी प्रसारित किया । 

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