काठमांडू,नेपाल: समाज सेवा प्रभाग अभियान नेपाल (2023) – मूल्य आधारित सेवा द्वारा समृद्ध समाज की पुनर्स्थापना विषय पर हुई 18 दिवसीय सेवाओं का संक्षिप्त समाचार

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काठमांडू,नेपाल:

मूल्य आधारित सेवा द्वारा समृद्ध समाज की पुनर्स्थापना विषय पर हुई सेवाओं का संक्षिप्त समाचार

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के समाज सेवा प्रभाग की ओर से राजयोगा एज्युकेशन रिसर्च फाउंडेशन के तहत गत 22 नवम्बर से 10 दिसम्बर तक मूल्य आधारित सेवा द्वारा समृद्ध समाज की पुनर्स्थापना विषय पर 18 दिवसीय अभियान का आयोजन किया गया। जिसके तहत गत 25 नवम्बर को भारत-नेपाल बॉर्डर स्थित फारबिसगंज में अभियान का भव्य आगाज किया गया। 9 दिसंबर 2023 को नेपाल की राजधानी काठमांडू में अभियान संपन्न हुआ।

अभियान के दौरान कुल 45 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसके तहत समाज सेवाओं में अहम भूमिका अदा करने वाले 450 समाज सेवकों को समाज सेवा प्रभाग की ओर से सम्मानित किया गया। विभिन्न कार्यक्रमों में 25 हजार से अधिक लोग लाभान्वित हुए।

सामाजिक मूल्यों को जन-जन के मन तक पहुंचाने के लिए निकाले गए अभियान की शुरुआत में प्रभाग की अतिरिक्त राष्ट्रीय संयोजिका बीके वंदना दीदी, नेपाल के विराटनगर सब जोन प्रभारी बीके गीता दीदी, मुख्यालय संयोजक बीके बीरेंद्र भाई, केरल जोन संयोजक व मोटिवेशनल स्पीकर प्रो. स्वामीनाथन, मुंबई से आये मोटिवेशनल स्पीकर प्रो. ई.वी. गिरीश, वरिष्ठ राजयोग प्रशिक्षिका, प्रभाग की अधिशासी सदस्या बीके तारा दीदी, फारबिसगंज सेवाकेंद्र प्रभारी, प्रभाग की अधिशासी सदस्या बीके रूकमा, प्रभाग के अधिशासी सदस्य बीके विनोद भाई, पीएमटीवी सदस्य बीके प्रकाश, अजमेर सबजोन से प्रभाग की संयोजिका बीके अंकिता बहन ने आध्यात्मिकता के माध्यम से समाज उत्थान में जनसहभागिता बनाए रखने पर बल देते हुए अभियान में आये सहभागियों को जीवन में मूल्यों को आत्मसात करने के लिए प्रोत्साहित किया। चंडीगढ़ से आई समाज सेवा प्रभाग की क्षेत्रीय संयोजिका बी के सुमन, उतराखंड क्षेत्रीय संयोजिक बीके नीलम, हरियाण आंसध सेवाकेंद्र प्रभारी बीके ऊषा, रूडक़ी से आये प्रभाग के अधिशासी सदस्य बीके लक्ष्मीचंद ने भी विभिन्न कार्यक्रमों में सामाजिक सेवाओं की विस्तृत जानकारी देते हुए समाज को मूल्यवान बनाने के उपाय सुझाये।

उदघाटन सत्र की मुख्य अतिथि फारबिसगंज नगर प्रमुख श्रीमती बीना देवी व पुलिस उपाधीक्षक ने ब्रह्माकुमारी संगठन के समाज सेवा प्रभाग की ओर से की जा रही सेवाओं को अनुकरणीय बताते हुए वर्तमान समय और परिस्थितियों को देखते हुए आध्यात्मिक मूल्यों को प्राथमिकता से जीवन में अपनाने पर बल दिया। दिन प्रतिदिन बढ़ती तनाव जन्य परिस्थितियों से जूझ रहे समाज को मनोविकृतियों से गुजरने के लिए विवश होना पड़ रहा है। ऐसे समय पर ब्रह्माकुमारी संगठन द्वारा चलाये गये अभियान संजीवनी बूटी की तरह कार्य कर रहे हैं। जन जन को जीने की नई दिशा मिल रही है। यहां से मिल रही सकारात्मक ऊर्जा ने मन में उपजने वाले नकारात्मक विचारों को विराम लग जाता है।

प्रभाग के मुख्यालय संयोजक बीके बीरेंद्र ने 18 दिवसीय अभियान की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अभियान फारबिसगंज से आरंभ होकर अभियान जोगबनी,  बिर्तामोड,  चंद्रगड़ी,  धुलाबारी, धनकुटा, दमक, विराटनगर, रानी, धराण, नारायणगढ़, भरतपुर, ललितपुर  व नेपाल की राजधानी काठमांडू, में संपन्न होगा। फारबिसगंज सेवा केंद्र प्रभारी बीके रूकमा बहन ने समाजसेवियों का स्वागत करते हुए नियमित रूप से ईश्वरीय ज्ञान का अनुसरण व राजयोग का अभ्यास करने पर बल दिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रभाग की अतिरिक्त राष्ट्रीय संयोजिका वंदना दीदी ने प्रभाग की अध्यक्षा आदरणीया संतोष दीदी की ओर से शुभकामनाएं देते हुए कहा कि समाज उत्थान की शुरुआत स्वयं के स्वभाव संस्कार को परिवर्तन करने से होती है। श्रेष्ठ व चरित्रवान संस्कारों से संपन्न समाजसेवी की समाज का पुर्नोत्थान करने में सक्षम होता है। जिससे परिवार, समाज, देश व विश्व में शांति स्थापित की जा सकती है।

मोटिवेशनल स्पीकर प्रो. ईवी गिरीश ने खुश रहने के विभिन्न टिप्स देते हुए कहा कि जीवन की सफलता में खुशी सबसे बड़ी ताकत है, जितना हम अपने आप को सकारात्मक और आध्यात्मिक सोच से संपन्न रखते हैं उतना ही हमारा जीवन सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचता है जिससे हर परिस्थिति का सामना करने में हम सक्षम रहते हैं। राजयोग प्रशिक्षिका बीके तारा दीदी ने राजयोग के माध्यम से गहन शांति की अनुभूति कराई। अजमेर रावतभाटा से आई बीके अंकिता बहन ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर पचास समाजसेवियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के बाद तीन दिन का शिविर भी आयोजित किया गया।

अभियान के दौरान इन स्थानों पर हुए कार्यक्रम

इसी तरह से जोगबनी, बिर्तामोड, चंद्रगड़ी, धुलाबारी, धनकुटा, दमक, विराटनगर, रानी, धरान, नारायणगढ़, भरतपुर, ललितपुर आदि स्थानों पर भी व्यापक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये गये। जिसके तहत 22 नवंबर को बिर्तामोड , चंद्रगड़ी कॉलेज, चार्ली मिलिट्री कैंप, 23 नवंबर को धूलाबाडी में पब्लिक प्रोग्राम, सुधार केंद्र, विभिन्न विद्यालयों, 25 नवंबर को फारबिसगंज में विभिन्न कार्यक्रम व तीन दिवसीय शिविर, 27 नवंबर को धनकुटा में पब्लिक प्रोग्राम, सम्मान समारोह, मिलिट्री कैंप में, 28-29-30 नवंबर को जोगबनी में पब्लिक प्रोग्राम, सम्मान समारोह, तीन दिवसीय शिविर, 30 नवंबर को धमक में पब्लिक प्रोग्राम, सम्मान समारोह, सुधार केंद्र व विद्यालय में, 1 व 2 दिसंबर को विराटनगर में विद्यालयों में, एंट्री मिलिट्री में, पब्लिक कार्यक्रम, सम्मान समारोह, 4 दिसंबर को धरान में पब्लिक प्रोग्राम, सम्मान समारोह, विद्यालयों में, 6 दिसंबर को नारायणगढ़ में पब्लिक प्रोग्राम, सम्मान समारोह आयोजित किये गये।

अभियान के दौरान इन्होंने भी रखे विचार

मूल्य आधारित सेवा द्वारा समृद्ध समाज की पुनर्स्थापना विषय पर निकाले गये अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों में मुख्य अतिथियों के रूप में माननीय परराष्ट्र मंत्री एन. पी. साउदज्यु, पूर्व राज्य मंत्री तथा प्रतिनिधि सभा सदस्य माननीय रोशन कार्की, पूर्व राज्य मंत्री तथा प्रदेश सभा सदस्य माननीय इंद्र वानिया, प्रतिनिधि सभा सदस्य विना थनोट, राष्ट्रीय सभा सदस्य तथा सचेतक माओवादी केंद्र माननीय गंगा बेलवास ने भी अपने मूल्यवान विचारों से समाजसेवियों के योगदान को सराहनीय बताते हुए ब्रह्माकुमारी संगठन के साथ निरंतर जुड़े रहने पर बल दिया व जीवन को आध्यात्मिक मूल्यों से संपन्न बनाने की बात कही।

नेपाल की राजधानी काठमांडू में संपन्न हुआ अभियान

गत 9 दिसंबर 2023 को नेपाल की राजधानी काठमांडू के बैंक्वेट हॉल वनस्थली रिंग रोड में आयोजित किये गये समापन कार्यक्रम में काठमांडू सब जोन प्रभारी राजयोगिनी बीके राज दीदी ने आशीर्वचन देकर सबको सामाजिक मूल्यों की महता बताई।

समापन सत्र को संबोधित करते हुए कोसी प्रदेश प्रमुख परशुराम खापुङज्यू ने कहा कि संसार में व्यक्ति, समाज, देश, विश्व सबको शान्ति, प्रेम, सदभाव के सूत्र में पिरोना समय की बलवती मांग है। जिसके लिए ब्रह्माकुमारी संगठन का अतुलनीय योगदान है। यहां की त्याग, तपस्या के वायब्रेशन मन को ऊर्जावान बनाने का कार्य करते हैं।  चारों तरफ नकारात्मक तनाव जन्य बढ़ते माहौल में सामाजिक, धार्मिक, आध्यात्मिक सद्भाव जरूरी है जिसके लिए ब्रह्माकुमारी राजयोग सेवा केन्द्र साधुवाद का पात्र है। स्वर्णिम संसार की स्थापना के लिए मन, वचन, कर्म से जुटे ब्रहाकुमारीज़ संगठन के भाई बहनों की अगुवाई में सार्थक परिणाम दृष्टिगोचर हो रहे हैं।

उन्होंने अपनी माउंट आबू यात्रा के अनुभव साझा करते हुए कहा कि जब मैं माउंट आबू से अपने काम की व्यस्तता के कारण जल्दी वापस आ रहा था तो मेरे एक दोस्त जो राजयोग का नियमित अभ्यास करते हैं ने कहा कि आप इस मौके का अगर सदुपयोग नहीं करेंगे तो आपको यह मौका फिर 5000 साल के बाद ही प्राप्त होगा, उस बात ने मेरे जीवन पर गहरा असर डाला। मैं आज भी आप लोगों के बीच अपने कार्य व्यवस्था के कारण आने में असमर्थ महसूस कर रहा था परंतु फिर मुझे याद आया कि यह मौका फिर 5000 साल के बाद आएगा और इस मौके को मुझे सदुपयोग करना है इसलिए मैं आप लोगों के बीच आ सका। जब हम अपने पद पोजीशन ऊंच-नीच के भेदभाव को भुलाकर हर मानव के प्रति समानता का भाव रखेंगे तो ही एक ऐसे समाज का निर्माण कर सकेंगे जहां हर एक के लिए सुख शांति व सम्मान हो। मनुष्य की प्रतिष्ठा उसके पद पोजीशन से नहीं बल्कि उसके अंदर जो दिव्य गुण हैं उसके आधार पर होनी चाहिए।

विशेष अदालत बबर महल काठमांडू, माननीय अध्यक्ष श्री टेक नारायण ने कहा कि स्वर्णिम समाज की स्थापना का कार्य बहुत जटिल है, जटिल इसलिए है क्योंकि जब हम ऐसे संगोष्ठी, सत्संगों में बैठते हैं एक-दो घंटे के लिए तो हमें बहुत अच्छा लगता है लेकिन पुन: जब हम अपने कार्य क्षेत्र पर जाते हैं तो वही तनाव, आपसी खींचतान, तेरे-मेरे के प्रभाव में हम फिर से वही तनाव महसूस करने लगते हैं। जब हम स्वर्णिम समाज की बात करते हैं तो हमें लगता हैद कि कोई दूसरा हमारे लिए कोई स्वर्णिम समाज बना कर देगा, लेकिन जैसा कि आज प्रबुद्ध वक्ताओं ने हमें समझाया कि कैसे स्वयं के परिवर्तन से हम इस समाज को फिर से स्वर्णिम समाज बना सकते हैं यह बात मुझे बहुत ही अच्छी लगी। यह बात सत्य है कि हर एक व्यक्ति अपने-अपने स्तर पर जो जहां है, जिस कार्य क्षेत्र में है वहीं से अपने-अपने कार्य में अपने-अपने व्यवहार में यदि बदलाव, निष्ठा व सद्व्यवहार को अपनाए तो यह समाज फिर से अवश्य ही स्वर्णिम समाज बन सकता है। वास्तव में हम सभी मिलकर यदि एक स्वर्णिम समाज बनाने की इच्छा रखते हैं तो आज से ही हम सबको मिलकर कुछ समय इस ज्ञान एवं राजयोग के लिए आवश्यक निकालना चाहिए। भौतिक साधनों के साथ-साथ आध्यात्मिकता को अपने जीवन में अपनाने से ही स्वर्णिम समाज का निर्माण हो सकता है।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि के रूप में माननीय न्यायाधीश श्री हरिप्रसाद पौडयाल उच्च अदालत पाटन, नवनियुक्त महामहिम राजदूत श्री भरत राज, सह निर्देशिका राजयोगिनी बीके किरण दीदी, श्री भीमलाल डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायंस इंटरनेशनल आदि ने समाज सेवकों को समाज की पीड़ा दूर करने वाले मसीहा बताते हुए निरंतर सामाजिक सेवाओं में अमूल्य योगदान बनाये रखने पर बल दिया। काठमांडू में अभियान के तहत दो स्थानों पर सार्वजनिक कार्यक्रम व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

अठारह दिवसीय अभियान के तहत कार्यक्रमों की कुल संख्या- 45

समाज सेवा करने वाले सम्मानित लोगों की संख्या- 450

अभियान के अंतर्गत कुल लाभान्वित लोगों की संख्या- 25000 

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