ब्रह्माकुमारीज् परिवार सारनाथ, वाराणसी से ब्र.कु. विपिन भाई को मुख्य अतिथि और ब्र.कु. तापोशी बहन को मुख्य वक्ता के रूप में किया आमंत्रित
वाराणसी,उत्तर प्रदेश। जून 2022 को मिशन शक्ति फेज 4 के तहत महिला सुरक्षा, सम्मान एवं स्वाबलंबन हेतु आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर महिलाओं को मानसिक रूप से सशक्त किए जाने के उद्देश्य से ‘विशेष योग शिविर ‘ का आयोजन विश्वविद्यालय स्थित पर्यटन अध्ययन संस्थान के सभागार में किया गया| उक्त शिविर के अंतर्गत ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय से जुड़े भाई बहनों ने छात्र -छात्राओं को ध्यान एवं राजयोग के महत्व से परिचित कराते हुए उन्हें इसका अभ्यास कराया |उक्त कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में ब्रम्हाकुमार भाई विपिन जी ने विद्यार्थियों को योग एवं ध्यान के माध्यम से नकारात्मक शक्तियों से दूर रहकर सकारात्मक ऊर्जा को सक्रिय करने के मार्ग बताएं |आपने विभिन्न उदाहरणों एवं कहानियों के माध्यम से युवाओं को प्रेरित करने का प्रयास किया | मुख्य वक्ता के रूप में ब्रह्माकुमारी तपोषी दीदी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए आज के युवा को समाज में व्याप्त विसंगतियों से लड़ने और मन की शक्ति को मजबूत करने के लिए प्रेरित करते हुए विभिन्न योग मुद्राओं एवं विशेष रूप से ध्यान का अभ्यास करने पर विशेष बल दिया| आपने कहा ध्यान हमें मानसिक शक्ति प्रदान करता है और हमारे अंदर स्थित शक्तिपुंज को जागृत कर हमें स्व को पहचानने और विभिन्न नकारात्मक ऊर्जा से बचकर सकारात्मक कार्य करने की प्रेरणा देता है | उक्त कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ नोडल अधिकारी डॉ निशा सिंह ने किया |™कार्यक्रम का संचालन प्रज्ञा राय एवं धन्यवाद ज्ञापन दीपा सिंह ने किया |™उक्त कार्यक्रम का आयोजन प्रकोष्ठ के सदस्यों डॉ किरन सिंह ,डॉ विजय रंजन एवं संस्थान की शिक्षिका डॉ मोनालिसा सिंह के सफल निर्देशन में संपन्न हुआ| कार्यक्रम में छात्र छात्राओं को पूर्व में किए गए कार्यक्रम के प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए| ब्रह्माकुमारी सारनाथ की ब्र कु राधिका बहन, सरिता बहन ने उक्त कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय परिवार एवं महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ को धन्यवाद देते हुए अपने संस्थान से जुड़े पुस्तकों व , पत्रिकाओं को भेंट स्वरूप प्रदान किया और आशा वयक्त की कि भविष्य में भी उन्हें विद्यार्थियों से जुड़कर उन्हें लाभान्वित करने का अवसर अवश्य प्राप्त होगा|