इंदौर: ब्रह्माकुमारीज गंगोत्री विहार ज्ञानदीप भवन सेवा केंद्र पर बालिका दिवस मनाया गया

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इंदौर,मध्य प्रदेश। ब्रह्माकुमारी प्रतिमा दीदी ने संस्कारों की धरोहर बेटियां विषय पर वक्तव्य दिया , दीदी ने बताया कि सरकार द्वारा नारी शक्ति को सम्मान देने के लिए तथा उनका उद्धार करने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है, दीदी ने कहां की नारियां हर क्षेत्र में नाम बाला कर रही है हर एक क्षेत्र में अग्रणी है। भारत सरकार ब्रह्माकुमारीज गंगोत्री विहार ज्ञानदीप भवन सेवा केंद्र पर बालिका दिवस मनाया गया
ब्रह्माकुमारी प्रतिमा दीदी ने बताया कि सरकार द्वारा बालिका बचाओ बालिका दिवस मनाया गया यह दिवस मनाने की जरूरत इसलिए क्योंकि बालिका को आगे बढ़ाने के लिए आगे बढ़ाने के लिए बताएं की नारियां क्षेत्र में नाम वाला कर रही है हर एक क्षेत्र में अग्रणी है। भारत सरकार द्वारा हर क्षेत्र में नारियों को आगे किया जाए, लेकिन परमपिता परमात्मा शिव बाबा ने तो 89 साल पहले ही 1936 में नारी शक्ति को आगे बढ़ाने का कार्य शुरू कर दिया था। ब्रह्माकुमारीज सबसे पहली ऐसी संस्था है जो पूरी तरह से नारी शक्ति के द्वारा गवर्नर की जाती है। दीदी ने बताया कि नारी  में कुछ अद्भुत शक्तियां होती है जैसे समाने की शक्ति, सहन करने की शक्ति, सबको बांध के चलने की शक्ति, नारी की आज भी हर जगह सम्मान हो ही रहा है जैसे जैसे जब युद्ध करने जाते हैं तो दुर्गा की पूजा करते हैं, धन चाहिए लक्ष्मी की पूजा, विद्या चाहिए तो सरस्वती की पूजा करते हैं। परमात्मा के साथ ब्रह्मा बाबा प्रजापिता ब्रह्मा बाबा ने भी कन्याओं को बहुत प्यार करते थे सम्मान करते थे, संसार में देखा गया है कि किसी बाप के घर में कन्या का जन्म हो जाए तो वह दुखी हो जाते हैं, लेकिन प्रजापिता ब्रह्मा बाबा तो उनकी कन्याओं को देखकर बहुत खुश होते थे, उनसे बहुत प्रेम करते थे, कन्याओं को बहुत सम्मान देते थे, क्योंकि कन्या
 शुद्ध है पवित्र है कोमल है। इसलिए परमात्मा को कन्याओं का कन्हैया भी कहा जाता है।
                  बाल कलाकारों द्वारा लघु नाटिका प्रस्तुत की गई। बालिका दिवस पर दीप प्रज्वलन एवं केक कटिंग किया गया। महिला मोर्चा अध्यक्ष शैलजा मिश्रा जी द्वारा  दिवस की शुभकामनाएं दी। बालिकाओं ने नृत्य किया एवं गीत गाया। हर क्षेत्र में नारियों को आगे किया जा रहा है, लेकिन परमपिता परमात्मा शिव बाबा ने तो 89 साल पहले ही 1936 में नारी शक्ति को आगे बढ़ाने का कार्य शुरू कर दिया था। ब्रह्माकुमारीज सबसे पहली ऐसी संस्था है जो पूरी तरह से नारी शक्ति के द्वारा संचालित की जाती है क्योंकि नारी में कुछ अद्भुत शक्तियां होती है जैसे समाने की शक्ति, सहन करने की शक्ति, सबको साथ लेकर चलने की शक्ति, नारी की आज भी हर जगह सम्मान एवं पूजा हो ही रहा है जैसे नवरात्रि पर कन्या को भोजन कराया जाना, जब सैनिक युद्ध करने जाते हैं तो दुर्गा की पूजा करते हैं, धन चाहिए लक्ष्मी की पूजा, विद्या चाहिए तो सरस्वती की पूजा करते हैं। शिव बाबा ही नहीं अपितु  प्रजापिता ब्रह्मा बाबा भी कन्याओं को बहुत प्यार करते थे सम्मान करते थे, संसार में देखा गया है कि किसी बाप के घर में कन्या का जन्म हो जाए तो वह दुखी हो जाते हैं, लेकिन प्रजापिता ब्रह्मा बाबा तो उनकी कन्याओं को देखकर बहुत खुश होते थे, उनसे बहुत प्रेम करते थे, कन्याओं को बहुत सम्मान देते थे, क्योंकि कन्या शुद्ध है, पवित्र है, कोमल है इसलिए परमात्मा को कन्याओं का कन्हैया भी कहा जाता है।
                  बाल कलाकारों द्वारा लघु नाटिका प्रस्तुत की गई। बालिका दिवस का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं केक कटिंग से किया गया। कार्यक्रम में आए विशेष अतिथि महिला मोर्चा अध्यक्ष शैलजा मिश्रा जी द्वारा बालिका  दिवस की शुभकामनाएं दी। बालिकाओं ने नृत्य किया एवं गीत गाया। सेवा केंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी सीमा दीदी द्वारा बालिकाओं को तिलक एवं प्रसाद वितरण किया गया।

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