संकल्पों द्वारा तन और मन का उपचार

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मानसिक रोगों के साथ-साथ आजकल शारीरिक रोग भी मनुष्य को काफी कष्ट दे रहे हैं। कैंसर, हार्ट डिजिज, दमा, ये भी जीवन को नष्ट कर रहा है। डिप्रेशन तो बहुत बुरी चीज़ है ही। रात को नींद न आना, बहुत बड़ी सज़ा होती है। जिनको रात को नींद नहीं आती उनको मैं एक छोटी-सी राय देता हूँ, पुण्यों का खाता बढ़ाओ। सोने से पहले मैं एक महान आत्मा हूँ 108 बार लिखें। आप देखेंगे कि आठ-दस दिन के बाद आपको लिखते-लिखते ही नींद आने लगेगी। मैं एक महान आत्मा हूँ ये आपको समझ लेना है। हम भगवान के बच्चे हैं। उससे महान, उससे ऊंचाई वाला तो कोई होता नहीं। हम उसकी संतान हैं। उसने हमें सम्बोधित करते हुए वचन कहे- बच्चे तुम भी साधारण नहीं हो, बहुत महान हो। हमारे स्वमान को जगाया, हमारी चेतना सो गई थी। हम अपने को पापी, नीच, कपटी, दुराचारी, व्यसनी मान बैठे। उसने याद दिलाया कि तुम बहुत पवित्र आत्मा हो। तुम महान आत्मायें हो, तुम इस सृष्टि का श्रृंगार हो। तुम इस संसार के लिए लाइट हाउस हो। जगा स्वमान…। अगर आप रात को ये लिखेंगे तो ब्रेन को बहुत पीसफुल एनर्जी जायेगी और ब्रेन शांत होगा। क्योंकि नींद न आने का एक बहुत बड़ा कारण पूर्व जन्मों में किए पाप कर्म हैं। वो ब्रेन को हाइपर एक्टिव कर रहे हैं ये बात सभी को ख्याल में ले आनी है। दवाईयों से उसको शांत नहीं किया जा सकता। एक तो ऐसा व्यक्ति हमने देखा जो 25 गोलियां खाता था रात को। मैंने उसे कहा कि तुम तो पागल हो जाओगे छोड़ो इन्हें, दस दिन में ही उनकी गोलियां छुड़ाई। एक पर लाया और फिर वो भी छुड़ाई। मैं एक महान आत्मा हूँ…108 बार लिखेंगे। लेकिन ये ध्यान रखना है कि व्हाट्सएप्प पर, फोन पर आपको नहीं रहना है, लिखते ही सो जाना है। बहुत सारे युवक रात को एक बजे तक, दो बजे तक लगे रहते हैं। भिन्न-भिन्न चीज़ें देखते हैं, गंदी-गंदी मूविज़ देखते हैं। उनको फिर नींद अच्छी नहीं आती, वही चलता रहता है और फिर ऐसे लोगों का डिप्रेशन में आना, मानसिक रोगों का शिकार होना बिल्कुल निश्चित है। इसलिए मात-पिता अपने बच्चों को सावधान करें, क्योंकि युवक इन बातों को कम समझते हैं। वो तो आनंद समझते हैं क्योंकि नींद एक साउण्ड स्लीप बहुत गहरी नींद मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए परम आवश्यक है। आप इन चीज़ों से बचेंगे। सोने के बाद हो सकता है बीच में आपकी नींद फिर खुल जाये, मैं महान आत्मा हूँ, भगवान की संतान हूँ ये रिपीट करते रहना। आपको अच्छी नींद आने लगेगी। नींद का सुख भी सुखों में से एक बहुत बड़ा सुख है। जिसको नींद नहीं आती उनसे पूछो उनका हाल क्या होता है? ब्रेन की शक्ति नष्ट होने लगती है। मन चिड़चिड़ा होने लगता है, इरिटेशन बढ़ जाता है, खुशी समाप्त हो जाती है, धन सम्पदा उसे बेकार लगती है। लम्बा समय न आये तो मनुष्य सुसाइड करने की सोचने लगता है। ये सोचना बहुत बड़ी भूल होगी। क्योंकि इसके बाद आत्मा भटकजाती है और वो पश्चाताप ही कररहतहै। कई-कई साल वो अंतरिक्ष में भूखे, प्यासे, ब्लाइंड, तड़पती हुई, वो अपने कर्मों को याद करती हुई भटकती रहती है। इसलिए ये गलती कोई न करे। अपने को सुधारना है, ईश्वरीय ज्ञान लो आप, आपके जीवन में खुशी लौट आयेगी। क्योंकि जहाँ खुशी बहुत है वहाँ अनेक रोग समाप्त हो जाते हैं। आपके परिवार में किसी को कैंसर हो गया, या कोई और बुरी बीमारी हो गई, आप कोशिश करो उसको हल्का करने की। सबकुछ ठीक हो जायेगा। माहौल को भारी न होने दें। ये परिवार का महा कत्र्तव्य है। मान लो उनसे अब काम नहीं होता तो टॉन्टिंग न करते रहें। काम नहीं करता, काम नहीं करती, खाली पड़ी फ्रूट खा रही है। बोझ बन गई है हमारे जीवन पर। ये जो मनुष्य की आदत है ना बुरा बोलने की, ये पाप है। ये सूक्ष्म विकर्म होता है। आपका कत्र्तव्य है उसे सहयोग देना, भले ही उसका व्यवहार आपसे कैसा भी रहा हो, आप ये कामना न करो कि ये मर जाये तो हम सुखी हो जायेंगे। किसी के मरने से कोई सुखी नहीं होता, सुखी तो मनुष्य अपने श्रेष्ठ कर्मों से ही होता है। तो घर में माहौल को हल्का करें, खुशी का माहौल रखें, अच्छे म्यूजि़क चलायें। अच्छे गीत बजायें। जिसमें मनुष्य का मन डांस करने लगे और आप अच्छी तरह जान लेें, विश्वासपूर्वक जान लें अगर मनुष्य प्रसन्न रहना सीख ले तो अनेक रोग समाप्त हो जायेंगे। ब्लॉकेज भी खत्म हो जायेंगी। एक बात और मुझे कहनी है जो मैं कई बार रिपीट करना चाहूंगा। रात को जब मनुष्य सोता है तो उसके सब्कॉन्शियस माइंड में, उसके अंतर्मन में सोने के समय बहुत ज्य़ादा हीलिंग पॉवर होती है। रोगों को ठीक करने की अत्यधिक शक्ति होती है। सोने से पहले यदि आप अपने मन को संकल्प दें, कमांड दे दें मान लो आपको कैंसर है, मेरा कैंसर बिल्कुल ठीक हो गया है। खुले मन से सोचें, एक बूझे हुए मन से नहीं। आपको हाई बीपी है, मेरा बीपी नॉर्मल हो गया है, मेरी हार्ट डिजीज समाप्त हो गई है, मेरा लीवर परफेक्ट हो गया है, किसी को माइग्रेन है, मेरा माइग्रेन बिल्कुल ठीक हो गया है, पाँच-सात बार करके फिर सोयें। अगर कोई मनुष्य इन्ही संकल्पों में सो जाये कि मैं बहुत हेल्दी हूँ, मैं बहुत सुखी हूँ, मैं निरोग हूँ, मैं स्वस्थ हूँ, मैं बहुत भाग्यवान हूँ तो एक-एक रात उसके लिए कमाल की रात होगी। उसके रोगों को ठीक करने वाली होगी। मैं आप सभी का ध्यान दिला रहा हूँ क्योंकि रोग बढ़ते जा रहे हैं इसका कारण पहले ही कह आये हैं हम आपको कि ये कल्प का अन्त आ गया है और इसमें सभी के कर्मों का हिसाब-किताब हो रहा है। बहुत तेज ये मशीनरी हो जायेगी। सभी के कर्म चुक्तू होने लगेंगे तो इसमें घबराना नहीं है। हमने कजऱ् लिया है उसको प्यार से दे दें। तो अपने घर के माहौल को खुशनुमा बनायें। पॉजि़टिव संकल्प करें, उन चीज़ों से बचें। उन पाप कर्मों से बचें, अपनी लाइफ को सात्विक बना दें। हमारी शुभकामनायें हैं कि आप बहुत गहरी नींद लें। आपकी रात सुखभरी हो, स्वप्नों से मुक्त हो, और आप निरोग होकर श्रेष्ठ कार्य इस संसार के लिए करें। याद रखेंगे कि हमें इस संसार को कुछ देते रहना है, और देते-देते ही इस संसार से विदाई लेनी है।

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