राष्ट्र की उन्नति में बाधक है युद्ध इसीलिए श्री कृष्ण युद्ध के पक्षधर नहीं थे- बीके शैलजा दीदी
पर्वत,जल,वृक्ष प्रकृति के हर तत्व का श्री कृष्ण ने मान रखा इसलिए उन्हें प्रकृतिपति भी कहा जाता है
छतरपुर,मध्य प्रदेश। ब्रह्माकुमारीज़ किशोर सागर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर श्री कृष्ण जन्मोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण नन्हे मुन्ने बाल कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां रहीं जिसमें कु. आव्या,आध्या द्वारा नीर भरन का करके बहाना और आन्वी,अदिति द्वारा तूं मन की अति भोली नृत्य ने सभी का मन मोह लिया। छोटे-छोटे राधे कृष्ण पूरे प्रांगण में खेल पाल करते रहे।
इस अवसर पर छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शैलजा बहन जी ने कहा की श्री कृष्ण को सर्वगुण संपन्न कहा जाता है उनके जीवन में अनेक गुणों का दर्शन होता है। शिशुपाल वध के समय उनकी धैर्यता, शांत मनः स्थिति का परिचय मिलता है हम किसी की दो-चार बातें भी नहीं सुन पाते कहां उन्होंने मुस्कुरा कर 100 गलियों तक इंतजार किया। उन्होंने हर परिस्थिति में युद्ध को टालने का प्रयास किया चाहें मथुरा पर हो रहे आक्रमण या महाभारत का युद्ध दोनों ही परिस्थितियों में वह युद्ध के पक्ष में नहीं थे क्योंकि युद्ध में हमेशा नुकसान ही होता है, जन-धन की हानि और जहां युद्ध की स्थिति होती है बाहर राष्ट्र की उन्नति रुक जाती है क्योंकि हमारी पूरी एनर्जी पूरा फोकस युद्ध में चला जाता है और जब शांति की स्थिति में हम होते हैं तो हमारा फोकस अपनी राष्ट्र की उन्नति के लिए काम करने लगता है। गोवर्धन पर्वत की पूजा करके हमें यह बताया की पर्वत हमारे जीवन का आधार है हमारे जीवन के रक्षा के निमित्त हैं इनका भी हमें रिस्पेक्ट रखना चाहिए। पर्वत, जल, वृक्ष प्रकृति के हर तत्व का उन्होंने मान रखा इसलिए उन्हें प्रकृतिपति भी कहा जाता है।
इस कार्यक्रम में सिविल लाइन थाना प्रभारी वाल्मीकि चौबे, वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र अग्रवाल, पूर्व डीइओ आरके मिश्रा समाजसेवी शंकर लाल सोनी, अवीनेंद्र खरे, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. कपिल खुराना, डॉ. निधि खुराना, एक्सीलेंस स्कूल प्राचार्य एस के उपाध्याय जिला भाजपा कॉल सेंटर प्रभारी भूपेंद्र रावत सहित नगर के अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सिविल लाइन सेवाकेंद्र प्रभारी बीके माधुरी ने सभी को महारास कराया जिसमें सभी श्रद्धालुजनों ने भाग लिया।