सेल्फ हेल्प- कार्य कल्याणकारी होना ज्य़ादा उत्तम

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कार्य सरल होना ठीक है, लेकिन कार्य शुभ हो, कल्याणकारी हो, वो ज्य़ादा उत्तम है। हम सभी ज्य़ादातर सहजता की तरफ अपने आप को ले जाते हैं और सरल मार्ग अपनाते हैं किसी भी कार्य की सफलता के लिए। चाहे उसमें हमारे मूल्य हों न हों, बस हमको अपना कार्य करना है, ये भावना सबकी है। लेकिन उस कार्य से आपको संतुष्टि नहीं होती होगी। अगर वहीं पर जो कार्य कल्याणकारी भाव से, शुभ भाव से, विश्व कल्याण के भाव से किया जाता है उसमें उसके भाव भी अलग होते हैं, उसकी प्राप्ति भी श्रेष्ठ होती है और वो मन को सुकून देता है। तो कार्य शुभ भी हो और सरल भी हो तो सफलता लम्बे काल की होती है।

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