जबलपुर-रांझी,मध्य प्रदेश। शिक्षक के अंदर के जो संस्कार है उनका विद्यार्थी अनुकरण करते है । शिक्षकेां को केवल पाठ पढाने वाला शिक्षक नही बनना है । उन्होंने कहा कि शिक्षक होने के नाते हमारे अंदर सदगुणों का आचरण होना आवश्यक है । शिक्षा में भौतिक सुधार तो है लेकिन नैतिकता का हृास होता जा रहा है।