– कमला दीदी ने अपना सम्पूर्ण जीवन मानवता की सेवा में अर्पण कर दिया…प्रो. बल्देव भाई शर्मा
– शान्ति सरोवर में आने मात्र से मन की शान्ति मिलती है… न्यायमूर्ति गौतम चौरडिय़ा
– कमला दीदी का सान्निध्य तनाव को दूर कर देता था… डॉ. किरणमयी नायक
– बाल कलाकारों ने कमला दीदी की जीवन गाथा को प्रस्तुत किया।
– रूप एक, स्वरूप अनेक नृत्य नाटिका ने लोगों को भावुक कर दिया।
रायपुर, छ.ग.: कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बल्देव भाई शर्मा ने कहा कि कमला दीदी की उपस्थिति मात्र से वातावरण आल्हादित हो जाता था।उनका व्यक्तित्व उर्जा से भरपूर था। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन गांव-गांव मेंं सेवाकेन्द्र खेलकर अनगिनत लोगों को मानवीय मूल्यों की शिक्षा देने में लगा दिया।
प्रो. बल्देव भाई शर्मा आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की पूर्व क्षेत्रीय निदेशिका की दूसरी पुण्यतिथि के अवसर पर शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में आयोजित श्रद्घाजंलि समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि कमला दीदी का जीवन लोगों को व्यक्ति से मनुष्य बनने की प्रेरणा देता था। उनके व्यक्तित्व में जीवन्तता और अपनापन था। उन्होंने छोटे से छोटे गाँवों तक ब्रह्माकुमारी संस्थान की सेवाओं को फैलाया। हम सब अच्छा इन्सान बनें, यही उन्हें सही अर्थों में हार्दिक श्रद्घाजंलि होगी।
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति गौतम चौरडिय़ा ने कहा कि आदरणीय कमला दीदी ने इतना सुन्दर शान्ति सरोवर बनवाया है कि यहाँ आने मात्र से ही मन को शान्ति मिल जाती है। यहाँ पर जो ज्ञान और योग की शिक्षा दी जाती है उसे सब धारण कर अपने जीवन को सुख और शान्ति से सम्पन्न बनाएं। यही कमला दीदी को श्रद्घाजंलि होगी।
महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने कहा कि उनका व्यक्तित्व इतना आकर्षक था कि उनसे मिलते ही चेहरे पर मुस्कान आ जाती थी। मन का तनाव दूर हो जाता था। उनका जीवन, व्यक्तित्व और आचरण एक समान था। वह जिस आत्मियता से मिलती थीं वह बेमिसाल था।
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. मानसिंह परमार ने बतलाया कि कमला दीदी के व्यक्तित्व में सौम्यता, सरलता और वात्सल्यभाव का समावेश था। जब वह कुलपति बनकर छत्तीसगढ़ में आए तो यहाँ सबसे पहली मुलाकात विमानतल पर ब्रह्माकुमारी बहनों से ही हुई। तब से मेरा आत्मिय सम्बन्ध रहा। उनमें सेवा करने की लगन और उर्जा थी। उनसे जो भी मिलता था वह जरूर प्रभावित होता था।
स्मार्ट सिटी रायपुर के मुख्य परिचालन अधिकारी उज्जवल पोरवाल ने कहा कि कमला दीदी का व्यक्तित्व अत्यन्त सरल था। उनके अन्दर जो संगठन और नेतृत्व की कला थी वह सीखने लायक था।
इस अवसर पर बालाजी हास्पीटल के डॉ. देवेन्द्र नायक, पार्षद अमर बंसल, समाजसेवी छगन मुंदड़ा, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी, भिलाई की ब्रह्माकुमारी आशा दीदी, उज्जैन की ब्रह्माकुमारी उषा दीदी, इन्दौर की ब्रह्माकुमारी शशि दीदी, जबलपुर की ब्रह्माकुमारी भावना दीदी, कोरबा की ब्रह्माकुमारी रूक्मणी दीदी, रायगढ़ की ब्रह्माकुमारी चित्रा दीदी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन धमतरी की ब्रह्माकुमारी सरिता दीदी ने किया।