पूर्णिया,बिहार: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय , शाखा पूर्णिया के सभागार में बी के मुकुटमणि, शाखा संचालिका के नेतृत्व में पूर्णिया शाखा का 8. वा वर्ष गाँठ कार्यक्रम आयोजित किया गया l बी के मुकुटमणि ने संस्था की स्थापना और उद्देश्य को बताई l यह मानवीय मूल्यों के नैतिक उत्थान, सामाजिक सद्भावना, मानसिक सशक्तिकरण के लिए हमेशा कार्य करती रहती है l मन में शांति प्राप्त करने के लिए सरल सहज विधि सिखाएँ जाते है l संस्था की विशेषता है कि एक साथ सभी उम्र के लोगों, बिना किसी भेदभाव का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है l यहां से जुड़े सभी लोगों ने आंतरिक शक्तियों को पहचान कर , अपने में ज्ञान को आत्मसात कर जीवन परिवर्तन किया है l अनेकों लोगों ने जीवन में नशा करना छोड़ दिया है , क्रोध करना छोड़ दिया है l यह परिवर्तन से केवल उनका जीवन ही नहीं बल्कि परिवर्तन का प्रभाव परिवार, समाज को लाभ मिला है l उन्होंने बताया कि मेरा जीवन समाज निर्माण में मानसिक उत्थान के प्रति समर्पित है l मुझे परमपिता परमात्मा का ग्यान प्राप्त होने पर उनके दिए गए निर्देश को जीवन में पालन किया और दूसरों को भी प्रेरित करने का जीवन पर्यंत सदा करती रहूँगी l इस अवसर पर मैं पूर्णिया शहर के सभी लोगों के लिए स्वास्थ्य, शांति, सुख, प्रेम, स्नेह सदा के शुभकामनाएं देती हूँ l
इस अवसर पर पटना से आए हुए प्रफुल भाई ने कहा कि यह संस्था पहले शैल कुंज में छोटा रूप में था पर आज प्रभात कॉलोनी में विशाल रूप में हो गया l जिस प्रकार एक बीज़ कुछ वर्षो में वृक्ष का रूप लेता है l ठीक उसी प्रकार पहले संस्था से जुड़े लोग की संख्या कम था पर आज सभागार में अनेकों लोगों को देखकर बहुत ही अच्छा लग रहा है l यह मुकुट दीदी का त्याग ,तपस्या का प्रमाण है l आप सदा स्वस्थ रहे और लोगों के लिए प्रेरणा श्रोत बने रहे l इस अवसर पर प्रो. अनीता जी ने दीदी को बधाई दी एवं अपने जीवन शैली में जो परिवर्तन हुआ उसके लिए आभार व्यक्त किया l संजय भाई, समाज सेवी, ने संस्था के कार्य का प्रसंशा किया और उन्होंने भी संस्था से जुड़े और जीवन में जो अनुभव हुआ उनको शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता हूँl इसके लिए मुकुट दीदी के प्रति आभार व्यक्त किया l
इस अवसर पर अनेकों भाई बहन अपनी-अपनी उद्गार व्यक्त किया और सदा जीवन में संस्था की शिक्षा का पालन करने के लिए संकल्प लिया l
मधु जी, शिक्षक , विगत 7 वर्ष से प्रजापिता ब्राह्माकुमारी संस्था से जुड़े हैं l अपने संबोधन में जीवन का अनुभव को साझा करते हुए कहा कि इस विश्व विद्यालय का ज्ञान को प्राप्त करने से मुझे बहुत ही लाभ प्राप्त हुआ l ज्ञान को जीवन में धारण करने से कार्य में कुशलता एवं निर्भयता प्राप्त हुआ l मेरे लिए मुकुट दीदी प्रेरणा, उनके तरह ही जीवन जीने का प्रण किया हूँ l
राजेश भाई ने बताया कि संस्था के ज्ञान से मेरे जीवन निश्चिंतता और सदा मन में शांति, खुशी पूर्वक जीवन व्यतीत कर रहा हूं l
इस अवसर पर स्नेहा जी, पद्मा माता के द्वारा पूर्णिया शहर की ओर से बी .के .मुकुटमणि , दीपा बहन, मधु बहन, ईशा बहन, जागृति बहन का मुकुट पहना कर और चुनरी से सम्मानित किया गया l
इस अवसर पर बी के अरविंद भाई, गोपाल, अमित, प्रकाश, आदि संस्थाओं से जुड़े लोगों ने कार्यक्रम में शामिल हुए l










