मेहसाणा,गुजरात: समर कैंप का उद्देश्य बताते हुए राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी शिल्पा बहन ने कहा, “इस कैंप में, जो सबसे शक्तिशाली है वह भगवान से मित्रता करनी है। इससे हमारे अंदर श्री कृष्ण जैसे दिव्य मूल्यों का संचार होता है। इसलिए इस शिविर का नाम डिवाइन चाइल्ड समर कैंप रखा गया है। इसके अलावा, हम जीवन में लागू करने के लिए अच्छी चीजों को समझेंगे, साथ ही कई रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेंगे और खुद को मोटीवेट करेंगे।”
आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरला दीदी, जिनके संकल्प से यह कैंप साकार हुआ, ने बच्चों को सीख देते हुए कहा, “हम इस समर कैम्प से जीवन के लिए तीन बातें ध्यान में रखकर जाएंगे: 1. अनुशासन – समय पर स्कूल जाना, होमवर्क करना, 2. एकाग्रता – जो भी पढ़ें, ध्रुव की तरह एकाग्रता से पढ़ें, 3. सम्मान – शिक्षकों, माता-पिता का सम्मान करें। जो दूसरों का सम्मान करता है, उसे स्वतः ही सम्मान मिलता है।” इसके साथ ही दीदी ने उन्हें अध्यात्म की ओर अग्रसर होने के लिए कहा, “आप परमात्मा के फूल हैं। यहाँ परमात्मा फूलों को शिक्षा देकर सुगंध से भर देते हैं।”
इस समर कैम्प के उद्घाटन कार्यक्रम में वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी कुसुम दीदी, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के निरीक्षक मुकेश भाई चौहान, मेहसाणा जिला पाठशाला प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष जेठाभाई आई पटेल, कर्वे स्कूल के प्राचार्य संजय भाई पटेल ने बच्चों को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर डिवाइन चाइल्ड समर कैंप का उद्घाटन किया। इस शिविर से लगभग 90 बच्चे लाभान्वित हुए।
तीन बच्चियों ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत कर सबका दिल जीत लिया। राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी पूनम बहन ने सभी का शब्दों से स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत में चैतन्य सरस्वती ने बच्चों को पेंसिल देकर उनका दिव्य स्वागत किया। राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी वर्षा बहन ने पूरे कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन किया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को शारीरिक व्यायाम भी कराया गया एवं खेल कुद भी कराया। कार्यक्रम के अन्त में आदरणीय सरला दीदी के वरद हस्तों से सभी को एनर्जी ड्रिंक भी दिया गया।










