स्वस्थ तन, सुंदर मन और सुरक्षित जीवन का आधार नशा मुक्त हो संसार
बिजावर,मध्य प्रदेश:- विश्व भर में 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य यही होता है कि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो और जीवन को नुकसान पहुंचाने वाली नशीली चीजों से दूरी बनाएं।
ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मेडिकल विंग के द्वारा प्रत्येक स्थानीय सेवा केंद्र से नशा मुक्ति का संदेश समाज के हर क्षेत्र में देने का प्रयास प्रतिवर्ष किया जाता है। इसी उद्देश्य को पूर्ण करने हेतु ब्रह्माकुमारीज़ स्थानीय सेवा केंद्र बिजावर की क्षेत्रीय संचालिका बीके प्रीती दीदी के निर्देशन में बीके रचना बहन, बीके अवधेश भाई, प्रिंस भाई, वा अन्य भाई, बहनों ने सब जेल बिजावर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर नशा मुक्ति के कार्यक्रम का आयोजन किया , जिसमें जेल के सभी बंदी भाइयों ने पूरे उत्साह से भाग लिया।
सहायक जेल अधीक्षक मुकेश कुमार मांझी ने अपने वक्तव्य में कहा 31 मई तंबाकू निषेध दिवस पर ब्रह्माकुमारी आश्रम की दीदी और भाइयों द्वारा यह सुंदर कार्यक्रम किया गया, जिसमें सभी बंदियो को नशे से संबंधित बीमारियों की जानकारी दी, कार्यक्रम में पहेलियां आदि के द्वारा सभी को नशा मुक्त जीवन के बारे में समझाया गया। मुकेश कुमार मांझी ने दीदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, कि हमारा दीदी से यही निवेदन है कि वर्ष,प्रतिवर्ष यह कार्यक्रम करवाते रहें,जिससे बंदी भाई नशे से दूर रहे और अपने परिवार से जुड़े रहें।
कार्यक्रम में सहायक जेल अधीक्षक मुकेश मांझी, प्रमुख मुख्य प्रहरी मोतीलाल कोल, मेल नर्स सुश्री रेनू, प्रहरी धर्मेंद्र सिंह ठाकुर, प्रहरी दामोदर प्रसाद पांडे , प्रहरी निकिता गुप्ता आदि मौजूद रहे।
मेल नर्स रेनू यादव ने अपने वक्तव्य में कहा गलत आदतों से दूर रहें जब तक यहां है स्वस्थ रहें, यहां से जाकर भी गलत आदतों से दूर रहें और अपने फैमिली का सभी ध्यान रखें।
बीके छत्रसाल भाई ने सभी बंदी भाइयों को तंबाकू के दुष्प्रभावों से रूबरू करवाया, इससे होने वाली तन की वा मन की बीमारियों से कैसे हमारा समाज परेशान वा दुखी है और इसके निवारण के भी कई उपाय बताएं। उन्होंने आगे समझते हुए कहा कि यह तन, मन, धन ईश्वर की सबसे महत्वपूर्ण सौगात है, इसका हमें अपने जीवन में सदुपयोग करना है, इसका दुरुपयोग ही मानव जीवन में दुख का कारण है। आज का मानव नशे की आदत के कारण इन्हीं तीन चीजों (तन, मन, धन) के माध्यम से दुख पा रहा है, और इन तीनों ही चीजों के शुद्धिकरण की प्रक्रिया है आध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग का प्रतिदिन अभ्यास।
बीके अवधेश भाई ने सुंदर गीत के माध्यम से नशा मुक्त रहने का संदेश दिया। प्रिंस भाई और अवधेश भाई ने नशा मुक्ति के नारे द्वारा सभी में शक्ति भरने का कार्य किया।
बीके रचना बहन ने सभी को नकारात्मक वस्तु वा नकारात्मक संकल्पों से मुक्त होने का सुंदर राजयोग अभ्यास कराया।
बीके प्रीती दीदी ने अपने आशीर्वचन में सभी को शुभकामना, शुभभावना देकर सभी को भारतीय संस्कृति से रूबरू कराया, संकल्पों के माध्यम से देवी संस्कारों को धारण करने का संदेश दिया अंत में प्रभु प्रसाद वितरण कर कार्यक्रम का समापन किया गया।




