भीलवाड़ा राजस्थान। देश के सेवानिवृत्ति सैनिकों के लिए “मानसिक स्वास्थ्य एवं तनाव मुक्ति” विषय पर प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरी विश्व विद्यालय द्वारा पटेल नगर स्थित पूर्व सैनिकों के पॉलीक्लिनिक में सेमिनार का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ परमात्मा स्मृति के गीत एवं द्वीप प्रज्वरण के द्वारा किया गया l इसमें ब्रह्माकुमारी इंदिरा दीदी, ब्रह्माकुमारी रचना दीदी, नीतू दीदी , ब्रह्मा कुमारी डॉ मीनाक्षी दीदी, पॉलीक्लिनिक के प्रभारी लेफ्टिनेंट कर्नल रक्ष पाल सिंह डॉक्टर राधेश्याम श्रोत्रिय, डॉक्टर सरिता शर्मा, डॉक्टर मोहित शर्मा ने भाग लिया।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता ब्रह्माकुमारी रचना दीदी ने पूर्व सैनिकों का सम्मान करते हुए कहा कि आप लोग बॉर्डर पर जगे हो इसकी वजह से ही हम चैन की नींद सो पाए हैं, आपका योगदान कभी बुलाया नहीं जा सकता। आप ने कहा की अति व्यस्त जीवन से रिटायर होने के पश्चात सैनिकों के जीवन में तनाव उत्पन्न होता है। तनाव के मुख्य कारण भय और चिंता है। हमें चिंतन करना है किंतु चिंता नहीं करनी है क्योंकि चिंता चिता के समान हो जाती है जो कि हमें नित्य जलाती रहती है। तनाव का एक अन्य कारण अत्यधिक तीव्र गति से चलने वाले संकल्प है। जब हम मेडिटेशन का अभ्यास करते हैं तो यह संकल्प जो 1 मिनट में 70 की गति से चलते थे अब 17 की गति से चलने लग जाते हैं अतः मन शांत और तनाव कम हो जाता है। आपने कहा कि हमें राजयोग मैडिटेशन के माध्यम से अपने आप से जुड़ना है, हमें अपने आप से बातें करनी है। हमें अपने आप को समय देना है, अपने अंदर की आवाज सुननी है। जो भौतिक जगत में नहीं मिला वह आंतरिक जगत में हमें मिलता है। अपने आत्मा के स्वमान को जगाना है कि मैं एक शांत स्वरूप आत्मा हूं, मैं एक महान आत्मा हूं, मैं एक शक्तिशाली आत्मा हूं| इस स्वमान से हमारे मन का भटकना बंद हो जाएगा और मन शांत हो जाएगा |आपने राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास कराया जिससे वातावरण में शांति के प्रकंपन फैल गए और सभी ने गहन शांति की अनुभूति करी।
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी इंदिरा दीदी ने कहा कि राजयोग के माध्यम से परमात्मा से योग युक्त रहे तो एक सेकंड में तनाव से मुक्ति मिल जाएगी।
मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉक्टर आर. एस. श्रोत्रिय ने कहा कि आज के युग में गर्भस्थ शिशु से लेकर, छोटे बच्चे, युवा, अधेड़, एवं वृद्ध हरेक व्यक्ति तनाव से ग्रसित है। आज मानसिक रोग तीव्र गति से बढ़ रहे है। इसकी वजह से अनेक बीमारियां जैसे उच्च रक्तचाप मधुमेह, मोटापा, कैंसर आदि बढ़ रहे हैं। जेनेटिक अध्ययन के अनुसार 25 से 30 वर्ष के युवा की जेनेटिक एज 70 से 80 वर्ष होती है। लोग 25 से 30 वर्ष की आयु में ही हृदय रोग से पीड़ित हो रहे है। आपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए सात्विक भोजन, उचित निंद्रा, एक्सरसाइज व मेडिटेशन करने की सलाह दी। पोली क्लीनिक के प्रभारी लेफ्टिनेंट कर्नल रक्षपाल सिंह ने कहां की मेडिटेशन वह माध्यम है जिसके द्वारा हम आसानी से ईश्वर को महसूस कर सकते हैं | आपने महावीर स्वामी के सिद्धांत सत्य, अहिंसा, ब्रह्मचर्य व अचोर्य को अपनाने पर बल दिया | आपने इस सुंदर आयोजन के लिए ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वा विद्यालय के सिक्योरिटी विंग, ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के भीलवाड़ा के कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया व् भविष्य में ऐसे आयोजन करने के इच्छा बताई | कार्यक्रम में जल,स्थल वायु सेना के 50 से अधिक सेवानिवृत कर्मचारी और पॉलीक्लिनिक के स्टाफ ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्मा कुमारी डॉ मीनाक्षी बहन ने किया | उन्होंने संस्था के सिक्यूरिटी सर्विस विंग का परिचय दिया और बताया की यह कार्यक्रम पूर्व सैनिक स्वास्थ्य कल्याण विभाग, भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय, ब्रह्मा कुमारिज के सुरक्षा सेवा प्रभाग के मध्य माउंट आबू में 21 अप्रैल 2025 को रक्षा मंत्री माननीय श्री राजसिंह की उपस्थित में किये गए एम्. ओ. यू के तहत आयोजित किया जा रहा है |










