कुरुक्षेत्र,हरियाणा: विश्व शांति धाम, कुरुक्षेत्र शाखा द्वारा जिला बार एसोसिएशन, कुरुक्षेत्र में रक्षाबंधन के पावन अवसर पर एक आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लगभग 50 अधिवक्ताओं ने उपस्थित होकर इस आयोजन का लाभ लिया।
कार्यक्रम के दौरान ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा सभी अधिवक्ताओं को रक्षा सूत्र बाँधा गया तथा रक्षाबंधन के गूढ़ आध्यात्मिक महत्व को साझा किया गया।
बी.के. राधा दीदी द्वारा रक्षाबंधन के आध्यात्मिक पक्ष को स्पष्ट करते हुए कहा गया: “परमात्मा को ही सच्चा रक्षक माना जाता है। जब मनरूपी धागा उस परम रक्षक से बाँधा जाता है, तो व्यक्ति के भीतर व्याप्त नकारात्मकता एवं विकार स्वतः समाप्त होने लगते हैं। रक्षाबंधन का उद्देश्य केवल रक्षा सूत्र बाँधना नहीं, बल्कि आत्मा की पवित्रता की दिशा में संकल्प लेना भी होता है। इसी भावनात्मक उद्देश्य से, रक्षा सूत्र बाँधते समय उपस्थितजनों से उनकी बुराइयाँ, नकारात्मक प्रवृत्तियाँ और अवगुण त्यागने का वचन लिया जाता है।”
इसके पश्चात बी.के. मधु दीदी द्वारा संस्था द्वारा सिखाए जाने वाले राजयोग मेडिटेशन के लाभों पर प्रकाश डाला गया: “राजयोग मेडिटेशन के माध्यम से आत्मा को परमात्मा से जोड़े जाने की विधि बताई जाती है, जिससे तनाव, भय और अशांति का नाश होता है। जब इस साधना को दैनिक जीवन में अपनाया जाता है, तो जीवन स्वाभाविक रूप से सुख, शांति और संतुलन से भरने लगता है।”
कार्यक्रम के समापन पर सभी अधिवक्ताओं द्वारा संस्था के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई तथा भविष्य में भी ऐसे और कार्यक्रम आयोजित किए जाने की इच्छा प्रकट की गई।










