ब्रह्माकुमारीज ने फहराया तिरंगा

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ओम शांति रिट्रीट सेंटर में लहराया तिरंगा

भारत में तीन में छिपा है कौन-सा गूढ़ रहस्य

बुराईयों की गुलामी से मुक्त होना ही वास्तविक स्वतंत्रता

भौरा कलां, हिरयाणा। आज पूरा देश तिरंगे के रंग में रंगा हुआ है। ऐसे में आध्यात्म के पुरोधा भी इससे अछूते नहीं रहे। समूचे विश्व में आध्यात्मऔर भारतीय संस्कृति का परचम लहराने वाली ब्रह्माकुमारीज संस्था के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में भी तिरंगा फहराया गया। हर घर तिरंगा मुहिम के तहत ओआरसी परिसर में ध्वजारोहण हुआ। राष्ट्रगान के माध्यम से सभी ने देश प्रेम के जज्बे को अभिव्यक्त किया। इस अवसर पर संस्था के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, ओआरसी की निदेशिका आशा दीदी, विजय दीदी सहित संस्था कई सदस्य मौजूद रहे। भ्राता बीके बृजमोहन ने तिरंगा का महत्व बताते हुए कहा कि भारत में तीन का विशेष स्थान है। भारत देश परमात्म अवतरण की भूमि है। परमात्मा को त्रिमूर्ति, त्रिकालदर्शी और त्रिलोकीनाथ कहा जाता है। भारत सरकार का राष्ट्रीय चिन्ह भी त्रिमूर्ति है। समय के भी तीन स्वरूप भूत, भविष्य और वर्तमान हैं। प्रकृति के भी तीन गुण सत, रज और तम हैं। उन्होंने कहा कि इस सृष्टि रंगमंच पर भी आत्मा, परमात्मा और प्रकृति तीन का ही खेल चलता है।
बीके आशा दीदी ने सबको देश के प्रति वफादारी, कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता का वास्तविक अर्थ बुराईयों की गुलामी से मुक्त होना है।

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